सांची आरव की कार , , , , में बैठने ही वाली थी , , ।
कि तबी उसे किसी की , , , , आवाज सुनाई देती है , , ।
साची उस आवाज़ को सुन कर , , , , उस आवाज की तरफ देखती है , , ।
तो सामने खड़े इंसान को देख कर , , , , उसकी आंखों में चमक आ जाती है , , ।
क्योंकि उसके सामने और कोई , , , , नहीं प्रशांत खड़ा था , , ।
साची प्रशांत को देख कर बहुत , , , , खुश होती है , , ।
और उसके पास जाकर , , , , उसका हाथ पकड़ लेती है , , ।
आरव जब साची को उस आदमी , , , , का हाथ पकड़ते देखता है , , ।
तो उसे बहोत गुस्सा आता है , , , , , और व्व अपनी मुट्ठी बीच देता है , , ।
और सच्ची से अपनी कड़क , , , , आवाज में कहता हैं , , ।
" अगर बातें हो गई हो तो चलो , , , , तुम्हें कॉलेज छोड़ देता हूं , , " ।
आरव की बात सुन कर साची , , , , उसे देखती हुई है , , ।
फिर पुनम जी को देख , , , , कर उनसे कहती है , , ।
" आंटी जी अब आप को आरव , , , , जी को भेजने की कोई जरूरत नहीं है , , ।
मतलब यह मेरा दोस्त है मेरे साथ , , , , मेरे कॉलेज में पढ़ता है तो मैं इसी के साथ चली जाऊंगी , , " ।
फिर साची आरव की तरफ , , , , देख कर उससे सरकास्टिक स्माइल , , , , कर कर उससे कहती है , , ।
" अब आपको तकलीफ उठाने , , , , की कोई जरूरत नहीं है आरव जी , , ।
मैं कॉलेज अपने दोस्त के , , , , साथ चली जााउगी , , " ।
आरव साची की मुस्कान देख , , , , कर एक डेविल मुस्कान मुस्कुराता है , , ।
और अपने मन में खुद से कहता है , , ।
" मुस्कुरा लो साची जितना , , , , मुस्कुराना है मुस्करा लो , , ।
अभी मेरा तुम पर कोई हक नहीं , , , , है इसीलिए तुम्हारे अंदर इतनी हिम्मत है , , ।
कि तुम मेरे सामने किसी और , , , , लड़के का हाथ थाम कर खड़ी हूं , , ।
लेकिन वादा करता हूं तुमसे , , , , बहुत जल्द बहुत जल्द तुम्हार ये हाथ मेरे हाथों में होगा , , ।
और तुम पर मेरा पूरा हक होगा , , , , तब तुम किसी और का हाथ थामना , , ।
तो दूर किसी और लड़के को , , , , नजर उठा कर देखने की भी हिम्मत नही करोगी , , " ।
यह सोच कर आरव पूनम जी , , , , की तरफ देखता है और उनसे कहता है , , ।
" मासा मैं आफिस चलता हूं , , " ।
यह कह कर आरव अपनी कार , , , , में बैठता है और वहां से चला जाता है , , ।
आरव के जाने के बाद सांची , , , , भी पूनम जी को प्रणाम कर कर , , ।
प्रशांत की बाइक पर बैठ कर , , , , अपने कॉलेज के लिए निकल जाती है , , ।
सांची के जाने के बाद पूनम जी , , , , मेंशन के अंदर जाने लगती हैं , , ।
पूनम जी मेंशन के अंदर जा ही रही थी , , , , कि उनके साथ वाली नौकरानी , , ।
उनसे मुस्कुरा कर कहती है , , ।
" मालकिन मन्ने लागे छोटे मालिक , , , , ने ये छोरी भा गई है , , " ।
उस नोकरानी की बात सुन , , , , कर पूनम जी मुस्कुराते हैं और उससे कहते हैं , , ।
" हमें भी ऐसा ही लगता है सरला , , , , लेकिन हम अभी आरव से कुछ बात नहीं कर सकते हैं , , ।
तुम जानती हो ना आरव को , , , , उसके मूड का कोई भरोसा नहीं है , , ।
इसीलिए जब तक वह खुद से , , , , हम से नहीं कहेगा कि , , ।
उसे सांची पसंद है तब तक हम , , , , इस बारे में ना तो सोचूंगी और ना ही बात करेगे , , ।
अगर आरव को साची पसंद , , , , है तो इससे बड़ी खुशी की बात , , ।
हमारे लिए कोई नहीं होगी कि , , , , हमारी दोस्त की दोनों बेटियां हमारे घर की बहू बनेगी , , " ।
यह कह कर पूनम जी मुस्कुराती , , , , है और मेंशन में चली जाती हैं , , ।
साची का कॉलेज । ।
सांची प्रशांत के साथ , , , , कॉलेज आ जाती है , , ।
साची कॉलेज आते ही अपने , , , , क्लासेस लेना स्टार्ट कर देती है , , ।
इस पूरे वक़्त में वह श्री से एक , , , , बार भी नहीं मिली थी , , ।
उसे डर था कि कहीं श्री उस से ये , , , , ना पूछ ले कि वह कॉलेज आज लेट क्यों आई है , , ।
लेकिन वह कहते हैं ना जब , , , , आप को पता हो की , , ।
आपका छोटे भाई बहन कितने , , , , बड़े शरारती और क्या - क्या कर सकते हैं , , ।
तो उन का 1 मिनट गायब होना , , , , भी आप को किसी कांड का संकेत दे देता है , , ।
ऐसा ही संकेत श्री को हो गया , , , , था कि सांची कॉलेज लेट आई है , , ।
इसका मतलब वह जरूर कोई , , , , न कोई कांड कर के आई है , , ।
इसीलिए वह अपनी क्लासेस , , , , लेने के बाद सांची से बात करने के , , ।
लिए उसकी क्लास की , , , , तरफ बढ़ जाती है , , ।
अभय का ऑफिस । ।
अभय अपने केबिन में बैठा , , , , काम कर रहा था , , ।
तभी उसके केबिन में , , , , आरव एंटन होता है , , ।
आरव अभय के केबिन में , , , , एंट्री कर - कर उसके सामने वाली चेयर पर बैठ जाता है , , ।
आरव के दिमाग में सांची और , , , , प्रशांत का हाथ पकड़ने वाला सीन घूम रहा था , , ।
उसे इस वक्त प्रशांत पर , , , , बहुत गुस्सा आ रहा था , , ।
और साथ ही उसे सांची का , , , , उसकी कार का खराब करना , , ।
उसका मासूम चेहरा यह सब , , , , याद कर कर उससे बहुत हंसी भी आ रही थी , , ।
इसीलिए वह बैठा - बैठा सांची , , , , के बारे में सोच कर मुस्कुरा रहा था , , ।
अभय जब आरव को मुस्कुराता , , , , देखता है तो उसे कन्फ्यूजन से पूछता है , , ।
" क्या बात है आरव , , , , बड़े मुस्कुरा रहे हैं , , " ।
अभय की आवाज सुन कर , , , , आरव अपनी सेंस में आता है , , ।
और कुछ सोच कर , , , , अभय से कहता है , , ।
" भाई सा होने वाली भाभी सा , , , , की कोई छोटी बहन भी है क्या ? , , " ।
अरब की बात सुन कर अभय , , , , जो अपने लैपटॉप पर काम कर रहा था , , ।
उस की उंगलियां रुक जाती हैं , , ।
और वह अपनी आंखें छोटी कर , , , , करा आरव को देखता है और उससे पूछता है , , ।
" है लेकिन तुम्हें तुम , , , , क्यों पूछ रहे हो ? , , ।
अभय की बात सुन कर , , , , आरव बिना सोचे समझे साफ लफ्जो में उसे कहता है , , ।
" मुझे उससे शादी करनी , , , , है भाई सा , , " ।
आरव की बात सुन कर अभय , , , , शोकड हो जाता है , , ।
और उससे हैरानी से देखते , , , , हुए उससे कहता है , , ।
" क्या कहा तुमने ? , , " ।
अभय की बात सुन कर , , , , आरव मुस्कराता है , , ।
और उससे कहता है , , ।
" मैंने कहा भाई सा की , , , , मुझे साची से शादी करनी है , , " ।
आरव की बात सुन कर , , , , अभय ग़ुस्से से अपनी चेयर से खड़ा होता है , , ।
और उससे ग़ुस्से से , , , , कहता है , , ।
" Have you gone mad आरव , , , , तुम्हे शादी करनी है , , ।
वो भी उस लड़की से जिसे तुम , , , , जानते तक नही तुम जन्नते हो न लडकिया . . . . " ।
अभय अपनी बात पूरी कर , , , , पाता उससे पहले आरव बोलता है , , ।
" रिलैक्स भाई सा I know की , , , , आप लड़कियों के बारे में क्या सोचते है , , ।
पर क्या आप को लगता है , , , , की मुझे धोका देना इतना आसान है , , ।
आप जन्नते है भाई सा की , , , , मेरी ज़िंदगी मे आने का रास्ता है , , ।
जाने का नही मेरी जिंदगी में , , , , लोग आते भी मेरी मर्ज़ी से , , ।
और जाते भी है मेरी मर्ज़ी से , , , , so relax , , " ।
आरव की बात सु। कर , , , , अभय कुछ सोचता है , , ।
फिर उससे सीरियस हो कर , , , , कहता है , , ।
" तुम सच मे साची के साथ , , , , अपनी पूरी लाइफ बिताना चाहते हो या , , , , सिर्फ उसकी खूबसूरती . . . . " ।
आरव अभय की अधूरी बात को , , , , समंझ कर तिरछा मुस्कराता है , , ।
और अपनी चेयर से खड़ा हो कर , , , , आफिस के गिलास विंडो की तरफ चलते हुए , , ।
उससे कहता है , , ।
" I understand भाई सा की आप , , , , क्या कहना कहते है , , ।
पर मुझे सच मे साची के साथ , , , , अपनी पूरी ज़िंदगी बितानी है , , ।
कुछ तो बात है उसमें , , , , जो मुझे अपनी तरफ खिंचती है , , ।
उसकी पहली नज़र ने कुछ , , , , ऐसा असर किया कि उसे देख कर , , " ।
फिर आरव अपनी आखे बंद कर कर , , , , आगे कहता है , , ।
" मन किया उसे बाहो में भर , , , , लु उसका मासूम चेहरा घबराही हुई नजरे , , ।
सब ने मेरे दिल मे एक , , , , अजीब सी हलचल कर दी , , "।
फिर आरव अपनी आखे खोलता है , , , , और अपनी सीरियस आवाज़ में कहता है , , ।
" लेकिन मसुबियत के साथ - साथ , , , , गुरुर और घमंड भी है उसमें , , ।
जिसे मुझे तोड़ना है , , , , मुझे साची चाइये भाई सा मुझे वो अपने पास चाइये , , ।
मर्ज़ी से या जबरदस्ती से , , , , लेकिन वो मुझे चाहिए ही , , " ।
आरव की बात सुन कर , , , , अभय कुछ सोचता है , , ।
फिर एक डेविल मुस्कान , , , , मुस्कराता है और उससे मेहता है , , ।
" मिल जाएगी तुम्हे साची मिल जाएगी , , , , मैं मासा से तुम्हारी शादी की बात करुगा , , ।
तुम्हारी शादी साची से ही होगी , , , , चाहे वो मर्जी से हो या जबरदस्ती से , , " ।
अभय की बात सुन कर , , , , आरव खुश हो जाता है , , ।
और अभय के गले लग , , , , जाता है , , ।
आरव के गले लगते ही , , , , अभय के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाती है , , ।
Dear रीडर्स । तो आप को क्या लगता है ? , , , , की अब अभय के दिमाग , , , , में क्या चल रहा है ? , , , , अपना जवाब मुझे कमेंट , , , , कर - कर जरूर बताएं , , , , और guys पहले तो , , , , सॉरी की मैं चैप्टर , , , , नही अपलोड कर रही थी , , , , वो दलसर मेरी ताभियत , , , , इसलिए मैं अपनी किसी , , , , भी स्टोरी का चैप्टर , , , , अपलोड नही कर पा , , , , रही थी और guys , , , , फाइ
नली अब मेरी नावेल , , , , के पास सिर्फ एक , , , , महीना है अगर इस , , , , एक महीने में मेरी , , , , नावेल ने अच्छा प्रोग्रेस , , , , नही किया तो वो लोग , , , , मेरी नावेल बैंड कर देंगे , , , , सो मेरे पास और , , , , मेरी नावेल के पास , , , , सिर्फ एक महीना है , , , , इसे बचाने के लिए , , , , so अब मैं daily , , , , चैप्टर दूँगी और आप , , , , भी इसे लाइक कमेंट , , , , और शेयर कर कर , , , , इसकी प्रोग्रेस बढ़ाये और , , , , आप को आज का , , , , चैप्टर कैसा लगा ? मुझे , , , , कमेंट कर - कर जरूर बताएं । ।
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