एक छोटे से गाँव में एक पुराने और बंद गृह के बारे में कई कहानियाँ प्रचलित थीं। वह गृह अनजान होने के साथ-साथ भयानक भूतिया गृह भी ठहरा था। कहानियों के मुताबिक उस गृह में रहने वाले लोगों के साथ अनसुलझी हुई घटनाएँ होती थीं और कई लोग उस गृह को तोड़ने की कोशिश करते, पर वह सभी अज़ीब और रहस्यमय ढंग से गायब हो जाते।
इस गृह की कहानी सुनकर भी एक दिन वीर, एक बहादुर और साहसी युवक, ने निर्णय किया कि वह इस रहस्यमय भूतिया गृह का पर्दाफ़ाश करेगा। वीर ने गाँव के अन्य युवा साथियों को भी अपने साथ लिया, और सभी ने मिलकर गृह की जाँच करने का निर्णय किया।
जब तक दिन की रौशनी थी, वे गृह के पास पहुँचे और गृह के दरवाज़े पर खड़े हो गए। वीर को लगा कि गृह वास्तव में भूतिया है, पर वह और भी निश्चित होने के लिए अंदर जाने का निर्णय किया। वे सभी धीरे-धीरे गृह के अंदर चले गए, और वीर ने एक पुराने बंद पर्दे को खोला।
परंतु अचानक वे सभी अचरज में पड़ गए, क्योंकि उन्होंने गृह के अंदर कुछ अनसुलझे हुए और अजीब चीज़ें देखीं। वे गृह के अंदर भटकते रहे और एक कमरे में पहुँचे, जहाँ वे एक पुरानी बैठक की व्यवस्था देखे। वीर ने देखा कि उस बैठक में कुछ व्यक्ति बैठे हुए थे, पर वे सभी मृत दिख रहे थे। उन्होंने भयभीत होकर उनके पास जाने का प्रयास किया, पर उन्होंने गृह के दरवाज़े पर वापसी की घटना हुई।
गृह के अंदर की रहस्यमय और भयानक वातावरण के चलते सभी युवा साथियों को भय और दुविधा महसूस हो रही थी। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि क्या वे गृह के रहस्यों का पता लगा पाएंगे या नहीं।
गृह में वे सभी रहे और रात बीतते गई। रात के अंधकार में उन्हें भयानक भूतिया आवाज़ें सुनाई देने लगीं, और उन्हें लगा कि गृह के