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Chapter 3 - डिजली का अपहरण

अगली सुबह आठ बजे जब मुखौटे ने अपना टीवी चालू किया तो उसने स्क्रीन पर उसी लड़की को पाया जिससे उसकी मुलाक़ात आखिरी को रात हुई थी | वह लड़की एक पत्रकार थी जो उसकी जमकर आलोचना कर रही थी | टीवी पर बीती रात की घटना का दृश्य चित्रित किया गया था | सक्रीन के एक कोने में लगातार मुखौटे की तस्वीर दिखाई जा रही थी |

'यह नकाब में छुपा हुआ एक भेड़िया है | जो अपनी असलियत इस नकाब के पीछे छुपाता है | हमारे समाज को आज इससे खतरा उत्पन्न हो चुका है | देखिये कैसे यह भेड़िया अपनी तलवार से मासूम इन्सानों को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाता है | मुझे लगता है आज हमारे समाज को जंगली जानवरों से उतना खतरा नहीं है जितना कि इस प्रकार के भेड़ियों से हैं | इसमें कोई दोराय नहीं है कि यह एक प्रशिक्षित कातिल है | हमारे जवान इस कातिल की खोज में जूटे हुए हैं | मुझे उम्मीद है हम इसे जल्दी ही गरिफ्त में ले लेंगे, ताकि और बेगुनाहों के लहू को बहने से रोका जाये |' बिलि ने समाचार सुनाते हुए कहा |

मुखौटा अपने हाथों में चाय का कप लिए हुए अपनी तारीफ सुन रहा था | उसने चाय के कप को अपनी मेज़ पर रखा और टीवी का रिमोट उठाते हुए टीवी बंद कर दिया |

'तारीफ के लिए शुक्रिया मिस बीलि | मैं भी कहाँ टीवी देखने में व्यस्त हो गया | मेरे बहुत से काम अभी शेष पड़े हैं | अरे... काम से याद आया मुझे आज डेजली के विवाह में भी तो जाना है | बेचारा डेजली मेरा इंतज़ार कर रहा होगा |' मुखौटे ने खुद से बातचीत के दौरान कहा और आईने के सामने जाकर खड़ा हो गया |

'मैं कितना खूबसूरत नज़र आता हूँ न इस नकाब में, एक दम मसीहा जैसा | मुखौटा आज का भेड़िया और कल का मसीहा | हहहहह.... | चलो अब वक़्त ज़ाया मत करो |' मुखौटे ने अपनी तलवार और तेज़ धार वाले दो-तीन चाकुओं को अपनी कमर से बांध लिया |

'हे, मिस बिलि, आपने आज उस शैतान को जमकर अपने शब्दों से धोया है | आप सच में ही एक काबिल, होनहार, होशियार और निर्भीक पत्रकार हैं |' मिस्टर डून ने बिलि से कहा जोकि अपने काले सूट में किसी जोकर सा नज़र आ रहा था | उसने अपने बालों को लाल रंग से रंगा हुआ था |

'शुक्रिया मिस्टर डून | मैंने तो बस अपना फर्ज़ निभाया | वैसे आपके बाल आप पर काफी फबते हैं |' बिलि ने डून का मज़ाक उड़ाते हुए कहा |

'मेरी माँ भी मुझसे यही कहती है | आप भी मेरी तरह अपने बालों को लाल क्यों नहीं कर देती | आप पर भी मेरी ही तरह लाल बल खूब जचेंगे |' डून ने बियर का गिलास उठाते हुए कहा |

'शुक्रिया डून | मुझे लगता है मैं अपने काले बालों में भी खूबसूरत दिखती हूँ|' बिलि ने शरबत का गिलास उठाते हुए नाटकिया अंदाज़ में कहा |

मिस बिलि और डून दोनों ही डेजली के विवाह में आमंत्रित थे | हौल में चारों तरफ ही लोग एक दूसरे से बातचीत करते नज़र आ रहे थे | लगभग सभी अपने हाथों में गिलास थामे हुए थे | सूट-बूट पहने पुरुष और साड़ियाँ पहने हुई युवतियाँ विवाह के इस अवसर पर अपना-अपना रुतबा कायम किए थे | विवाह स्थल को फूलों से सजाया

गया गया था | रंग-विरंगी रोशनीयां चारों तरफ फैली हुई थी और हौल के बीचों-बीच झूमर अपनी झंकार भर रहा था |

डेजली मेयर अल्फ्रेड मास्को का इकलौता पुत्र है | जिसका विवाह आज ब्रिड़ा से होने वाला है | चारों तरफ रक्षक फैले हुए हैं और चारों तरफ नज़रें गड़ाये कतपुतलियों के जैसे खड़े हैं |

'ओह रोमन |' बिलि ने रोमन को गले लगाते हुए कहा |

'हाय, माय लेडी तुमने तो आज कमाल ही कर दिया | तुमने वो तस्वीरें कहाँ से पायी ?' रोमन ने बिलि के हाथ को चूमते हुए कहा | जिसे देख कर डून ईर्ष्या से आग बबूला हो रहा था |

'मैं पिछली रात घटना स्थल पर गयी थी | मुझे वो वहीं मिला था |' बिलि ने कहा |

'कौन ? मुखौटा |' डून ने हैरत से कहा |

'हाँ, वही शैतान |'

'बिलि तुम्हें अपना ध्यान रखना चाहिए | वह तुम्हें हानि भी पहुंचा सकता था|' रोमन से सहानुभूति जताते हुए कहा |

'हाँ पहुंचा तो सकता था मगर मैं सही सलामत हूँ और तुमसे बात कर रही हूँ |' बिलि ने अपने चेहरे पर एक मुस्कान भरते हुए कहा |

'लेडीज एंड जेंटलमैन माफ करना, मैं आपका ध्यान कुछ क्षणों के लिए अपनी तरफ खींचना चाहूँगा | आज हम यहाँ मेरे प्रिय पुत्र डीजली के विवाह समारोह पर एकत्र हुए हैं | मैं चाहता हूँ कि आप सभी मेरी होने वाली बहू और मेरे पुत्र का स्वागत तालियों के साथ करें |' मेयर ने माइक पर कहा, जो स्टेज पर खड़ा था |

सभी उसका यह कथन सुनकर उसकी तरफ मुड गए और तालियाँ बजाने लगे | मगर हैरत तब हुई, जब सभी ने मारया {डीजली की होने वाली पत्नी } को अकेला स्टेज पर पाया | सभी इस पर ठहाके मार-मार कर हंसने लगे और मेयर का मज़ाक उड़ाते रहे |

'डीजली कहाँ हैं?' मेयर ने अपने दोनों हाथ हवा में उछालते हुए अपने सेक्रेटरी माइकल से पूछा |

'मालूम नहीं सर! कुछ समय पहले तक तो यहीं अपने दोस्तों के साथ बातचीत करते पाये गए थे |' माइकल ने अपनी नज़रें हौल में दौड़ाते हुए कहा |

'सर.सर. वो डीजली को ले गया |' डीजली का अंगरक्षक भागते हुए मेयर के पास आया और बोला | उसकी चढ़ती हुई साँसों से ज्ञात हो रहा था जैसे वह अभी अभी मेराथोन दौड़कर आया हो |

'कौन वो? वो कौन? अब कुछ बोलो भी नामाकूल |' मेयर ने अंगरक्षक को लताड़ते हुए कहा |

'सर वही |'

'वही कौन?' मेयर की आँखें आग उगल रही थी |

'सर वही, मुखौटा |'

'नहीं, तुम क्या कर रहे थे? मैंने तुम्हें डीजली की रक्षा के लिए नियुक्त किया था | फिर यह सब कैसे हुआ?' मेयर भड़कते हुए बोला |

'सर यह समय उसे पकड़ने का है | इसे छोड़ दीजिये व्यर्थ में अपना कीमती समय ज़ाया मत कीजिये |' माइकल ने मेयर से कहा और अपने आदमियों के साथ मुखौटे का पीछा करने को निकला | मेयर भी उन सभी के

पीछे-पीछे अपनी कीमती कार में बैठ कर रवाना हो गया |

कुछ ही देर में यह सूचना सम्पूर्ण माहौल में गूँज उठी | तरह-तरह की बातें होने लगी और सभी चंद लम्हात के भीतर ही अस्त व्यस्त होते नज़र आने लगे |

'तुम कहाँ जा रही हो?' रोमन ने बिलि से पूछा |

'उसके पीछे |' बिलि आगे बढ़ते हुए बोली |

'नहीं तुम उसके पीछे नहीं जा रही हो | इस बार तो नहीं |' रोमन ने बिलि को रोकने का प्रयास करते हुए कहा |

'मैं जा रही हूँ, तुम भी अगर आना चाहते हो, तो मैं मना नहीं करूंगी |'

'नहीं बिलि | यह कहते हुए रोमन भी बिलि के पीछे-पीछे चल पड़ा | डून केवल उन्हें देखता ही रह गया और खुद पर शर्मिंदा होता रहा |

'बिलि यह तुम्हारा कार्य नहीं है | यह सेना के ज़बानों और पुलिस कर्मचारियों का कार्य है | जब वह मेयर के बेटे पर अपना हाथ साफ कर सकता है तो फिर तुम तो केवल एक मामूली सी प्रेस रेपोर्टर हो |' रोमन ने बिलि के पीछे-पीछे वाहन की तरफ बढ़ते हुए कहा | बिलि ने कार को भवन की सबसे निचली मंज़िल में खड़ा किया था |

'रोमन तुम व्यर्थ में ही घबराते हो | जबकि घबराना तो मुझे चाहिए |' बिलि ने हँसते हुए कहा |

'ऐसा किसलिए?'

'क्योंकि मैं एक लड़की हूँ |'

'ओह! मैं तो तुम्हें एक मर्द समझता था | हहहहा|' रोमन ने ठहाका लगाया किन्तु बिलि ने उसके इस ठहाके पर कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की |

दोनों सफेद रंग की टोयोटा में बैठ कार उस दिशा में रवाना हो गए जिस तरफ मेयर और उसके आदमी गए थे |

सड़कों पर वाहनों में जैसे दौड़ सी छिड़ गयी | सबसे पहले पायदान पर मुखौटा बना हुआ था | जो काले रंग की लेमबरगिनी में डीजली को साथ लिए हुए था | मेयर और उसके आदमी हथियार लिए उसका पीछा कर रहे थे |

मगर वह उनकी पहुँच से काफी दूर था |

'गोलियां चलाओ, उसे जाने मत दो |' माइकल ने अपने आदमियों से कहा |

'तुम्हारा दिमाग तो ठीक है | उस कार में मेरा बेटा भी है |' अल्फ्रेड मास्को चिल्लाकर बोला और कार की खिड़की से झाँकता हुआ अपने अपने बेटे की तरफ देखने लगा |

'मुझे माफ कीजिये सर |' माइकल ने अपना सिर झुकाते हुए कहा |

'लो तुम्हारा तुम्हारा इकलौता बाप भी आ गया |' मुखौटे ने डीजली से कहा | डीजली के मुंह पर पट्टी बंधी हुई थी और हाथ रस्सी से जकड़े हुए थे | बेचारा हिलता-डुलता हुआ मुखौटे की कैद से खुद को रिहा करने की नाकाम कोशिशें कर रहा था |

'हुन्न हुन्न...|' डीजली ने बोलने का प्रयास किया |

मुखौटे ने उसके मुंह पर बंधी पट्टी को हटाया और बोला- 'सांस घुट रही है क्या ?'

'मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है ?' डीजली ने मुखौटे की तरफ देखते हुए कहा |

'मैंने कब कहा कि तुमने मेरा कुछ बिगाड़ा है |'

'तो फिर मुझे बंदी क्यों बनाया है ?' डीजली ने अपनी त्योरीयां चढ़ाते हुए पूछा |

'बस ऐसे ही |'

'बस ऐसे ही ! तुम्हारा दिमाग खराब है | तुम मारे जाओगे | मेरे पिता और उनके आदमी तुम्हारा पीछा कर रहे हैं | क्या तुम जानते भी हो कि मेरे पिता इस देश के मेयर हैं |' डीजली ने पीछे मुड़कर देखते हुए कहा |

'मैं मौत से नहीं डरता और किसी मेयर से भी नहीं | क्या तुम मौत से डरते हो? हहहा...| तुम्हारा चेहरा देखकर लगता है तुम मौत से डरते हो |' मुखौटे ने डीजली की आँखों में देखते हुए कहा |

'तुम पागल हो | कृपा करके मुझे जाने दो | आज मेरा विवाह है |' डीजली ने कहा |

'बेबकूफ लड़के आज तुम्हारा स्व्यंबर मृत्यु से होने वाला है | मारया से नहीं|'

'तुम उसका नाम कैसे जानते हो?' डीजली ने हैरत भरी निगाहों से मुखौटे को देखते हुए पूछा |

'मैं सब जानता हूँ | जैसे कि अभी हम हाईओवर से उड़ने वाले हैं |'

'नहीं, ऐसा करना आत्महत्या होगा | तुम झूठ कह रहे हो ना | कहो न कि तुम झूठ बोल रहे हो |' डीजली ने घबराते हुए कहा |

'नहीं, मैं हमेशा सच कहता हूँ |' मुखौटे ने कहा और कार को फ्लाईओवर की मेढ से टक्कर मारते हुए निचली सड़क पर उतार दिया | डीजली कुछ वक़्त के लिए चिलाया किन्तु जैसे ही कार सड़क से नीचे उतरी, उसने खामोशी साध ली और ईश्वर से अपने लिए दुआ मांगने में जुट गया | उसने आज से पहले कभी भी इस तरह का कोई पागल इंसान नहीं देखा था | सड़क पर जिसने भी यह दृश्य देखा उसका मुंह खुला ही रह गया |

'लो हम नीचे पहुँच गए | हहह… |' मुखौटा हँसते हुए बोला | डीजली ने उसके इस कथन पर केवल हैरान आँखों से उसे एक पल लिए देखा | वह कुछ कहना तो चाहता था मगर उसने कुछ न कहने में ही अपनी भलाई समझी |

'सर उसने गाड़ी को नीचे कूदा दिया |' माइकल ने कहा |

यह देख अल्फ्रेड मास्को पूरी तरह निराशा से भर गया | वह जानता था कि अब मुखौटे को पकड़ना असंभव है |

'सर मुझे लगता है हमें लौट जाना चाहिए और सेना को इस अपहरण की खबर देनी चाहिए |' माइकल ने कहा जिसके जबाब में अल्फ्रेड कुछ भी नहीं बोला | अल्फ्रेड मास्को ने केवल निराशापूर्वक हामी भरी और फ्लाईओवर की मेढ पर जाकर अपना सर पकड़े हुए खड़ा हो गया | वह उसी स्थान पर खड़ा था जहाँ से मुखौटे ने अपनी कार को नीचे उतारा था |

'वाह ! मैंने पहले कभी गाड़ियों को उड़ते हुए नहीं देखा |' रोमन ने बिलि की तरफ देखते हुए आश्चर्य के साथ कहा |

'रोमन चुप करो | वो एक कातिल है | उसका पकड़ा जाना बेहद महत्वपूर्ण है |' बिलि गंभीरता के साथ बोली |

'मुझे माफ करना बिलि पर उसका इस तरह से कार को फ्लाईओवर से नीचे उड़ाना बाकेय में ही अद्भुत था |' रोमन ने मुस्कान भरते हुए कहा |

'चलो लौट चलें |' बिलि ने कहा और वापिस कार में बैठकर घर को रवाना हो गयी |

'तुम मुझे कहाँ ले आये हो ?' डीजली ने मुखौटे से पूछा |

'मैं तुम्हें नहीं लाया हूँ, तुम्हें तो तुम्हारा नसीब यहाँ खींच लाया है | नसीब वो, जो असल में तुम्हारा है ही नहीं |' मुखौटे ने अपने लिए एक गिलास शरबत बनाते हुए कहा |

'तुम एक शैतान हो | ईश्वर तुम्हें कभी भी माफ नहीं करेगा |' डीजली ने उस वक़्त कहा जिस समय मुखौटे ने उसे एक कोने में खड़े खंबे से बांध दिया |

'तुम एक बात भूल रहे हो, शैतानों के ईश्वर नहीं होते | हह...|' मुखौटे ने शरबत का गिलास खत्म करते हुए कहा |

'तुम ज़्यादा देर तक छुपे नहीं रह सकते | मेरे आदमी तुम्हें खोज निकालेंगे |'

'मैं एक रूह हूँ और रूहों को खोजना इंसानी तकदीर में नहीं | उम्मीद करता हूँ तुम्हें नर्क नसीब हो |' मुखौटे ने डीजली से कहा और उसके दिल में खंजर घोंप कर उसके प्राण हरण कर लिए | मुखौटे के हाथ और कत्ल करने हेतु उपयोग में लाया गया खंजर दोनों ही लहू से सन गए | टिप-टिप कर लहू की बूंदें उसके काले जूतों पर उतरने लगी | यह पहली बार नहीं था जब उसने किसी पर ऐसे क्रूरतापूर्वक प्रहार किया हो | इंसानी लहू उसके लिए नशा बन चुका था |

सामने डीजली के शव को देखकर वह मुग्ध होकर नाच नाचने लगा | चारों ओर गोल घूमता और हवा में लहू से सने खंजर को नचाता | उसका काला चोगा उसके नाचने की क्रिया के साथ हवा में लहरा रहा था | म्यूजिक तेज़ी से बज रहा था और उसका मन पसंद गाना गूंज रहा था | यह गाना उसके द्वारा ही रचा और गाया गया था | जो इस प्रकार था .... "मैं प्यासा हूँ, जमाने वालों, मेरी प्यास बुझाओ, तुम गाओ गीत शांति के, मैं जुलमियों का लहू बहाऊँ, अत्याचारियों के साथ खेलूँ खेल पहले मैं अनोखा,बाद उनकी रूहों को सताऊँ, भय से अनभिज्ञ हूँ मैं, पहचान सदा अपनी छिपाऊँ, है ख्वाइश बस इतनी कि मैं सिर्फ मुखौटा कहलाऊँ...| मैं प्यासा हूँ जमाने वालों मेरी प्यास बुझाओ |"