आरोही कमरे में जाने के बाद देखती है कि उसकी तरह और भी कूछ लोग पकड़ कर लाये गये हैं | तभी उसकी नजर डाक्टर शर्मा पर जाती है वो उनके पास जाती है और कहती है कि आप तो वही फेमस सर्जन है न जिनका नाम डाक्टरों की दूनिया मे काफी मसहूर है और में भी बिल्कुल आपकी तरह हि एक अच्छा डाक्टर बनना चाहती हूँ | और लोगों का इलाज करना चाहती हूँ |
तभी आरोही की नजर कोने में खड़े प्रोफेसर वर्मा पर जाती हैं | जो दवाइयों के बहुत बडे खोजकर्ता है उन्होंने बहुत सारी बिमारियों के दवाई बनाया है |
आरोही उनके पास जाती है और कहती है कि नहीं ये नहीं हो सकता कह दो की ये सब बस एक सपना है | मूझे तो अपनी आँखों पर विश्वास हि नहीं हो रहा है ये कैसे हो सकता है |
प्रोफेसर वर्मा = ये कोई सपना नही है मै सच में हूँ बाकी लोगों के साथ क्या तुम भी एक डाक्टर हो या फिर साइन्टीस्ट | क्योंकि यहाँ जो भी लोग लाये गए हैं वो या तो डाक्टर हैं या फिर साइन्टीस्ट है |
आरोही = मैं भी एक डाक्टर हि हू लेकिन पूरी तरह से नहीं क्यों की मै अभी मेडिकल कि स्टूडेंट हु अभी मूझे ग्रेजुएट होने में एक साल बाकी है |
प्रोफेसर वर्मा = तो फिर ये लोग तूम्हें यहाँ क्यों लेकर आये है |
तब आरोही उन्हें सारी बातें बताती है |
डाक्टर शर्मा = अच्छा तो ये बात है इनलोगो को तूम्हें ना चाहते हूवे भी पकड़ कर लाना पडा़ |
आरोही = लेकिन मूझे ये समझ नही आ रहा की इनलोगो ने आखिर हम लोगों को क्यों पकड़ कर यहाँ लाये है |
हमसे भला इन्हें क्या चाहिए होगा |
तभी पिछे से एक लडका बोला जो आरोही से दो या चार साल बड़ा होगा = इन्हें जरूर हम इन्सानो पर कोई प्रयोग करना होगा इसलिए ये हम सब लोग को यहाँ पकड़ कर लाये है |
आरोही = तुम कौन हो |
मेरा नाम राघव है और मै भी एक डाक्टर हूं |
आरोही = अच्छा तूम ऐसा कह सकते हो कि इन्हें शायद हम सब पर प्रयोग करना होगा लेकिन मूझे ऐसा नहीं लगता
राघव = ऐसा क्यों
आरोही = तूम ही सोचो जरा अगर इन लोगो को सिर्फ हम इन्सानो पर प्रयोग करना होता तो वे किसी भी आम इंसान को पकड़ कर लाते जिनके गायब होने पर ज़्यादा लोगों को पता न चलता जिससे इनका काम आसान हो जाता लेकिन यहाँ जितने भी लोग है वो सारे जाने माने डाक्टरस और साइन्टीस्ट है इनके गायब होने से पूरी हलचल मच गई होगी पूलिस इन सब को ढूढने में लग गई होगी |
प्रोफेसर वर्मा = आरोही बिल्कुल सही कह रही है ये हमसे कुछ और चाहते हैं |
सभी लोग एक दुसरे से इसी बारे में बात करने लगते हैं और काफी परेशान और डरे हुए थे |
और इधर आरोही एक में उदास होकर बैठकर ये सोचने लगती है कि पता नहीं धरती पर क्या हो रहा होगा अभी सब कितने परेशान हो गये होगे मेरे ना मिलने की वजह से और मेरे गायब होने कि खबर अन्य अँकल तक पहुँच गई होगी तो वो बहुत परेशान हो गये होगें मेरे माता पिता के जाने के बाद उन्होंने ही मेरा ध्यान रखा है | ( आरोही के माता पिता जब वो 8 साल की थी तभी एक र्दुघटना में चल बसे थे तब से वो अपने अंकल मिस्टर यान के साथ रहती थी जो उसके पिता के बहुत अच्छे दोस्त थे)
तभी कुछ एलियन कमरे में आते हैं और कहते हैं कि आप सब को हमारे साथ चलना है चलिये |
तब वे लोग आरोही के साथ सबको लेकर जाने लगते हैं वे उन सब को लेकर एक हाल में पहूचते है जहाँ पहले से ही एजी 35 , Q 22 , आइ जी 20 और भी कूछ लोग सामने खडे़ थे |
आरोही के साथ सभी लोगों को एक जगह बैठने के लिए कहा गया |
आइ जी 20 = आप सब सोच रहे होंगे की हमलोगों ने आप सब को यहाँ पकड़ कर क्यों लाये है | अगर आप सब हमारी बात मानेंगे और कोई चलाकी नहीं करेंगे तो आप सब को काम खत्म होने के बाद सही सलामत आपके धरती पर वापस भेज दिया जायेगा लेकिन अगर किसी ने भी कोई चालाकी दिखाई तब उसके साथ जो बूरा होगा उसका जिम्मेदार वो खुद होगा |
अगर आप सब हमारी मदद करने के लिए मान जाते हैं तो आप सब यहाँ आजादी से कही भी आ जा सकते हैं घूम सकते हैं |
आरोही = लेकिन मदद क्या चाहिए तो बताओ पहले फिर हम सोचेंगे | तूम हम इन्सानो को ही बूरा बोल रहे थे और अब हमशे हि मदद माँग रहे हो |
आइ जी 20 = तुम कूछ देर चूप नहीं रह सकती हो क्या हर बार बोलना जरूरी है |
आरोही = क्यों ना बोलू मै बोलूगी तूम रोक के दिखाओ तूम्हे क्या लगता है तूम्हारे चिल्लाने से मै डर जाउंगी |
जी डी 30 = कौन है ये लडकी जो आइ जी 20 के सामने बिना डरे बोल रही है काफी दिलचस्प है मिलना पडेगा इससे तो |
एजी 35 = ये आरोही है काफी कूल है | और बहादुर भी
आइ जी 20 = चूप हो जाओ तूम सब और तूम सब मे से कोई एक आगे आवो जो तुम सब का लीडर हो और थोड़ा समझदार हो नहीं तो यहाँ कूछ लोग गलती से आ गये हैं जिनका सिर्फ मुह चलता है दिमाग नही क्योंकि दिमाग में कचरा जो भरा है उनके ऐसा उसने आरोही के तरफ देखते हुए कहा |
आरोही = क्या कहा तूमने तूम्हारी इतनी हिम्मत तूम्हे तो मैं छोडूंगा नहीं
प्रोफेसर वर्मा आरोही को रोकते हुए | रूक जाओ हमे अभी शान्ति से काम लेना चाहिए |
आरोही = ठीक है अभी तो छोड़ देती हूँ लेकिन आगे अगर कूछ और बोला न तो तूम्हे छोडूगी नहीं समझे मिस्टर खडूस एलियन कही के
आइ जी 20 = मूझे खडूस एलियन कहना बंद करो बददिमाग इन्सानी लड़की |
आरोही = तो मूझे भी बददिमाग कहना बंद करो मिस्टर खडूस एलियन |
आई जी 20 = क्या कहा तूमने जी डी 30 आई जी 20 के बात को बिच मे काटते हुए बोला अब बस भी करो तुम दोनों तब से देख रहा हूँ तूम दोनों बस लडे हि जा रहे हो | जिस काम के लिए यहाँ आये है पहले वो कर ले और तुम्हे कब से किसी के कूछ कहने पर इतना फर्क़ पडने लगा क्योंकि मैं जिस आइ जी 20 को जानता हूँ वो तो ऐसा बिल्कुल नहीं है |
आइ जी 20 = तुम चूप रहो तूम्हे बाताने कि जरूरत नही है कि मूझे क्या करना चाहिए और क्या नही | भुलो मत मै तूमसे एक लेवल सिनियर हूँ |
जी डी 30 = हा हा ठीक है अब लेवल की बात मत करो
आइ जी 20 = तो ठिक है अब जल्दी से बताओ कि कोन आ रहा है मेरे साथ बात करने के लिए |
आरोही = मूझे लगता है कि प्रोफेसर वर्मा को जाना चाहिए क्योंकि वो हम सब से सिनियर है | बाकी सब ने भी कहा हा उन्हें ही जाना चाहिए |
उसके बाद प्रोफेसर वर्मा और आइ जी 20 बात करने के लिए दूसरे कमरे में चले जाते हैं |