Chereads / Aabha or Kohinur / Chapter 1 - यह है हमारी पहली मुलाकात'' जब तुम मुझे बोहत बुरे लगे "

Aabha or Kohinur

🇮🇳Neha_singh_3076
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Synopsis

Chapter 1 - यह है हमारी पहली मुलाकात'' जब तुम मुझे बोहत बुरे लगे "

एक चांदनी रात जब पूरा चाँद आसमान में चमक रहा है ठंडी हवा के झोके मौसम को ओर सुहाना बना रहे है. उसी वक़्त आभा भी अपनी जॉब से घर लौट रही है .आभा जो एक साधारण सी दिखने वाली लड़की है. उसके लम्बे बाल, सावला रग पर तीखी सी नाक बड़ी बड़ी आँखे है. जो 9 से 5 की नौकरी करती है. आभा के सपने ज्यादा बड़े नहीं है बस एक अपना घर, अच्छी-सी नौकरी और उसी की तरह साधारण पर उसको बौह्त प्यार करने वाला लड़का. जो अगर ज्यादा अमीर न भी हो तब भी चलेगा. बस ओर क्या था यही सोच लेते हुए आभा अपने घर की ओर आ रही थी ... तभी आभा ऑटो ऑटो चिलाती है :

ऑटो वाला : कहा जाना है आपको?

आभा : राजौरी चलना है क्या

बस आभा इतना कह ही रही थी की तभी एक सुडोल, लम्बा काली डेनिम और हलके हरे रंग की टीशर्ट पहने लड़का जिसके रेशमी बाल उसके माथे पर आ रहे थे, नशे में धुत्त ऑटो वाले को पूछता है नॉएडा चलना है जो पैसे बोलोगे वो दूंगा

ऑटो वाला : हा भाईसाहब नॉएडा जरूर चलेंगे .

आभा : अरे भाई मेने आपको पहले पूछा था ना फिर आप इनको कैसे ले जा सकते हो

आभा : ओ सुन्दर से दिखने वाले लड़के.. ज्यादा तोप बनने की जरुरत नहीं है ये ऑटो मेने रोका था पहले, तो मैं ही जाऊगी... समझे न.. तो चलो पुंटो यहाँ से.

लड़का : मैडम आपको तमीज़ नहीं है बात करने की ... और ये क्या मतलब है अपने ऑटो रोका तो ऑटो आपका.. ऑटो वाले ने बोला- ना की उसको नॉएडा जाना है तो आप पुंटो ओके .

लड़का ऑटो में बैठ कर चला जाता है.

आभा : मेरा तो दिन ही ख़राब है आज. कल वो नया बोस ज्वाइन कर रहा है पर मैं आधी रात को बीच रास्ते में ऑटो ढूंढ रही हू. कल क्या होगा.

यही सोचते हुए आभा आगे चलती है थोड़ी दूर चलने पर एक ऑटो मिल ही जाता है जिसे लेकर वह घर पहुंच जाती है. घर पहुंच कर वह खाना बनती है और खाना खा कर लगभग 1 बजे सो जाती है.

अगली सुबह 8.30 पर आभा की आँख खुलती है और वह घडी की तरफ देखती है और अचानक हड़बड़ा कर उठती है, है... भगवान मैं फिर लेट हो गई.. आज तो मुझे जल्दी जाना था. यह सब कहते कहते वह अपना बिस्तर ठीक कर फ्रेश होने जाती है तथा घर से बिना कुछ खाए ही निकल जाती है.

समय से आधा घंटा late चल रही आभा के पास रीना का फोन आता है (रीना आभा की सबसे अच्छी दोस्त है. वही एक ऐसी है जिससे आभा अपने दिल की सारी बात साँझा करती है. रीना बोहत हॅसमुख है और थोड़ी सी मुंहफट भी. उसको जो ठीक लगता है वो बोल देती है बिना ये सोचे की सामने वाले को अच्छा लगेगा या नहीं) आभा अपने बेग से फोन निकालती है

आभा : हेलो, हा रीना बोलो

रीना : कहा हो मैडम, याद है ना आज नए बॉस ने ज्वाइन करना है

आभा : हा याद है पर क्या करू .. मेरे जागने से पहले हाय रे मेरी किस्मत सो जाती है मैं देर करती नहीं देर हो जाती है (गाना गा कर अपना जवाब देती है)

रीना (हसते हुए) :हा समझ गई. जल्दी आओ अगले 5 मिनट में कांफ्रेंस हाल में मीटिंग बुलाई है नए बॉस ने...बहन क्या बताऊ दीखता तो बहुत सेक्सी है पर थोड़ा सा खड़ूस है.. तो लेट मत होना.

आभा : TRY तो कर रही हु टाइम पर आने का बाकि भगवन की मर्जी..

ये आभा और कोहीनूर की दूसरी मुलाकात है पर इस बात से अनजान आभा ऑफिस 30 मिनट LATE पोहचती है. कांफ्रेंस रूम में तब तक मीटिंग ख़तम होने वाली है तभी हफ़ती हुई आभा कांफ्रेंस रूम के अंदर पहुँचती हैं.

आभा : सॉरी मुझे आने में थोड़ा लेट हो गया.

तोडा नहीं बहोत लेट है आप मैडम.. अपनी चेयर को आभा की तरफ घूमते हुए नए बॉस ने कहा..

आभा हैरानी से अपने मन में बोलती हुई : ये तो वही शराबी है जिसकी वजह से मेरा ऑटो चला गया था. ये मेरा नया बॉस है.. मर गई मैं तो.

तभी पास में खड़े मैनेजर आभा को उसके नए बॉस से परिचित करवाते है. सर ये है आभा हमारी टीम लीडर और आभा ये है नए बॉस कोहीनूर ..

आभा अपनी देर से आने की माफ़ी मांगते हुए: सॉरी सर मुझे आने में देर हुई मैं आगे से ध्यान रखूगी

कोहीनूर : ध्यान रखना भी चाहिए क्युकि ये तुम्हारी पहली और आखरी गलती है, इसके बाद तुम्हे माफ़ नहीं किया जायेगा

आभा मुस्कुराते हुए धीरे से : खड़ूस कही का .

आगे की कहानी जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ