कहते है आग और पानी का कोई मेल नहीं होता ये एक दूसरे के वजूद तक को मिटाने की ताकत रखते है...। ऐसे ने ये कहानी भी दो ऐसे लोगों की है जिनका वजूद..जिनकी शख्सियत बिल्कुल नदी के दो किनारों की तरह है । एक तरफ है ना सिर्फ एशिया पर बल्कि पूरे दुनिया पर राज करने वाला द ग्रेट बिजनेस किंग "अभिमान सूर्यवंशी" जिसका नाम ही उसकी पहचान है । "मॉन्सटर" ये एक शब्द है जो उसके पूरे व्यक्तित्व को आईने की तरह दुनिया को दर्शाता है... । जबकि दूसरी तरफ एक मासूम सी बच्चो की तरह सोच और दिल रखने वाली "दिया सिंह" जिसका बचपन और जिंदगी घर की चार दिवारी तक ही सीमित है । एक जो दुनिया को अपने हिसाब से चलाता है तो दूसरा दुनिया ही नहीं समझता... एक जिसके पास इमोशन ही नहीं है तो दूसरा जिसे इमोशन क्या होता है पता ही नहीं... कैसे होगी इन दो दिशाओं की तरह व्यक्तित्व रखने वाले इंसानों की जिंदगी...? क्या यह कभी एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत कर पाएंगे..? क्या दिया और अभिमान कभी एक हो पाएंगे..? क्या है दिया के घर से बाहर ना जाने का राज..? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए हमारी ये कहानी .