Chereads / एक दायरा ऐसा भी ?(BL in Hindi) / Chapter 48 - एक और चिराग बुझ गया ( पार्ट 48)

Chapter 48 - एक और चिराग बुझ गया ( पार्ट 48)

शिन जुई अचंभित थी कि इतना निर्दयता का कार्य कौन कर सकता है ?आखिर जियान को जहर कौन दे सकता है वो जियान को पकड़ कर बोली क्या उस काढ़े में जहर था?,तो तुमने काढ़ा पिया क्यों? जियान ने कहा लोगो को लगता है कि मै सोवी का सोलमेट हूं ये उनके लिए शर्म की बात है क्युकी एक लड़के का जीवनसाथी एक लड़का ही हो यह उन लोगों के लिए धारा के विपरीत जैसा है, न सिर्फ मेरे परिवार बल्कि सोवी के पिता खुद नही चाहते हैं कि मै स्वान कबीले का कुल प्रमुख बनू या फिर लोगो को ये पता चले कि मै सोवी का सोलमेट हूं , महल के अंदर कई दिन से षडयंत्र रचा जा रहा था मुझे मारने के लिए !

पिछले दो दिनों से मुझे जो काढ़ा दिया जा रहा है धीरे धीरे मारने के लिए! जियान ने फिर मुसकुराते हुए कहा वैसे भी मैं ज्यादा जी नही सकता हूं, सोवी को खोने का दर्द मेरे आंखों से ओझल नहीं हो रहा है, जहर ने तो बस मेरी मौत को आसान कर दिया है !

तुम इतने बुजदिल और कायर हो मुझे नही पता था तुम्हे पता है मास्टर हमेशा से यही चाहते थे कि तुम हमेशा खुश रहो! एक योद्धा कि तरह और जिन्दगी के हर पहलुओं को अनुभव करो,! और तुम जिन्दगी से पीछा छुड़ा रहे हों? तुम्हे पता था कि काढ़े में जहर है फिर भी तुम पीते रहे ,तुम मर ही जाओ तो अच्छा है, हालाकि शिन जुई के ये शब्द गुस्से और पीड़ा की वजह से था क्युकी वो खुद चाहती थी कि जियान, उसके मास्टर की आख़िरी इच्छा को पूरी करे और स्वान कबीले का कुल प्रमुख बने!

जियान का चेहरा नीला पड़ चुका था। जियान की बिगड़ती स्थिति को सुन कर महल के लोग एकत्रित हो गए और साथ साथ पुरे स्वान कबीला जियान के स्वस्थ को लेकर चिंतित हो गया और अब वो सभी जियान के अच्छे स्वस्थ के लिए प्रार्थना कर रहे थे।

एक बार फिर शिन जुई और मां के लिए वही काली रात थी जो अनचाहा संदेश देकर जाती है पुरे महल के भीड़ में बस शिन जुई बूढ़ी मां के आंखों में जियान के लिए आसू थे! वो अब जियान को खोना नहीं चाहते थे आखिर सोवी ने अपनी स्पिरिट जियान को इसलिए दी थी ताकि जियान अपनी जिन्दगी जी सके और जियान उसी जिन्दगी को आज छोड़ रहा था, भला कैसे बर्दास्त होता शिन जुई को कि उसके मास्टर का त्याग व्यर्थ हो जाय।

बड़े बड़े, चिकित्सक ने जियान को देखा, लेकिन कोई फायदा नहीं है हुआ जियान के पास ज्यादा वक्त नहीं था हालाकि जियान का एक दोस्त जो जियान के साथ ही विद्यार्थी बन कर आया था वो शिन जुई की बातो से समझ गया था कि जियान ही सोवी गुरु का सोलमेट था और ये बात स्वान कबीले में आए सभी विद्यार्थी को पता चल चुकी थी। वो लोग भी बस जियान के लिए प्रार्थना ही कर सकते थे बस!

शिन जुई ने जियान से रोते हुए कहा आखिर क्यूं? क्या तुम्हे मास्टर की कोई फिक्र नहीं है? क्या तुम मास्टर की आख़िरी इच्छा नहीं पूरी करना चाहते थे क्या जरूरत थी सब कुछ जानते हुए मौत का रास्ता चुनने के की? मास्टर ने कहा था वो उस दुनिया से भी हम लोगो को देखेगे क्या तुम यहीं चाहते थे कि मास्टर तुम्हे ऐसे देख कर दुखी हो जाए?

जियान ने सधे हुए आवाज़ से कहा हां! मुझे भी जीना था, लेकिन उन लोगो को भी जवाब देना था जो ये मानते हैं कि एक लड़का ही दुसरे लड़के का जीवन साथी नही हो सकता है, और फिर जियान ने सोवी के पिता और अपनी चाची कि तरफ देख कर कहा, मैने ईश्वर से नही कहा था कि वो मुझे सोवी के सोलमेट के रूप में जन्म दे , और किसी व्यक्ती के नियंत्रण में प्यार नही होता है , प्यार तो एक भावना है जो किसी भी चीज़ से हो सकती हैं, किसी भी इन्सान से हो सकती है ! जियान ने सोवी के पिता से कहा आपकों पता है आपका राजकुमार मुझसे कहा करता था कि प्यार का लड़का और लड़की से कोई ताल्लुक नहीं है प्यार तो बस प्यार है। आज मुझे अहसास हो रहा है कि वो मुझे क्यों समझाया करता था! बेशक मेरा उसके सोलमेट के रूप में यहां रहना आप लोगो के लिए शर्म की बात हो सकती है लेकिन याद रखिएगा मुझे ईश्वर ने उसके लिए चुना था जब ईश्वर दो लड़के को एक दुसरे का जीवनसाथी चुन सकते है तो इंसानों के लिए ये शर्म की बात कैसे हो सकती है ! आप लोगो को सोवी के जानें के दुख से ज्यादा इस बात की से चिंता है कि एक लड़का सोवी का सोलमेट कैसे हो सकता है! मैं आजाद करता हूं आप लोगो को इस चिंता से और छोड़ दुगा इस दुनिया को जहां किसी के प्यार, भावना, खुशी को लड़का और लड़की देख कर महत्व देते हैं।

जियान की बातो को सुन कर उपस्थिति उन लोगो की नजरे शर्म से नीचे झुक गई जो जियान को मारने के षडयंत्र में शामिल थे जिनके जियान के परिवार के साथ साथ सोवी के पिता भी शामिल थे, और उन लोगो के आंखों में आसू थे जो सोवी से प्यार करतें थे।

शिन जुई ने रोते हुए कहा तुम इतनी आसानी से सब कुछ छोड़ नही सकते हो ! तुम्हे नही पता कि मास्टर ने तुम्हारे लिए कितना कुछ त्याग किया है!

जियान ने अटकती सांसों के साथ कहा , मेरी जिन्दगी के लिए उसने अपनी स्पिरिट मुझे दी। इसी त्याग की बात कर रही हो तुम?

शिन जुई और मां ने अचंभित नजरो से एक दुसरे को देखा क्युकी उन्हे लग रहा था जियान को स्पिरिट वाली बात नही पता है ! मां ने जियान के सर पर हाथ रख दिया उनके आसू मे निराशा साफ नज़र आ रही थी।

जियान ने कहा , मुझे कल रात पता चला जब तुम दोनो आपस में बात कर रहे थे ये जानने के बाद कि सोवी ने मेरे लिए अपनी जिन्दगी का त्याग किया मै इस बोझ के साथ कब तक जिंदा रहता ? जियान ने बहुत धीरे से ये बात कहीं जिसे सिर्फ शिन जुई और मां ने सुना था! मां,शिन जुई का ख्याल रखना आखिर वो सोवी की मनपसंद विद्यार्थी है । फिर जियान ने शिन जुई के आसू को पोछते हुए कहा मां ने कहा है हम फिर किसी जन्म में जरूर मिलेगे! अगर सच में ईश्वर ने हमें मिलाया तो मै तुम्हारे मास्टर को जिंदा नहीं छोडूंगा क्युकी मै उससे डरता नहीं हूं और न मुझे उसके त्याग की जरूरत थी। मां क्या हम सच में कभी मिल पाएंगे किसी ओर दुनिया में?

जियान के सवालों को सुन कर शिन जुई के साथ साथ उपस्थिति सभी लोग और विद्यार्थी रो रहे थे जियान के सवालों से साफ जाहिर हो रहा था कि वो तड़प रहा है सोवी के लिए।

मां ने जवाब में जियान के कानो में कहा , ईश्वर ने चाहा तो तुम दोनो का मिलना तय है चाहें हजारों वर्ष बीत जाए लेकिन तुम दोनो किसी जन्म में मिलोगे जरूर लेकिन जब शताब्दी के साथ जब लीप वर्ष होगा , तुम दोनो के जन्म का वर्ष होगा , इसी सोलमेट पहचान के साथ और इसी नाम और चेहरे के साथ जन्म होगा, समय के साथ तुम्हे सब याद हो जाएगा इसी चेहरे और इसी नाम और इसी भावना के साथ तुम दोनो फिर मिलोगे मेरे बच्चे!

मां एक इखानिक ( भविष्यवक्ता) थी उनकी भविष्यवाणी ईश्वर की कृपा से हमेशा सत्य होती थीं !

अगले ही पल में वक्त ने प्यार के एक और चिराग को अपने ओर खींच लिया था जियान की सांसे रूक गई थी ,और हाथ पैर ठंडे हो चुके थे वो इस दुनिया को अलविदा कह चुका था।

शिन जुई और मां जियान के लिए बिलख बिलख कर रो रहे थे।

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