डर सा लग रहा है । क्या सब सही होगा? आज आज का दिन है । क्या होगा मेरा.... क्या मेरी मेहनत सफल होगी बहुत डर लग रहा है।
(एकदम से आंखें खुलती है टाइम देखने के लिए फोन ढूंढती | फोन में टाइम देखती हुई) सुबह के 5:00 बजे है अभी तो।
थोड़ी देर और सो लेती हूं।
(सुबह मा प्रीति को उठाते हुए)
उठ जा 8:00 बज गई है उठ जा।
तुझे पता है ना आज क्या है
( नींद में बोलती हुई)
क्या है ? (एकदम चिल्लाकर)
आज तो मेरा रिजल्ट है (एकदम निराश होकर)
(घबराते हुए)
कब आएगा टाइमिंग देख लेती हूं...
12:00 बजे 12:00 बजे है रिजल्ट...
मां!!!! ( थोड़ा उदास होकर )
मुझे बहुत डर लग रहा है मेरा क्या होगा क्या सब सही होगा मेरी पूरे साल की मेहनत का फल है क्या मैं पास हो पाऊंगी क्या सब सही हो जाएगा?
12:00 बजे 12:00 बजे है रिजल्ट....
मां!!!! ( थोड़ा उदास होकर )
मुझे बहुत डर लग रहा है मेरा क्या होगा क्या सब सही होगा मेरी पूरे साल की मेहनत का फल है क्या मैं पास हो पाऊंगी क्या सब सही हो जाएगा?
(भगवान के मंदिर में)
प्लीज प्लीज भगवान जी आज पूरे साल की बात है रिजल्ट आएगा मेरी मेहनत का मेरी पूरी साल की मेहनत का फल है प्लीज सब सही करना।
प्रीति!!!! (पीछे से आवाज आती है मां की)
तेरा रोल नंबर देखना कहां रखा है??
मां ! मां ! ( मा को आवाज देते हुए)
मिल नहीं रहा कहा रखा आपने ? मैने आपको दिया था ना .....
मा :- देख वहीं टेबल पर तेरी वहीं रखा है। मिला?
प्रीति :- हा मिल गया ।