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Chapter 6 - रीयूनियन

तो सब लोग एक दम से जाकर उसके गले लग जाते और सब मिलके एक साथ एक टाईट ग्रुप हग करते है। और फिर सब लोग अलग होते है और तभी सबको आरव के पहले के काम और उसके कुछ देर पहले बाली शैतानी याद अति हे। फिर उसकी ये काम लिए उन लोगों को उसके ऊपर काफी यादा गुस्सा आता हे। और सब मिलके उसको पकड़ नीचे गिरा देते हे फिर एक एक कर के उसके ऊपर मुक्को और लातो की बरसात करने लगे। आरव भी कुछ नहीं किया और उनको अपने ऊपर जितना गुस्सा है निकाल ने देता है। थोड़ी देर बाद सब लोग जब थक गए तब जाकर उसको छोड़े है। फिर उसको हाथ दे कर उठाते है। मर मारने के Bajah से आरव का पूरा शरीर दर्द कर रहा था। और उसका मुंह लाल हो गया था। वहीं उसको उठाने के बाद सब लोग उसके गले लग जाते है। और सब लोग इमोशनल हो गए थे। लेकिन नैना कुछ ज्यादा इमोशनल हो गई थी इस Bajah से उसने जाकर पहले आरव के गले लगती है और उसके गाल पे किस कर देती है। ये देख कर कैंटीन के सारे के सारे लोग और उसके दोस्त हैरान थे। यहां तक कि खुद आरव भी हैरान था इतना हीं नहीं कैंटीन के गेट पे खड़ी हुई सनाया भी काफी ज्यादा शॉक थी और उसके दिल में जलन की भावना ने जन्म ले लिया था। उन सब में से सबसे ज्यादा तो आर्यन शॉक में था।

सनाया को अब नैना के ऊपर काफी गुस्सा आ राहा था। और वो अपने दिल ही दिल में काफी गाली भी दे रही थी क्यूं की उसको काफी जलन हो रही थी कि उसके अलावा किसी और को आरव के करीब जाता हुए देख कर। फिर वो अपने इस रिएक्शन से पूरी तरह से शॉक हो जाती है। और अपने आप से पूछती है, " क्या में सच में इस अकडू को पसंद करने लगी और किसी और को उसके करीब जाते हुए देख कर मुझे जलन हो रही है। और फिर अपने आप से हीं बोलती है अरे इस अकडू और एरोगेंट लड़के को कोन हीं प्यार करेगा ये बंदा हमेशा सिंगल हीं मरेगा। लेकिन फिर अपने दिल में से हीं आवाज़ आती है कि यार ये बंदा कितना हैंडसम है और ऊपर से इतनी लड़कियां इसके ऊपर मरती है। तो तू कौनसी अलग है अब तू भी उसे पसंद करने लगी है। " ये सब सोचते सोचते उसके सर दर्द करने लगा, जिस वजह से उसने इन सब बातों को अपने दिल से निकाल ने के लिए जल्दी से अपने दिमाग को किसी और दिशा में दौड़ाने लगी फिर उसने अपने दिमाग और दिल दोनों को संत किया और फिर उन लोगों के और देखने लगी।

वहीं नैना के आरव को किस करने की Bajah से सब उसको घुर कर देख रहे थे।जिस वजह से नैना को अनकंफर्टेबल फील होता है। उतने हीं नहीं आरव , आर्यन , बिक्रम , सूरज भी नैना को घुर कर देख रहे थे। खास कर के आर्यन तो नैना को सबसे ज्यादा घूर कर देख रहा था। जैसे कि किसी अजीब से चीज को अपने सामने होते हुए देख लिया था। लेकिन हुई भी थी एक अजीब चीज क्यूं की नैना जो की कभी भी किसी भी लड़के को भाऊ तक नहीं दिया वो आज सीधे जाकर अपने जूनियर को किस करती हे ये बात वहां पर खड़े हर इंसान को शॉक करने के लिए काफी था।

वहीं नैना अपने कुछ देर पहले करने वाली हरकत के बारे में सोच कर और सब की ऐसे नजर देख कर वो अब घबराने लगी , और उसका चेहरा एक दम किसी पके हुए टमाटर की तरह लाल हो गया और अब उसे अपनी की गई हरकत पर काफी शर्मिंदगी हो रही थी। और वो वहां से जल्दी से भाग जाना चाहती थी या फिर पास में हीं कहीं एक गढ़ा खोद कर अपने आपको उसमें छुपा लेना चाहती थी।

वहीं सब लोग थोड़ी देर बाद अपने होश में आते है। तभी उनमें से सूरज आगे आता है। और फिर एक बार आरव को देखता है। और फिर नैना की और देखते हुए एक सैतानी स्माइल देता है और फिर उस को टीज करते हुए बोलता है कि ," नेना में भी यहां से 1 साल के लिए जा रहा हूं जब ने अगले साल वापस आऊंगा तब मुझे भी ये ऑफर चाहिए तो क्या ये ऑफर मेरे लिए भी लागू होगा क्या मुझे भी एक किस मिलेगा। " उसकी ऐसे बात सुन कर सब लोग हसने लगे , और उन लोगों को ऐसे अपने ऊपर हस्ता हुआ देख कर नैना को और भी ज्यादा शर्मिंदगी महसूस करवाती है। जिस बाजह से उसका चेहरा और भी ज्यादा लाल हो जाता है। और उसका मन कर रहा था कि सूरज को वो जी भरके मारे वो भी अभी के अभी। और उसके मुंह तोड़ दे जिस वजह से उसकी मुंह से एक भी शब्द बाहर ना आए। तो उसने गुस्से से सूरज को घूरना शुरू कर दिया। लेकिन सूरज ने इतने में हीं नहीं रुका , और नैना के गुस्से को इग्नोर करते हुए आगे बोलना शुरू कर देता है वो भी चिल्लाते हुए बोलता है कि ," तो किस किस को ये ऑफर पसंद आया जल्दी से अपना हाथ उठा कर अपना नाम बोलो" तो सब लोग एक एक कर के अपने हाथ उठने लगते हे , और साथ में अपना नाम बोलना भी शुरू कर देते है तकरीबन कैंटीन के सारे के सारे स्टूडेंट्स ने अपना हाथ उठा कर नाम बोला था ये देख कर , और उन सबकी बात सुन कर नैना को और भी ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हुई जिस वजह से उसका फेस और भी ज्यादा लाल हो गया। और उसको सूरज के ऊपर काफी गुस्सा आ रहा था। जिस वजह से उसने अब सूरज को और भी ज्यादा गुस्से से घूरना शुरू कर देती हे। सिर्फ नैना हीं नहीं एक जोड़ी आंखें और भी उसको घुर रहे थे। ये कोई और नही आर्यन था। जो की सूरज को एक दम गुस्से से घूरने लगते हे। उसको सूरज के ऊपर काफी ज्यादा गुस्सा आ रहा था वो भी उसके इन सब बातों से। लेकिन सूरज सबको इग्नोर करते हुए अपने बाते बोलता हीं जा रहा था। उसकी हर बात पर आर्यन को उसके ऊपर काफी ज्यादा गुस्सा आ रहा था।

सूरज अभी आगे कुछ बोल पाता उससे पहले बिक्रम उसको एक और को देखने के लिए इशारों में हीं बोलता है। और सूरज पहले को तो पहले कुछ नही समझ आता लेकिन जब उसको बात समझ अति हे तो वो उसकी बात मान कर उस और देखने लगता है। वो मुडके जब देखता तो उसका जान उसके हलक में अटक गया था। क्यूं की आरव उसको गुस्से से खा जाने वाले नजर से घुर रहा था। ये देख कर सूरज का तो रूह भी कांप गया और वो जो बोलने वाला था उसके गले में फस गया और वो कुछ बोल हीं नहीं पाया। उसके माथे पे पसीने की बूंदे दिखने लगे और उसका डर के मारे बुरा हाल था। वहां के लोग नहीं जानते थे कि सूरज क्यों चुप हो गया और इतना क्यूं डर गया आरव को देख कर। लेकिन उनके दोस्तों को पता था कि सूरज दर क्यूं रहा था। क्यूं की आरव नैना को अपना छोटी बहन मानता था। ( असल में आरव नैना से 9 महीना बड़ा हे जिस वजह से वो उसको अपना चोटी बहन मानता हे) और वो हमेशा उसको प्रोटेक्ट कर के रखता था। और उसको काफी पैंपर भी करता था। अगर नैना को कुछ भी गलत बोले या फिर उसके साथ कुछ भी गलत करने के लिए कोशिश भी करे तो वो उसका मुंह तोड़ कर रख देता था। एक बार तो एक लड़के ने नैना को छेड़ दिया था। जब ये बात आरव के कान तक पहुंचा तो उसका गुस्सा आपे से बाहर चला गया और उसने जाकर उस लड़के को इतना मारा की उसको 4 महीने तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा था। जिस बाजह से सब लोग उससे डरते थे।

तो बिक्रम ने जल्दी से आगे आते हुए और फिर बात को संभालते हुए बोलता है कि यार आरव इतने दिनों के बाद मिले है। चल कुछ खाते है और बात चीत करते है। मिलकर अपने बारे में कुछ बात करेंगे। लेकिन आरव उसको इग्नोर करते हुए अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए सूरज से बोलता है कि माफी मांग नैना से तो सूरज तो पूरी तरह से डर जाता है। और जल्दी से नैना के पास जाता है अपने मजाक के लिए माफी मांगता है। वहीं आरव की ऐसी टोन सुनने के बाद कैंटीन में खड़े हर इंसान की रूह तक कांप गई थी। और वो लोग आरव से डरने लगे थे।

उसके माफी मांगने के बाद आरव जाकर नैना को गले लगा लेता है। फिर बिक्रम माहोल को हल्का करने के लिए थोड़ा सा मजाक करते हुए आरव से कहता है कि ," आप लोगों का अगर ये सेंटी सीन ख़तम हुआ तो जल्दी चल यार मुझे भुक लगी है। और आखिरी बार मैने रामायण में भरत और राम कि सेंटी सीन देखा था आज उसका रिपीट टेलीकास्ट देख कर फिर से मुझे रोना आराहा है"। उसकी ये बात सुन ने के बाद सबके फेस में स्माइल आजता है। उसने इस बात को इतना डैरामैटिक अंदाज में बोला था की है किसी के फेस में बड़ी सी स्माइल आ जाती हे। और आरव ने भी नैना को छोड़ा और स्माइल करते हुए चारो की और देखने लगता है और उसके फेस में स्माइल देख कर सब के जान में जान अता है। फिर सब लोग मिलके पास में हीं पड़े एक टेबल पर beith जाते है।

वहां बैठ कर सब लोग थोड़ी देर बात चीत करना शुरू कर देते है। सब लोग आरव को पूछते है कि वो क्या कर रहा था इतने दिनों तक और कहां था। लेकिन आरव उन सबके बातों को इग्नोर करते हुए सब से बोलता है कि आज कि पार्टी मेरी और जिसको जो भी आर्डर करना है करो आज बिल में पे करूंगा बोलता है और वहां से सब लोगों के लिए आर्डर लेने चला जाता है। उसके चले जाने के बाद वहां पर सनाया आती है सनाया को वहां पर देख कर सब की चेहरे पे स्माइल आजती है। और उसके साथ बात चीत करने लगते है। उसके साथ बात चीत करते हुए हैं उसको आरव के सीट पे बैठा देते और उसके साथ बात चीत और हसी मजाक करने लगते है।

तो आगे क्या होता है। क्या होगा जब आरव सनाया को देखेगा? क्या वो उसके साथ कुछ गलत करेगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ये कहानी इंतज़ार प्यार का.......

To be continued......

Written by

pritam Dora