जैसा कि मैंने बताया मैं एक प्रशासनिक अधिकारी बनने की तैयारी कर रही थी पर कुछ पारिवारिक, सामाजिक, शारीरिक कारणों से मेरा यह सफर यही रुक गया। अचानक एक कम्युनिटी गेट टुगेदर के दौरान मेरी एक दोस्त के ज़रिए लेखन के बारे में पता चला और उसी दिन से मेरे मन में इस क्रिया को लेकर अलग ही भावना का सूजन होने लगा। और मैं लेखन क्रिया के प्रति आकर्षित होने लगी और यहीं से मेरे इस नए सफर की शुरुआत हुई।
प्रशासनिक अधिकारी बनने की कोशिश के दौरान मैंने लेखन कि्या का बहुत अभ्यास किया था जिससे लेखन में मेरा अनुभव काम आया कहते हैं कि मंजिल नसीब वालों को मिलती है पर सच यह भी है कि सफर का मजा कुछ ही लोग ले पाते हैं और फिर की हूई मेहनत कभी खराब नहीं जाती।
इस तरह मेरी स्टोरी राइटिंग का करियर शुरू हुआ है इसीलिए मैंने अपनी इस कहानी का टाइटल आ बिगीनर एंड आ लर्नर दीया है एक लेखक अपनी पूरी जिंदगी सीखता है और फिर भी वह एक बिगनर ही होता है क्योंकि वह अपना अनुभव अपने शब्दों में उतारता है और फिर एक नये अनुभव की तलाश में निकल पड़ता है।
मेरी शॉर्ट स्टोरी लिखने का मेरा उद्देश्य एक राइटर की भावना को बताना है कि हम हमेशा एक लेखक एक बिगनर और एक लर्नर ही होते हैं ।
शुक्रिया, जय हिंद
मनीषा अग्रवाल