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Chapter 173 - जय मसीह की*

*💓 हमारे प्रेमी परमेश्वर पिता और प्रेमी परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह जी और प्रेमी परमेश्वर पवित्र आत्मा प्रभु जी के अति पवित्र और सामर्थ्यी नाम में आप सभी को 💓*

🌻 *जय मसीह की* 🌻

*🗓 दिनांक :-> गुरुवार 25 नवंबर 2021 🗓*

*📓 मुख्य विषय :-> 1. परमेश्वर पिता के बारे में अध्ययन। इसे यूनानी में पैट्रोलॉजी भी कहते हैं।*

कृपया ध्यान दें अभी हम जो सीख रहे हैं उसे *सिस्टमैटिक थियोलॉजी {SYSTEMATIC THEOLOGY}* कहते हैं मतलब अपने परमेश्वर और अन्य विषयों *के बारे में एक क्रम से अध्ययन करना।*

*📋 आज का विषय :-> [23] परमेश्वर का न्याय [भाग 8] 🔥*

*📕 परमेश्वर के न्याय के बारे में परमेश्वर का वचन हमें मुख्य 28 बातें सिखाता है जिनमें कुल 40 से अधिक बातें हैं, 17 बात हम देख चुके थे आज उससे आगे 3 बात और देखेंगे…*

*[18] परमेश्वर के न्याय के दिन प्रभु यीशु मसीह जी सच्चे विश्वासियों को अपने पिता के सामने स्वीकार करेंगे।*

📖 मत्ती 10:32-33 📖

[32] *जो कोई मनुष्यों के साम्हने मुझे मान लेगा, उसे मैं भी अपने स्वर्गीय पिता के साम्हने मान लूंगा।* 😃

[33] *पर जो कोई मनुष्यों के साम्हने मेरा इन्कार करेगा उस से मैं भी अपने स्वर्गीय पिता के साम्हने इन्कार करूंगा।* 😨

📖 मत्ती 25:34 📖

[34]तब राजा अपनी दाहिनी ओर वालों से कहेगा, *हे मेरे पिता के धन्य लोगों,* आओ, उस राज्य के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।

📖 प्रकाशित वाक्य 3:5 📖

[5]जो जय पाए, उसे इसी प्रकार श्वेत वस्त्र पहिनाया जाएगा, और मैं उसका नाम जीवन की पुस्तक में से किसी रीति से न काटूंगा, पर *उसका नाम अपने पिता और उसके स्वर्गदूतों के साम्हने मान लूंगा।*

✅ विश्‍वासियों को चाहिए कि वे खुले तौर पर प्रभु यीशु को अपना स्वामी और प्रभु अंगीकार करें।

❌ ऐसा न करना प्रभु यीशु का इन्कार करने के बराबर है।

😨 जब कोई हमसे पूछता है कि क्या आप प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करते हो तब अगर हम चुप रहते हैं तो हमारी खामोशी दिखाती है कि हमारे पास कोई विश्‍वास है ही नहीं।

😰 जो लोग गुप्त रीति से प्रभु यीशु को मानना चाहते हैं और प्रभु यीशु पर अपने विश्‍वास को सार्वजनिक रूप से प्रगट नहीं करते हैं, एक भारी जोखिम उठा रहे हैं। वे कैसे कह सकते हैं कि उनका विश्‍वास ठोस और खरा है❓

✅ चाहे दुख और मौत आए, अंगीकार करते रहना चाहिए ताकि पिता के सामने हमारे प्रिय प्रभु यीशु भी हमें स्वीकार करें।

*[19] परमेश्वर और लोगों के प्रति हमारा सिद्ध प्रेम परमेश्वर के न्याय के दिन हमें हिम्मत देता है।*

📖 1 यूहन्ना 4:17 📖

[17] *इसी से प्रेम हम में सिद्ध हुआ, कि हमें न्याय के दिन हियाव हो; क्योंकि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम भी हैं।*

❤️ इसका मतलब है जैसा प्रेम परमेश्वर हम से करते हैं वैसा ही प्रेम अगर हम लोगों से करते हैं तो हमें परमेश्वर के न्याय के दिन हिम्मत होता है क्योंकि परमेश्‍वर के बच्चों के अन्दर परमेश्‍वरीय जीवन और प्यार होता है।

*[20] परमेश्वर के न्याय के दिन परमेश्वर के लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा या इनाम दिया जाएगा।*

📖 2 तीमुथियुस 4:8 📖

[8] *भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं॥*

📋 धर्म के मुकुट का अर्थ है, वह मुकुट जो *खरे जीवन जीने से* मिलता हैं। अधर्म के विरोध में लड़ने, अच्छी दौड़ दौड़ने और खरे विश्‍वास को बनाए रखने से यह मिलता है।

📖 प्रकाशित वाक्य 11:18 📖

[18]और अन्यजातियों ने क्रोध किया, और तेरा प्रकोप आ पड़ा और वह समय आ पहुंचा है, कि मरे हुओं का न्याय किया जाए, और *आपके दास भविष्यद्वक्ताओं और पवित्र लोगों को और उन छोटे बड़ों को जो आपके नाम से डरते हैं, बदला दिया जाए,* और पृथ्वी के बिगाड़ने वाले नाश किए जाएं॥

📙 यहाँ शब्द *"बदला"* के लिए उपयोग किए गए यूनानी शब्द *"MISTHOS"* का अर्थ होता है जो सेवा की गई है उसके बदले में इनाम दिया जाना। 😃

🌻 आगे कल 🌻

*🤗… प्रेमी परमेश्वर इस 💘 प्रेम संदेश 💘 के द्वारा हम सभी को बहुत-बहुत और बहुत आशीष दे ! आमीन।…🤗*

*✍ Sermon By Evangelist Ravi Dinkar*

*Yeshron Ministry India*