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Deepak raikawar's Life autography for God

🇮🇳Dk_Badshah
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Synopsis
This verse is one of the major verses of the Hindu holy book Gita. This verses are 7 and 8 of Chapter 4 of the Gita. This verse was described by Lord Sri Krishna in Mahabharata when Arjuna had refused to fight in Kurukshetra. (Yada yada hi dharmasya glanirbhavati bharata Abhythanamadharmasya tadatmanam srijamyaham Paritranaya sadhunang vinashay cha dushkritam Dharmasangsthapanarthay sambhabami yuge yuge) Meaning - I am coming, I am coming, when there is a loss of religion, then I am coming, when the iniquity increases, then I am coming to protect the gentlemen, to destroy the wicked I am coming in to establish religion and I am born in the age of era
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Chapter 1 - MY MIRACLE FATHER of Hard-working man

My father name is Santu. मेरे पिता बहुत मेहनती हैं और वह बहुत परिश्रम करते हैं मेरे पिता 14 साल की उम्र से ही काम करने लगे थे हम मिडिल क्लास फैमिली के हैं इसीलिए हमें उतनी प्राथमिकताएं नहीं मिलती जितनी लवर क्लास फैमिली को मिलती है 14 साल की उम्र से मेरे पिता ने बहुत परिश्रम करके अपने हाथों से ही भवन का निर्माण किया था जिसमें हम आज भी रहते हैं जो पक्का नहीं अर्थात कच्चे घर थे मेरे पिता 5 भाई हैं जिनमें से सबसे बड़े और मेरे पिता उनसे छोटे मेरे पिता ने 19 सौ 95 से अभी दो हजार 21 तक जितने भी पैसे कमाए कुछ तो भाइयों की मदद के लिए दे दिए और कुछ मेरी पढ़ाई में लगा दी उन्होंने बहुत मेहनत से पैसे कमाए और अभी भी मेहनत करके पैसे कमाने गए हैं हमारी मदद के लिए कोई नहीं है परंतु कुछ ऐसे लोग भी हैं जो गरीबों की मदद जरूर करते हैं मैं नहीं चाहता कि मेरे पिता जीवन भर मेहनत ही करते रहे इसलिए मैं दिल लगाकर पढ़ाई करता हूं अभी हमारी घर की स्थिति ठीक नहीं है इसलिए हमें एक गांव से दूसरे गांव पढ़ने के लिए जाना पड़ता है जाने के लिए साधन नहीं है फिर भी कम से कम 12 से 15 किलोमीटर दूर तक मुझे जाना पड़ता है अगर कोई मदद करेगा तो उसकी बहुत मेहरबानी होगी क्योंकि हम गरीब लोग हैं ऐसा मेरे पिता कहते थे लेकिन किसी ने भी मेहनत नहीं की एक थे जिन्होंने हमारी मदद की और अभी भी कर रहे हैं मेरे पिता पहले हम बहुत खुश थे यह बात है उन दिनों की तब जब मैं छोटा था ना पढ़ाई का टेंशन ना खाने का टेंशन नहाने धोने का टेंशन खेलना और पढ़ना बहुत कुछ दे जब बच्चा बड़ा हो जाता है तो उसे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है चाहे वह हम हूं चाहे कोई परंतु मेरे लिखे फैमिली से जो करते हैं उन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जैसे कि मैं कर रहा हूं मेरी सभी से यही विनती है कि बहुत ज्यादा से ज्यादा मेहनत करें और आगे बढ़े अपना नहीं दुनिया में देश का नाम करो धन्यवाद