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किसका कसूर?

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Synopsis

Chapter 1 - किसका कसूर

आखिर क्यों उसने मुझे गोली मारी?

और अगर उसे मुझे मारना था तो मुझे क्या जानने का हक नही था की क्यों उसे मेरी जान लेनी थी?

(यह सवाल वो खुद से पिछले 6 महीनो से पूछ रहा था ।उसे घुटन हो रही थी लोगो के बीच तड़प रहा था वो। उसकी वो तड़फ उसे सबके होते हुए भी अकेला कर रही थी।लाखो फैन थे उसके आखिर वो एक मशहूर सिंगर था फिर दर्शन क्यों अकेला था।)

"दर्शन दरवाज़ा खोलो, मुझे मालूम है तुमने फिर से शराब पी है ।"

(जहीर ने दरवाज़ा खटखटाते हुए गुस्से में दर्शन को बाहर आने को कहा। जहीर दर्शन का दोस्त भी था और उसका सेलेब्रिटी मैनेजर भी।)

जहीर मुझे अकेला रहना है तुम यहां से जाओ मुझे नही सुनना अब कुछ भी। (दर्शन ने अपनी शर्ट पहनते हुए कहा)

दर्शन बहुत हुआ तुम अब बाहर आओ वरना मैं दरवाज़ा तोड़ कर भी आ सकता हु । देखो मुझे घर जाना है जिद ना करो और अगर तुम नहीं आए तो मैं .... मैं घर नहीं जाऊंगा।(जहीर ने एक सांस में तेज आवाज में दर्शन को धमकी देने की कोशिश की )

ठीक है आ रहा हु मै बाहर।(दर्शन जानता था की जहीर की वाइफ अनाइका प्रेगनेंट थी इसीलिए जहीर का घर जाना जरूरी था अनाईका बोल नही सकती और घर पर अकेली रहती है )

(दर्शन ने दरवाज़ा खोला और जैसे ही बाहर निकला वैसे ही जहीर ने उसपे चिलाना शुरू कर दिया । यह पहली बार नही था जब दर्शन ने गुस्से में खुदको नुकसान पहुंचाया था ।)

तो इसीलिए तुम बाहर नही आ रहे थे आखिर क्यों करते हो तुम यह सब?क्या यह सब करने से तुम्हे अपने सवालों के जवाब मिल जाएंगे ? क्या यह सब करने से विनेहा फिर से जिंदा हो जाएगी । मार दिया है उसने खुदको भी और अपने साथ तुम्हारे सवालों के जवाब भी ले जा चुकी है ।(जहीर ने दर्शन के हाथ को फर्स्ट एड देते हुए गुस्से में कहा)।

बस करो अगर एक बार और उसका नाम लिया तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगा नफरत है मुझे उससे ।

(दर्शन ने अपना हाथ जहीर से खींचते हुए कहा )

"मैने तो सिर्फ उसका नाम लिया है दर्शन तुम तो 24 घंटे उसके बारे में सोचते हो । डर लगता है मुझे कही तुम अपनी जान ना लेलो । पिछले 6 महीनो में तुमने खुदको रोज मारा है।"(जहीर ने चिंता दिखाते हुए कहा)

"दर्द इसी का तो है, अगर उस दिन मैं मर जाता और वो जिंदा रहती तो आज मैं हर दिन नही मर रहा होता। तुम्हारे लिए यह 6 महीने होंगे मेरे लिए 1 दिन 1 साल जैसा गुजरा है। ना जिंदा हु ना खुदकी जान ले सकता हु। नफ़रत है मुझे उससे। उसका नाम भी सुनता हु तो उसका चेहरा मुझे सोने नहीं देता ।"(दर्शन ने नजर खिड़की की तरफ करते हुए कहा)

नफ़रत तुम खुदसे करतें हो दर्शन और आज आइना भी तुमने इसीलिए तोड़ा क्योंकि तुमने जब खुदकी आंखों में उसके लिए प्यार देखा तो तुम्हें उसके ना होने का एहसाह हुआ।आज भी तुम उसी से प्यार करते हो । दर्शन तुम नहीं जानते उस दिन क्या हुआ होगा? क्या पता विनेहा की कोई मजबूरी होगी।(जहीर ने दर्शन की आंखों में देखकर कहां मानो वो एक ऐसा सच जानता है जो वो साबित नही कर सकता)

"जहीर घर पर अनाइका भाभी अकेली है तुम्हे घर जाना चाहिए।"(दर्शन जहीर की बातें नही सुन सकता था अभी दर्शन को उसके पुराने सवालों के जवाब नही मिले थे वो एक नया सवाल नही चाहता था की वो आज भी उससे प्यार करता है या नफरत।)

"हां वैसे भी मैं तुम्हारा सेलिब्रिटी मैनेजर हु यह तुम्हारी पर्सनल लाइफ है मैं कुछ भी नही बोल सकता पर तुम चाहे जो मानो मेरा दिल यही कहता है की विनेहा गलत नही थी।"

(जहीर ने जाते वक्त मुड़कर दर्शन को देखा तो वो एकटक आंखों से खिड़की के बाहर चांद को देख रहा था।उसने शायद जहीर को अनसुना भी कर दिया। जहीर ने उसके कमरे के बाहर अपने कदम रखे और एक धीमी आवाज के साथ दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।)

चांद की रोशनी देखते देखते दर्शन खो गया 2 साल पहले उस अतीत के पल में जहां उसकी नींद खुलती है।उसके हाथ बंधे हुए थे। उसे प्यास लग रही थी। अपना सर पकड़कर वो बैठता है उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसने कल रात कुछ ज्यादा ही शराब पी ली थी । वो एक कार में था पर वो कार उसकी नही थी।उसने जैसे कार की विंडो से बाहर देखा एक लडकी कार का टायर चेंज कर रही थी। दर्शन उस लड़की का चेहरा नहीं देख पाया। जैसे ही वो उठी दर्शन ने अपनी आंखें बंद कर ली और अचेत होने का नाटक किया।दर्शन को समझ नही आ रहा था आखिर उसके साथ हो क्या रहा है।

"मुझे मालूम है तुम अब होश में हो तो यहां से भागने की सोचना भी मत क्योंकि अब तुम मुंबई में नही राजस्थान में हो तो यहां से भागते भागते अगर मुंबई जाने की सोचोगे भी तो तुम्हे दिन लग जाएंगे।"(उस लड़की ने कार में बैठने के बाद कार स्टार्ट करते हुए दर्शन को कहा)

(दर्शन को भरोसा नहीं हो रहा था की उसे एक लडकी ने किडनैप किया है वो अपनी आंखें खोलकर देखता है तो उसे सामने आईने में उस लड़की की आंखें दिखती है ।ऐसी काली और तीखी आंखें घनी पलके और उसकी आंखों में निडरता और बेफीक्रापन दर्शन को आकर्षित कर रहा था।

वो खो गया उसकी आंखों में की उसने विनेहा का जवाब भी नहीं दिया।)

"क्या हुआ? मुझे मारके मेरी कार लेकर मुंबई भागने का प्लान कर रहे हो?"

(उस लडकी को दर्शन का एकटक चुप रहकर घूरना संदेहजनक लगा आखिरकार उसने अपनी जिंदगी में पहली बार किडनैप किया था किसी को और वो भी एक मशहूर सिंगर को ,अगर पकड़ी गई तो बदनामी भी होगी और सजा भी)

"कुछ बोलो भी अब...."

(लड़की ने दर्शन कि चुप्पी तोड़ने के लिए तेज आवाज में कहा)

"ब्यूटीफुल" (दर्शन ने उसकी आंखों में खोए हुए इतनी धीरे कहां की लड़की को सही से सुनाई भी नही दिया।)

"क्या कहा तुमने ? इतनी देर में तुमने एक बार अपनी आवाज निकाली और वो भी इतना धीरे ,मैने सही से सुना भी नही"( लड़की ने दर्शन से थोड़ा तेज बोलने को कहा)

"पानी चाहिए...प्यास लग रही है मुझे"(दर्शन ने आंखे उस लडकी से हटाकर नीची करली ,मानो चोरी करते पकड़ा गया हो)

"पानी तो नही है इंतजार करो थोड़ा मैं आसपास देखती हु कही"(लड़की ने कार थोड़ी दूर एक ढाबे से पहले रोकी ओर अपना चेहरा ढककर पानी की बॉटल लेने चली गई )

एकदम से कार का दरवाजा खुला और वो लड़की पीछे आकर बैठ गई उसने पानी की बॉटल खोली और दर्शन को अपने हाथों से पानी पिलाने लग गई. दर्शन उस लड़की का चेहरा देखना चाहता था पर वो इस बार भी सिर्फ उसकी आंखें देख पा रहा था।जिसकी आंखें इतनी खूबसूरत है उसका चेहरा कितना खूबसूरत होगा दर्शन को देखना था।वो फिर से उस लड़की को घूर रहा था।)

"तुम्हारे हाथ नही खोल सकती मै,इसीलिए तुम्हे अपने हाथों से पानी पिला रही हु, प्लीज घूरना बंद करो।"(लड़की ने दर्शन को एहसास दिलाया वो उसे कुछ ज्यादा ही घूर रहा था।)

दर्शन तो लड़की का चेहरा नही देख सकता था पर लड़की तो दर्शन का चेहरा करीब से देख रही थी।मासूम चेहरा जैसे कोई छोटा बच्चा हो और तरस रहा हो किसी चीज के लिए ।इतने करीब से वो लड़की भी दर्शन के लिए आकर्षित हो रही थी। उसकी एकटक घूरती नजर उस लड़की को अपनी तरफ खीच रही थी।इसीलिए वो भी नजरे चुराने की नाकाम कोशिश कर रही थी।अगर दर्शन उसे घूर रहा था तो वो भी तो दर्शन को घूर रही थी।लड़की कार से बाहर निकली और उसने अपने चेहरे को बेनकाब किया ।)

दर्शन ने उस लड़की का चेहरा देखा तो वो देखता ही रह गया।वो सच में खूबसूरत थी।दर्शन उसे एकटक खोते हुए कार की वंडो से देख रहा था ।वो बाहर खड़ी अपना चेहरा पानी से धो रही थी।पानी की एक एक बूंद उसके चेहरे पर चमक रही थी।दर्शन उससे अपनी नजरे नही हटा पा रहा था। एकदम से दोनो की आंखें मिली और दोनो ने अपनी नजरे चुरा ली । लड़की कार के अंदर आकर बैठ गई और फिर से कार स्टार्ट कर दी।)

"तुमने मुझे किडनैप क्यों किया है?मुझे कहां ले जा रही हो?और तुम हो कौन?"

(एक लंबी शांति के बाद दर्शन ने पूछा ।अगर किसी लड़के ने किडनैप किया होता तो दर्शन यह सवाल पहले पूछता पर उसका किडनैप तो एक खूबसूरत लड़की ने किया था तो उसे अब याद आया।दर्शन का नशा उतर ही गया आखिर)

"बस थोड़ी देर में पहुंचने वाले है वहा जाकर तुम्हे सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे" (लड़की ने कार की स्पीड बढ़ाते हुए कहा)

"तुमने जो किया है वो गलत है तुम ऐसे मुझे किडनैप करके कही नही ले जा सकती।मैं एक सेलिब्रिटी हुं कोई भी मुझे पहचान जाएगा।कुछ भी हो सकता है तुम्हे।आखिर ऐसी क्या दुश्मनी है मुझसे जो तुम मुझे किडनैप करके लाई हो मैं तो तुम्हे जानता तक नही"(दर्शन ने अपने हाथ खोलने की कोशिश करते हुए पूछा)

"मेरा नाम विनेहा है।तुम्हे किडनैप करते वक्त ही मैंने सोच लिया था की मेरे साथ कुछ भी हो सकता है पर तुम्हे किडनैप करना मेरी मजबूरी है।"(विनेहा ने कार रोकते हुए कहा)

(अंशुला कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर )

"हॉस्पिटल... यहा क्यों लाई हो तुम मुझे?जिंदगी में पहली बार मेरा किडनैप हुआ और किडनैपर मुझे हॉस्पिटल लेकर जा रहा है.... विनेहा तुम मुझे किसी सुनसान जगह नहीं ले जाओगी जहा जाने के बाद तुम मेरे पापा को फिरौती के लिए कॉल करोगी(दर्शन ने मजाकिया अंदाज में कहा)

अपना चेहरा छुपाओ और अंदर चलो मेरे साथ और हां कुछ बोलना मत प्लीज।(विनेहा ने दर्शन को एक मास्क देते हुएं कहा।)

"मैं तुम्हारी बात नहीं सुनता पर अब तो मुझे खुद भी जानना है आखिर हो क्या रहा है मेरे साथ"(दर्शन ने कार से बाहर निकलते हुए मास्क पहनते हुए कहा)

(रूम संख्या –104)

एक बेड पर लड़की सो रही है चारो तरफ मशीनों से घिरी हुई है मानो मशीन पर ही जिंदा है।)

"यह कौन है और तुम मुझे यहाँ क्यों लाई हो विनेहा?(दर्शन ने उत्सुकता से पूछा )

"ये मेरी दोस्त रोमा है। इसे कैंसर है और यह इसका लास्ट स्टेज है।इसकी आंखिरी इच्छा थी कि इसे तुमसे मिलना है इसीलिए मैंने तुम्हारा किडनैप किया।पता नही यह अब और कितने दिन मेरे साथ है ।

"(विनेहा ने निकलते हुए आंसू को रोकने की कोशिश की उन्हें पोछते हुए ,रोमा के लिए विनेहा ने दर्शन को किडनैप किया था तो गलत नही किया।)

"मुझे किडनैप करने की क्या जरूरत थी अगर तुम मुझे बोलती तो मै खुद आ जाता, तुम मेरे मैनेजर से बात कर सकती थी।"(दर्शन ने विनेहा की आंखों से निकलते हुए आंसुओं को अपने हाथों से पोंछते हुए कहा।)

"कोशिश की थी मैंने इतना आसान नहीं था तुमसे बात करके तुम्हें यहां लाना और पैसे नहीं है मेरे पास इतने की तुम्हे यहां लाती।"(विनेहा ने दर्शन से आंखें मिलाते हुए कहा)

"पर तुमने किडनैप कैसे किया मुझे और तुम्हें पता कैसे चला मै कहां हु?"(दर्शन को जानने में उत्सुकता थी की आखिर एक लडकी कैसे किडनैप कर सकती है)

"तुम्हें याद है 3 सितंबर को तुम्हारा मुंबई में कॉन्सर्ट था?

मैं तबसे तुम्हारा पीछा कर रही हु।इतना पता चल गया कहा जाते हो कब जाते हो,तुम्हारा दोस्त तुम्हारे साथ रहता हैं तुम उसके घर जाने के बाद क्लब जाते हो।तुम कल भी गए थे वहा से 1 बजे निकले थे पर तुम्हारे साथ तुम्हारा दोस्त नही था।यही मौका था जब मैं तुम्हे किडनैप कर सकती थी।बाकी मदद तुम्हारी नशे की हालत ने कर दिया।"(विनेहा ने किडनैप करने का पूरा तरीका दर्शन को सूना दिया। )

"और अगर मैं नशे में नही होता तो?क्या तुम मेरे सिर पर किसी भारी चीज से मारकर मुझे बेहोश करती या फिर कोलोरोफार्म से.....?(दर्शन ने विनेहा को एक ज़ालिम किडनैपर की तरह देखते हुए पूछा )

"मैंने नही सोचा था कैसे करूंगी।मुझे यह जरूर पता था की मैं तुम्हे मुंबई से राजस्थान जरूर लाऊंगी।तुम्हे किडनैप करना जरूरी था मेरे लिए क्योंकि वक्त नही है मेरे पास इतना।"(विनेहा ने लंबी सांस लेते हुए गंभीरता से कहा)

"अगर वक्त नही है तुम्हारे पास तो उसे बर्बाद क्यों कर रही हो ? अपनी दोस्त को बता तो दो की तुम मुझे यहां ला चुकी हो"(दर्शन ने रोमा की तरफ देखते हुए कहा)

(विनेहा ने रोमा के हाथ को सहलाया और उसे उठाने की कोशिश की )

"हैलो...मैंगो शेक उठ देख कौन आया है ,फिर मत बोलना की तेरी विश पूरी नही हुई ...उठ ना अब(विनेहा ने एक प्यारी सी मुस्कान देते हुए रोमा से कहा)

"तू आ गई ,मैं तुझसे बात नही करूंगी तू पिछले 13 दिनों से गायब है।ना फोन किया तूने और ना ही उठाया।मुझे तो लगा की तू जन्नत चली गई और मेरा वहा वैट करेगी।वैट करना काम मेरा है तेरा नही।