Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 136 - Poem No 97 अगर ऐसा हो जाए

Chapter 136 - Poem No 97 अगर ऐसा हो जाए

अगर ऐसा हो जाए

अगर वैसा हो जाए

यह सोच सोच कर

हर वक़्त परेशान हूँ

काश ऐसा हो जाता

ज़माने में खुशियाँ होता

हर इंसान सुखी होता

कोई दुःखी ना होता

अगर ऐसा हो जाए

अगर वैसा हो जाए

यह सोच सोच कर

हर वक़्त परेशान हूँ

----Raj