Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 128 - Poem No 89 दिल के किसी कोने में

Chapter 128 - Poem No 89 दिल के किसी कोने में

दिल के किसी कोने में

आज भी तेरी मूरत बसें है

चाह कर भी तुमको हम

दिल से निकाल नहीं पाये है

तुम्हारे प्यार के हर लम्हे

वो प्यारी प्यारी बातें

वो सारे पल जो हम

साथ मिलकर बितायें हैं

दिल के किसी कोने में

आज भी तेरी मूरत बसें है

चाह कर भी तुमको हम

दिल से निकाल नहीं पाये है

----Raj