Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 88 - Poem No 49 हो सकता है

Chapter 88 - Poem No 49 हो सकता है

हो सकता है

तुम मुझ से जुदा हो

यह नहीं हो सकता

तुम मुझे भूल जाओ

वो हसीन पल जो हमने गुजरे

वो व्हाट्स एप्प पर बातें

कैसे भूल सकती हो

यह ख़याले हमेशा रहेगा

ना तुम भूल पाओगी और ना ही मैं

----Raj