Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 81 - Poem No 42 नई राहें बनाएँगे

Chapter 81 - Poem No 42 नई राहें बनाएँगे

नई राहें बनाएँगे

वो जो साहस दिखलाएँगे

आगे ही आगे बढ़ना है

पीछे नाही मुड़ना है

पुरानी राह छोड़ना है

साहस अगर दिखलाओगे

तो खुद नई राह मिलजायेंगे

वो जो साहस दिखलाएँगे

नई राहें बनाएँगे

----Raj