Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 66 - Poem No 27 दूसरों का सहारा बनो

Chapter 66 - Poem No 27 दूसरों का सहारा बनो

दूसरों का सहारा बनो

जिसे सहारे की जरुरत हो

मदत करो उसकी हर पल

जिसे मदत की जरुरत हो

क्या पता कल क्या हो

यह काल चक्र है जो घूमता है

आज उन्हें तुम्हारी जरुरत है

कल कोई तुम्हारा सहारा बने

यह दुनिया है जहाँ

लोग एक दूसरे के लिए बने है

दूसरों का सहारा बनो

जिसे सहारे की जरुरत हो

----Raj