मैंने बच्चपन से ही सुनते आया हूं , बेटा पढ़ाई कर पढ़ाई कर । दोस्तों ये है मेरी कहानी , जो मै आपको बताने जा रहा हूं । मेरा नाम है , गगन । तो मै सुरु करने से पहले आपको मेरा नमस्कार । बात है आज की जब मेरे एक दोस्त ने मेरे को पढ़ाई के लिए बोला । मै पहले काफी पढ़ाई करता था । और मेरा एक तरह से स्वप्न ही था कि मै पढ़ाई करू पायलट बनू। पर मै गरीब परिवार से होने के कारण मै जैसे जैसे बड़ा होता गया । वैसे वैसे मेरे पे परिवार का बोझ आता गया। मेरी पहली तंखा थी 700rs एक महीने का । तो मै ये बताना चाहता जीवन में पढ़ाई का महत्व तो है ही पर पैसों का भी है । पर जो ज्ञान पढ़ाई से मिलता है । ओ किसी और चीज में नहीं । बड़े लोग कही ही गए है, की पैसा तो कोई भी चुरा सकता है, पर ज्ञान कोई नहीं चुरा सकता। ज्ञान एक ऐसी सोने कि चिड़िया है । जो हमे काफी बड़ा बना सकती है।
तो अब सवाल आता है ? , की मैंने यह पे पैसों की बात की तो क्या इस लेख के साथ इसका सम्बन्ध आता क्या हा आता है । दोस्तो क्यूंकि मेरे घर में पैसा नहीं था तो मेरा ओ स्वप्न अधूरा रह गया । और मेरा स्वप्न स्वप्न ही बनके रह गया । पर बचपन से अभी तक जितने ठोकरें खाई जितनी भी हमने मुसीबतों के पार करके आज मै यहां हूं । लोग कुछ तो सुनते है अच्छा लगता है । जब कोई मेरी राय लेकर ओ वैसे करता है । और उनको अच्छा परिणाम भी मिलता है।