प्रेम विवाह करके प्रेम बंधन में जुड़े एक ऐसे ही पति पत्नी के बीच विश्वास की कहानी।
यह कहानी कबीर और उसकी पत्नी रीया की है वो दोनो एक दुसरे को बेइंतहा महोब्बत करते थे।
शादी से पहले भी उनके बीच प्रेम रहा था जिसके चलते उन्होंने शादी की और इसीलिए उनके बीच विश्वास बहुत गहरा था।
एक दिन कबीर अपने ऑफिस में था जहां कम्पनी के नेटवर्क डाउन होने की वजहा से कोई वर्क नही हो पा रहा था तो वह ऑफिस के मित्र के साथ बहार निकल लिया।
कबीर और उसका मित्र साथ बहार कही घूम रहे थे तभी अचानक कबीर के मित्र की एक लड़की पर नजर पडी जो एक लड़के के साथ एक रेस्टोरेंट मे बेठी थी उसने कबीर इसारा करते हुऐ कहा वो वहां सायद उस रेस्टोरेंट में भाभीजी है क्या , जब कबीर ने देखा और उसके साथ जो लड़का देखा जिसे वो अपने हाथों से बढे प्यार के साथ खाना खिला रही थी।
कबीर ये सब देखा तो वह अपनी पत्नी की तरफ जाने को हुआ तब तक उसकी पत्नी उस लडके के साथ निकल ने लगी लेकिन कबीर उसका पीछा करता रहा तो देखा उसकी पत्नी रिया एक बिल्डिंग मे चली गई।
कबीर उसका पीछा करता रहा और देखा रिया उसके साथ उस फ्लैट के अंदर चली गई जिसे कबीर ने खरीदा था लेकिन शादी से पहले जिसकी चाबी अक्सर उसी के पास रहती थी।
जब रिया उस फ्लैट में अंदर गई और अंदर से दरवाजा भी बंद कर लिया और यह सब देख कबीर हैरान हो गया।