हलचल भरी सड़कों पर, लोगों की भीड़ हर तरफ थी। मो जिंगशेन की नजर के सामने, जी नुआन खुशी से शतरंज के रिकॉर्ड को अपने हाथों में लिए चल रही थी।
वह उस आदमी की मुखाकृति को देखने के लिए पीछे नहीं मुड़ी जिसे उसने नाराज किया था।
हाई शहर की सबसे बड़ी विभागीय दुकान ज्यादा दूर नहीं थी। जी नुआन ने अपना मुँह खोला, "वास्तव में, मेरे पास बहुत सारे उपयुक्त कपड़े हैं। यहाँ तक कि कुछ नए भी हैं जिनके लेबेल अभी तक लगे हुए हैं। मैं कपड़ों के बजाय एक उपयुक्त कोट खरीदूँगी।"
बोलते हुए, उसने अचानक देखा कि सामने की ब्रांडेड दुकानों में से एक में एक लंबा कोट प्रदर्शित किया हुआ था और वह चल कर वहाँ जाने को हुई।
लेकिन उसके चारों ओर बाँह कस गई। मो जिंगशेन ने उसे सीधे पीछे खींच लिया।
उसने संदेह से अपना सर ऊपर उठाया और तभी एक धीमी आवाज उसे अपने कानों को फुसफुसाते हुई सुनायी दी, "यह बहुत पतला है।"
"..."
"फिर, इसके बगल वाला?"
"नहीं।"
"अभी शरद ऋतु की केवल शुरुआत है। मुझे ऐसा लगता है कि यह बहुत पतला नहीं है ..." जी नुआन ने अपने होंठों को दबा लिया, लेकिन उसकी निगाह एक मोटे कोट की तलाश में, पहले ही दुकान के अंदर चली गई थी।
अभी उसका ढूँढना खत्म भी नहीं हुआ था कि मो जिंगशेन ने उसके हाथ को पकड़कर, एक लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए एक दूसरी ब्रांडेड दुकान की ओर रुख कर लिया।
उस दुकान के सामने, जी नुआन की दृष्टि प्रदर्शन के लिए रखे एक सफेद कश्मीरी कोट पर पड़ी। इसकी मोटाई सुखद थी और यह पूर्ण शरद ऋतु और शुरुआती सर्दियों में पहनने के लिए उपयुक्त था। यह सरल और साफ दिख रहा था, फिर भी इसने उस चिकनी शैली को नहीं खोया था जो इस ब्रांड से संबंधित थी। इसकी उत्तम और सरल होते हुए भी एक विशिष्ठ बनावट थी।
जी नुआन ने आश्चर्य से अपनी नजरें उठाईं और देखा कि मो जिंगशेन भी इसको लेकर कुछ संतुष्ट दिखाई दे रहा था।
यद्यपि मो जिंगशेन शायद ही कभी खरीदारी करता था, लेकिन उसकी पसंद और दूरदर्शिता अच्छी थी।
जी नुआन को यह कोट पसंद आया और उसने एक कर्मचारी को उसके लिए उपयुक्त नाप ढूंढ कर लाने के लिए कहा ताकि वह उसे पहन कर देख सके।
उसने कोट पहन लंबे दर्पण के सामने मुड़ कर खुद को देखा। बगल में खड़े दो कर्मचारियों ने चकित होकर उसकी प्रशंसा की। "मिस! यह कोट आपके लिए वास्तव में उपयुक्त है, आह! आपकी त्वचा इतनी सफेद है, और आपका ढील डौल इतना अच्छा है! आप पर, यह कोट एक मॉडल की तुलना में बेहतर दिखता है! आप विशेष रूप से उत्तम दर्जे की दिख रहीं हैं!"
जी नुआन ने अनजाने में मुड़ कर मो जिंगशेन की ओर देखा, जो स्टोर के एक सोफे पर बैठ था।
वह बैठा हुआ वह अत्यंत सुकुमार, अत्युत्तम और सुडौल दिखाई दे रहा था।
उसकी एक कुलवान, गंभीर आभा थी जिसे कोई भी अनदेखा नहीं कर सकता था। वह कुलीन और साधारण से परे था।
दुकान पर मौजूद कई कर्मचारी और ग्राहक बार बार मुड़ कर सोफे पर बैठे आदमी को छुप-छुप देख रहे थे। उनकी आँखें प्रशंसा और जिज्ञासा से भरी थीं। अपने चेहरे को लाल होने से रोक पाने में असमर्थ, युवा लड़कियों ने अपने दिलों को थाम रखा था।
"क्या आपके यहाँ पुरुषों के कपड़े भी रखते हैं?" जी नुआन की नज़र फिटिंग रूम के बगल में स्थित पुरुषों के खंड की ओर गई।
"जी हाँ। मिस, क्या आप अपने साथ आए मिस्टर के लिए कुछ कपड़े चुनना चाहती हैं?"
जी नुआन ने कोई जवाब नहीं दिया और मुड़ कर उस तरफ चल पड़ी।
पहले, उसने मो जिंगशेन के लिए एक कमीज खरीदी थी, लेकिन उसे उसके साथ मेल खाती टाई नहीं ली थी। आज उसने जो कमीज पहनी हुई थी वह संयोग से वही थी जिसे उसने खरीदा था।
आखिरकार एक का चयन करने के बाद, उसने उसे अपनी पीठ के पीछे छिपाया और मुसकुराती हुई बाहर चली गई।
"कपड़े पहन कर देख लिए?" मो जिंगशेन ने उस पत्रिका को नीचे रख दिया, जिसे उन्होंने लापरवाही से उठाया था और उसकी तरफ देखा। उसकी नजर एकदम से संतुष्ट प्रतीत हुई।
हकीकत यह थी कि जी नुआन आकर्षक थी, बावजूद इसके कि उसने कुछ भी पहना हुआ हो। जिंगशेन को इस बात की संतुष्टि थी वह कोट अच्छी गर्माहट प्रदान कर सकता था। यह उसे फिर से ठंड को पकड़ने से रोकने के लिए पर्याप्त था।
"क्या यह अच्छा लग रहा है?" जी नुआन ने उसके सामने खड़े होकर, अपने सिर को एक ओर झुकाते हुए पूछा। ऐसा लग रहा था जैसे वह एक शर्मीली छोटी लड़की थी जो अपने प्रेमी के साथ पहली मुलाकात करने आयी थी।
"यह बहुत अच्छा लग रहा है।" वह आदमी प्रशंसा करने में कंजूस नहीं था।
किस महिला को तारीफ सुनना पसंद नहीं था? जी नुआन की आँखें एक मुस्कान में मुड़ गईं। फिर वह चुपके से और धीरे से फुसफुसाई, "एक बार खड़े हो जाओ।"
उसे देखते हुए मो जिंगशेन की भौहें हिली नहीं। फिर वह सहज रूप में खड़ा हो गया।
जी नुआन ने उस आदमी को देखने के लिए अपना सर उठाया जो उससे बहुत लंबा था। वह जो टाई छिपा रही थी उसने उसे बाहर निकाला और जल्दी से उसे जिंगशेन के गले में डाल दिया।
जैसे ही मो जिंगशेन की भौहें हल्का सा सिकुड़ीं, उसने मंजे हुए हाथों से टाई को तेजी से बांध दिया और चेहरा ऊपर कर उस आदमी को देखा जो सुंदर से परे था।
बाकी कर्मचारियों के बारे में क्या कहना, जो प्यार में डूबे थे, जी नुआन का दिल भी तेजी से धड़कने से रुक नहीं सका।
चरित्र या आकर्षण के बावजूद, मो जिंगशेन के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं था जिसकी आलोचना की जा सके।
इस जीवन में, उसे ज़रूरत थी सब कुछ सँजो कर रखने की जो उसके पास था, जो एक बार उसका था, उसे वापस लेने की , और उन लोगों को पकड़कर रखने की जिन्हें वह संभाल कर रखना चाहती थी। वह खुद को उन्हीं गलतियों को दोहराने नहीं देगी।
मो जिंगशेन...उसने स्वीकार किया कि उसका दिल शुरू से अंत तक उससे प्रेरित था। वह उसे छोड़ना सहन नहीं कर सकती थी।
उसने महसूस किया कि जिंगशेन वही है जिसे वह अपने पिछले जीवन के बाद पकड़कर रखना चाहती थी, और उसने सोचा कि यदि वह उसे फिर से खोती नहीं है तो सब ठीक हो जाएगा।
उसे और कुछ माँगने की जरूरत नहीं थी।
जी नुआन जिंगशेन की टाई को पकड़े रही। उसे अचानक गरम महसूस हुआ। जैसे ही उसकी नजर मो जिंगशेन की गहरी, घनी नजर से मिली, उसकी उंगलियों टाई के चारों ओर थोड़ा कस गईं।
जी नुआन।
आज तुम जो चाहती हो, क्या वह पहले से ज्यादा हो गया है?
एक पल के लिए, ऐसा लगा जैसे कि जी नुआन आसपास के कर्मचारियों की प्रशंसा और स्पष्ट ईर्ष्यापूर्ण आहें नहीं सुन पा रही थे। उसकी आत्मा जैसे कहीं चली गई थी।
मो जिंगशेन ने उसका हाथ नीचे दबाया और उन्हे पकड़े हुए उसे देखने लगा। "तुम इतनी स्तब्ध क्यों हो?"
केवल तब जी नुआन होश में आयी और उन्हें देख रहे सभी लोगों के बारे में सोचा। उसने जल्दी से अपने हाथों को वापस खींचने का प्रयास किया, लेकिन असमर्थ रही। जिंगशेन ने अपनी पकड़ ढीली नहीं की।
"सर, ऐसा इसलिए हुआ होगा क्योंकि आप बहुत सुंदर हैं! आपकी प्रेमिका आपसे बहुत ज्यादा मंत्रमुग्ध हो गई और कुछ बोल नहीं सकी," कर्मचारी ने खुशी से कहा।
जी नुआन कुछ नहीं बोली, लेकिन उसका चेहरा लाल हो गया।
मंत्रमुग्ध?
अगर वह सच कहे, तो निश्चित ही वह मंत्रमुग्ध थी!
उसका दिल इस हद तक मंत्रमुग्ध था कि वह इससे डर गई।
"यह मेरी प्रेमिका नहीं है, मेरी पत्नी है," मो जिंगशेन ने उसी क्षण स्पष्ट किया जब कर्मचारी ने अपनी बात खत्म की। यह देखकर कि जी नुआन एक शर्मिंदा पत्नी की तरह लग रही थी, उसने सीधे कहा, "उसके कोट और मेरे टाई का बिल लाओ। क्या तुम्हें कोई और चीज़ पसंद है?"
उसने जी नुआन से पूछा। जी नुआन ने अपना सिर हिला दिया। "मुझे केवल यह कोट पसंद आया। मुझे किसी अन्य कपड़े की आवश्यकता नहीं है, इसलिए बस यही एक खरीदने से काम चल जाएगा।"
दुकान से बाहर निकलने के बाद, जी नुआन ने उस आदमी की तरफ देखा, जो वर्तमान में शॉपिंग बैग पकड़े हुए था। कुछ अकथनीय कारण से, उसे महसूस हुआ कि खरीदारी करने के लिए मो जिंगशेन का उसके साथ आना उसको एक उपलब्धि की भावना दे रहा था।
वे दोनों बगल के विभागीय दुकान में लौटे और उसी वक्त उन्होंने जी मेंगरान को देखा, जो व्याकुलता से प्रवेश द्वार के पास आगे-पीछे चहलकदमी कर रही थी।
इतने लंबे समय के बाद, वह अभी भी यहाँ थी?
जी नुआन ने हल्के से अपनी भौंहों को सिकोड़ा; उसके होंठ शांति से मुड़े।
जी मेंगरान दोनों को देखकर गुस्से में तेजी से आगे बड़ी। "बड़ी बहन! तुमने मुझे अकेला क्यों छोड़ दिया! मैं आधे दिन तक बाहर इंतजार करती रही, लेकिन मैंने किसी को नहीं देखा! उसके बाद, मैं थोड़ी देर आराम करने के लिए पास ही एक चाय की दुकान पर चली गई, और शतरंज हॉल में मौजूद लोगों ने कहा कि तुम लोग चले गए थे! तुमने मेरा इंतजार क्यों नहीं किया ?!
जी नुआन ने उसे भावनाहीन नजर से देखा। "इससे पहले, तुम अपने फोन पर बात कर रही थी। मुझे लगा कि कुछ महत्वपूर्ण होगा, इसलिए तुम हमारे साथ अंदर नहीं आयी। जब मैं बाहर आयी, और मैंने देखा कि तुम वहाँ नहीं थी, मुझे लगा कि तुम चली गयी हो।"
"मैं नहीं गयी थी! मैंने इतने लंबे समय तक इंतजार किया, लेकिन तुम लोगों ने अपना फोन भी नहीं उठाया!" जी मेंग्रेन गुस्से में था, और उसके चेहरे पर गुस्से के विकृत भाव मौजूद थे।