जी नुआन ने कभी यह उम्मीद नहीं की थी कि मो जिंगशेन जैसा कोई व्यक्ति जो बाहर से इतना शांत लगता है, उसमें चिढ़ाने की क्षमता होगी। वह मदद नहीं कर सकती थी लेकिन उन्हें शकी नज़रों से देख रही थी।
अपने सामने दोनों की अस्पष्ट और अबाधित बातचीत को देखकर, मेंगरान की आवाज कुछ तेज हो गई। "बड़ी बहन, तुम लोग क्या कर रहे हो? तुम अपनी आँखों से इशारे क्यों कर रहे हो? मैं अभी भी यहाँ खड़ी हूँ!"
"हम और क्या कर सकते हैं? हम एक-दूसरे को छू तो नहीं रहे हैं। क्या बस एक झलक के आदान-प्रदान के लिए तुम्हारी अनुमति की आवश्यकता है?" जी नुआन ने मो जिंगशेन के कंधों पर अपना सिर झुका दिया, और एक मुस्कराहट के साथ सूरज की रोशनी के नीचे उनके सुंदर चेहरे को देखा। "पतिदेव जी, पहले से ही आठ बजे से ज्यादा समय हो गया है, अगर आप अभी भी काम के लिए नहीं जाते हैं, तो क्या यह दोपहर में आपकी बैठक को प्रभावित नहीं करेगा?"
जी मेंगरान की आँखें लगभग बाहर निकल आईं।
पति?
उसने वास्तव में उन्हें पति कहा है?
जी नुआन ने हमेशा यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की कि किसी को पता न चले कि वह शादीशुदा है। किसी को भी उसे श्रीमती मो बोल के सम्बोधित करने की अनुमति नहीं थी, और उसे मो जिंगशेन के साथ जुड़े रहने से नफरत थी। उसने कभी इस शादी को स्वीकार नहीं किया था।
लेकिन अब उसने वास्तव में उन्हें पति कहा है?
यह ... इसका क्या मतलब था?
जी मेंगरान चकरा गयी थी। आधे क्षण तक स्तब्ध रहने के बाद, वह और सतर्क हो गई।
अगर चीजें इस तरह ठीक से चलती रहीं, तो उसे उससे छीनने का अवसर कैसे मिलेगा?
मो जिंगशेन ने समय देखा। कंपनी की वास्तव में आज एक महत्वपूर्ण बैठक थी, लेकिन उसके बगल में छोटी महिला के "पति" कहने की आवाज से उन्हें यह विचार करना पड़ा कि, "राजा सुबह अदालत में उपस्थित नहीं होंगे।"
वे मुस्कुराये- उनकी आँखों में एक गर्मजोशी थी जो केवल जी नुआन के लिए थीं। उन्होंने धीरे से उसके सिर को थपथपाया। "तुम लोग बात करो। मैं काम पर जाऊंगा।"
इस बर्ताव से जी मेंगरान लगभग भौचक हो गयी। आधे क्षण तक हतप्रभ रहने के बाद ही वह अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रख सकी। "भाई जिंगशेन, मैं अभी आयी हूँ और आप कार्यालय जाने के लिए भाग रहे हैं?"
"आपके बहनोई के पास कार्यालय में बहुत काम है। आप संभवतः उनसे यहाँ रहने और आपके साथ खेलने के लिए अपनी बैठक को टालने की उम्मीद नहीं कर सकती हैं?" जी नुआन ने उसे गहराई से देखा।
"मेरा मतलब यह नहीं है, मैं ..." जी मेंगरान को शायद ही जी नुआन द्वारा कुछ कहने के लिए छोड़ा गया था।
पहले कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह क्या कहती थी, जी नुआन हमेशा उसकी बात मानती थी। उसने कभी तर्क नहीं किया। लेकिन ऐसा क्यों था कि उसे ऐसा लग रहा था कि वह आज पूरी तरह से उसके नियंत्रण में है?
मो जिंगशेन ने बगल में सहायक से सूट जैकेट ले लिया। उनकी नजरें एक बार भी जी मेंगरान से नहीं मिलीं।
"तुमने बहुत कम कपड़े पहने हुए हैं। दरवाजे पर ज्यादा देर तक न खड़े रहो, एन?" मो जिंगशेन ने धीरे से जी नुआन के कानों में बात कही और बाहर चमकदार धूप में मुस्कुराते हुए निकल गए।
उन्हें दरवाजे से निकलते देख, जी मेंगरान अनजाने में मुड़ी, वह उनका पीछा करना चाह रही थी।
उसे शक था कि जी नुआन ने इन दिनों उनसे कुछ कहा होगा। पहले हालांकि मो जिंगशेन उसकी ओर अधिक ध्यान नहीं देते थे लेकिन उनके और जी नुआन के संबंधों के लिए, फिर भी वह उससे कुछ शब्द कहते थे। हालाँकि, आज वह बहुत अनिश्चित महसूस कर रही थी।
जब जी नुआन ने उसकी कलाई पकड़ ली, तब भी उसे उनका पीछा करना था।
"मेंगरान, मुझे आपसे बात करनी है।" जी नुआन ऐसी लग रही थी जैसे उसने उसकी पीछा करने की इच्छा पर ध्यान नहीं दिया।
जी मेंगरान को अचानक खींच लिया गया और उसे थोड़ा गुस्सा आया। जब वह पीछे मुड़ी, तो उसने देखा कि जी नुआन की नज़र असामान्य रूप से शांत और ठंडी थी।
वह तुरंत शांत हो गई। "मैंने देखा कि भाई जिंगशेन का मूड आज अच्छा लग रहा था। तुम उनके साथ चीजों को स्पष्ट करने के लिए यह अवसर क्यों नहीं लेती हो? यदि तुम्हारा अच्छा रवैया रहा जो तुम्हारे पास अभी है और तुम तर्क के साथ उन्हें समझाती हो कि तुम उनके साथ रहना नहीं चाहती हो, तो शायद तुम्हारा तलाक सफल हो जाए। "
"हमारा तलाक होगा या नहीं, तुम इस मुद्दे को लेकर मुझसे ज्यादा हड़बड़ी में हो।" जी नुआन ने उसे देखा।
जी मेंगरान की अभिव्यक्ति एक पल में बदल गई। "तुम्हारे शब्दों का क्या अर्थ है? शुरू से, क्या तुम वह नहीं थी जो हमेशा तलाक चाहती थी? पहली बार में, जब तुमने भाई जिंगशेन से शादी की थी, तो यह इसलिए था क्योंकि पिताजी ने तुमसे मो परिवार के साथ विवाह गठबंधन बनाने पर जोर दिया था। तुम कभी भी सहमत नहीं थी! यदि तुम हमेशा पिताजी के साथ बहस करना पसंद नहीं करती, तो वह इतना पागल नहीं होते कि आपको परिवार से भेजने के लिए शादी के लिए मजबूर करते! मैं चिंतित थी कि तुम इसे अच्छी तरह से नहीं लोगी, इसलिए मैं हमेशा तुम्हारी मदद करने के लिए बात करने आती थी। मैंने देखा कि तुम बहुत पीड़ित थी इसीलिए मैंने तुम्हारे के बारे में सोचने की बहुत कोशिश की ताकि तुम इस शादी से निकल जाओ और अपनी स्वतंत्रता वापस प्राप्त कर सको! क्या तुम्हारे कहने का मतलब यह है कि मेरा ऐसा करना गलत है? "
यदि यह उसका पुनर्जन्म नहीं होता, तो जी नुआन ने इन शब्दों पर विश्वास कर लेती।
अपने पिछले जीवन के बाद, वह आखिरकार जानती थी कि जी मेंगरान कितना मोटा मुखौटा लगा सकती है।
"बेशक, तुम गलत नहीं हैं। अभी, मो जिंगशेन और मेरे के बीच संबंध सामंजस्यपूर्ण है। अगर हम ठीक से एक साथ हो सकते हैं, तो यह तलाक से भी बेहतर होगा।" जी नुआन की आवाज़ शांत थी, फिर भी उनका रवैया दृढ़ था और किसी को भी उनके रुख पर सवाल उठाने की अनुमति नहीं थी।
जी मेंगरान कुछ सेकंड के लिए चुप रही, फिर उसने एक अजीब लहजे में पूछा, "तुम तलाक नहीं दे रही हो?"
जी नुआन की भौंहें टेढ़ी हो गयी। "परिवार की पृष्ठभूमि या क्षमताओं, उनके रूप या उनके चरित्र के बावजूद, मो जिंगशेन हर क्षेत्र में अच्छे हैं। उसे पसंद करने वाली महिलाओं की संख्या कम नहीं है। मुझे ऐसे अच्छे पुरुष को क्यों छोड़ देना चाहिए और दूसरी महिलाओं को उसे प्राप्त करने का मौका देना चाहिए?"
"क्या तुम ज्यादा नहीं सोच रही हो ..." जी मेंगरन की आवाज़ थोड़ी डरी हुई सी थी।
"आह, अगर मो जिंगशेन तुम्हारे बहनोई न होते, तो इस तरह के एक आदमी को, क्या तुम पसंद नहीं करती?" जी नुआन ने उसे देखा।
"बड़ी बहन! क्या बात कर रही हो!" जी मेंगरान के दिल तुरंत गड़बड़ हो गयी, और आँखों में अनिश्चितता स्पष्ट हो गयी।
"मैं सिर्फ मजाक कर रही हूं। तुम इतना घबरा क्यों रही हो?"
"मैं घबरा नहीं रही हूं। मैं बहुत हैरान हूं ... वास्तव में, यह अच्छा भी है।" जी मेंगरान का लहजा डांवाडोल था, उसकी मुस्कान मजबूरन वाली थी। कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई कैसे दिखता है, यह स्पष्ट था कि वह परेशान थी। "इस तरह से तुम्हारे बार-बार तलाक लेने के लिए बोलने पे पिताजी को तुमसे गुस्सा नहीं होना पड़ेगा। मुझे यह भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि तुम कोई मूर्खतापूर्ण काम करोगी।"
जी नुआन ने अपने शब्दों को वापस लेते हुए कहा, "तुम्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। तुम्हें मुझसे मिलने आने के लिए इतना प्रयास करने की ज़रूरत नहीं है।" "मैंने पहले ही मेहमान वाले कमरे को साफ करने के लिए सहायक से कहा है। तुम्हारी चीजें भी पैक हो जाएंगी। कल मैं किसी को इसे तुम्हें देने के लिए भेजूंगी।"
जी मेंगरान का मुँह खुल गया, उसकी आँखें झटके से चौड़ी हो गईं, लेकिन वह एक भी शब्द नहीं कह सकी।
क्या वह उसे घर से जाने के लिए बोल रही थी?