हमबिस्तर होने के बाद , युवती आखिर में जानती थी कि 'वे हमे नहीं सुनने वाले' से उसका क्या मतलब था। उस क्षण , कियानक्सुन को महसूस हुआ कि जैसे यह आदमी उसे मौत के घाट उतारने जा रहा है।उसके घातु की बदबू से उसका मुँह भर गया था। उसके गले में तेज़ जलन हो रही थी । उसका तकिया आँसुओं से गीला हो गया था।
लेकिन चाहे वो कितना भी प्रार्थना कर ले , इस आदमी ने उसे पीड़ा देना बंद करने से इनकार कर दिया।
लॉन्ग सिजु ने उसके चेहरे पर चंचल, कठोर रूप देखा और जल्दी से उसकी कलाई के चारों ओर बंधी बेल्ट को खोल दिया। क्योंकि उसने बहुत सख्ती से संघर्ष किया था , उसकी कलाई लाल हो गई थी। उसकी त्वचा के कुछ हिस्से में खरोंच आई थी और कुछ छिल गए थे।
जब लॉन्ग ने यह देखा , उसे उसके सीने में दर्द का अहसास हुआ. उसने चिकित्सक बाम को निकाल कर उसके जख्मो पर लगाया, लेकिन सु कियानक्सुन ने तुरंत ही अपने हाथो को खींच लिया और गुस्से में कहा ," चले जाओ। मैं तुम्हे अब नहीं देखना चाहती ."
लॉन्ग सिजु ने खुद को दोषी महसूस किया।
वो यह भी जनता था कि उसने अपनी हद को पार किया था , लेकिन वो सच में खुद को रोक नहीं सका था। जब पहले उसे यह देखा कि कियानक्सुन कितनी परेशान थी , वो रुकना चाहता था, लेकिन खुद को रोक नहीं सका।
केवल तब उसने इस बात को महसूस किया उसके छोटे से मुँह में खुद के लिंग को डालना बेहद ही गजब का अहसास था। इसके अलावा , यह उसके लिए एक नया अनुभव था और इससे उसे काफी उत्तेजित महसूस हुआ....
उसने महसूस किया कि वह इस उत्तेजना का आदी हो गया था।
इसी बीच ,सु कियानक्सुन उबकाई लेती रही लेकिन अपने मुँह से घातु को बाहर उलटी नहीं कर सकी। उस कमीने ने उसे घातु के हर एक बूँद को निगलने पर मजबूर किया था।
'यह अब बहुत हो गया था। ' जब उसने याद किया कि पहले क्या हुआ था , उसे काफी घिनौना लगा और वो भड़क गई। आँसू उसके गालों से नीचे गिरते रहे।
"ठीक है ,अब रोना बंद करो। यह मेरी गलती थी। " बल्कि लॉन्ग सिजु थोड़ा परेशान और चिंतित सुनाई दिया। यह पहेली बार था जब उसने कियानक्सुन से माफ़ी मांगी थी।
"मुझसे बात मत करो। यहाँ से चले जाओ , चले जाओ। मैं तुम्हे अब कभी देखना नहीं चाहती। " सु कियानक्सुन बेहद दुखी थी। उसने अपने सर को चारो ओर से कम्बल से ढक लिया।
"हमारा बच्चे के जन्म का समझौता अभी ख़तम नहीं हुआ है। तुम मुझसे मिलना बंद नहीं कर सकती " लॉन्ग सिजु ने उसके सर से कम्बल को हटाया ताकि उसका दम न घुटने लगे।
अब जब उसने समझौते की बात कही थी , सु कियानक्सुन और भी ज़्यादा गुस्सा हो गई। वो अचनाक से उठ कर बैठ गई। इससे एक पल के लिए लॉन्ग सिजु थोड़ा हैरान हुआ। उसे नहीं पता था कि कियानक्सुन अब क्या करने वाली थी।
सु कियानक्सुन ने उसके निजी जगह को देखा और कहा ," मुझे लगता है कि हमे बच्चे के जन्म का समझौते को खारिज कर देना चाहिए और अपने रिश्ते को ख़तम कर देना चाहिए !"
लॉन्ग सिजु ने जैसे ही उसे देखा तो उसके भौहो सिकुड़ गए। " तुम्हारा क्या मतलब है ?"
"तुम्हे क्या सोचते हो कि मुझे नहीं पता कि तुम बाँझ हो ? तुम बच्चे को जनने के योग्य नहीं हो , फिर भी तुम ने मुझे धोखा दिया और बच्चे के जन्म के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने पर मजबूर किया !क्योकि तुम बाँझ हो , हम समझौते को ख़तम कर दें !" सु कियानक्सुन ने अपने सा उठाया और उसकी ओर देखा।
लॉन्ग सिजु हक्का बक्का रह गया।
" सच कहुँ , अगर तुम बाँझ भी हो तो कोई फर्क नहीं पड़ता। हम कृत्रिम गर्भाधान या इन विट्रो फर्टिलाइजेशन की कोशिश कर सकते हैं। आप किसे पसंद करते हैं? "सु किंयानक्सुन ने उसे ईमानदारी से पूछा।
लॉन्ग सिजु के चेहरे के भाव तुरंत गहरे हो गए और भयानक रूप से गंभीर हो गए । आखिरकार , किसी भी आदमी को गुस्सा आ जायेगा अगर उसका साथी उसकी जनन क्षमता पर सवाल उठाएगा।
लॉन्ग सिजु ने उसे अचानक से कठोरता से पलंग पर गिरा दिया। इससे पहले कि युवती को अहसास होता कि क्या हो रहा था , उसने कियानक्सुन के होठो पर पूरी भावना से चूमा। सु कियानक्सुन को महसूस हुआ कि जैसे उसकी जीभ ही कट जाएगी। कियानक्सुन के निजी अंग में तेज़ दर्द हुआ जैसे ही लॉन्ग ने उसके अंदर घुसने की कोशिश की और उनके होठ जुदा हुए...
सु कियानक्सुन उसी समय चिल्लाई। युवती डर गई थी।
कियानक्सुन ने जल्दी से अपना मुँह ढँक लिया और आवाज़ निकलने से खुद को रोका। लेकिन यह आदमी जानबूझकर उसे उत्तेजित करने कर रहा था। लॉन्ग ने उसे बिना रुके धक्का देना शरू किया।
लॉन्ग सिजु का हर एक जोर काफी पीड़ादायक था।
सु कियानक्सुन खुद को आहे भरने से रोक नहीं सकी। वो केवल अपनी खुद के हाथ को काट कर अपने कराहने को दबा सकती थी !
लॉन्ग सिजु ने देखा कि युवती क्या कर रही थी और उसने जल्दी से धक्का देना बंद किया ताकि वो खुद काटना बंद कर दे। जब लॉन्ग ने फिर से शुरू किया , उसने केवल अपने सर को नीचे किया और उसको चुप कराने के लिए उसके होठो पर चूमा।
दरवाज़े पर दस्तक हुई। आंटी झांग की चिंता भरी आवाज़ दरवाज़े के पीछे से आई। " युवा मिस्ट्रेस , क्या तुम ठीक हो ?"