तांग जुई ने गु मियां को ज़मीन पर जबरदस्ती पकड़ रखा था। गु मियां गुस्से में चिल्लाई ," तांग जुई , तुम एक नीच आदमी हो , मुझे जाने दो !"
मैं तुम्हे बता रहा हूँ , गु मियां। क्योकि तुम्हारी शादी मेरे से हो गई है , तुम मरो या जियो , तुम सिर्फ मेरी ही रहोगी !" तांग जुई ने कहा और अपनी ऊँगली उसकी योनि में डाल दी।
गु मियां को अपने अंदर महसूस हुआ। उसने अपनी पूरी ताक़त से उसको धक्का दिया इस उम्मीद से कि वो उससे दूर हट जायेगा। हालांकि , वो जितना संघर्ष करती , तांग जुई उतना ही ज़्यादा निर्दय और राक्षस हो जाता
गु मियां जानती थी कि तांग उसे जानबूझकर अपमानित करता था। उसने अपने निचले होंठ को काटा औरजबरदस्ती अपने आंसुओं को रोके रखा। जब तांग जुई ने अपना काम पूरा किया , उसने उसकी योनि से अपनी ऊँगली को बाहर निकाला। उनसे फिर अपनी बेल्ट को खोला , उसको घुमाया और गुस्से में कहा ," अपना मुँह खोलो !"
तांग जुई , तुम एक बेईमान कमीने हो ! मुझे तलाक चाहिए !" गु मियां ने उसको घूरा। वह पहले से ही पूरी मानसिक बीमारी के कगार पर थी।
"हीही। तुमको तलाक चाहिए ? मेरे मृत शरीर के ऊपर से !" तांग जुई ने उसको गुस्से में ज़मीन से ऊपर खींचा।
उसे तलाक चाहिए था ताकि वो लू मिंग के साथ रह सके ? तुम्हारे सपनो में ही हो सकता है!'
गु मियां पूरी तरह से अपमानित हुई थी। तांग जुई के लिंग को अपने मुँह में ले कर वो सांस भी नहीं ले पा रही थी। उसके गालो से उसके आंसू बिना रुके नीचे गिरने लगे। आज उसका जन्मदिन था। उसने सोचा था कि वो आज का दिन थोड़ा कम अपमानित हो कर बिताएगी , लेकिन सच्चाई बहुत ही कठोर और निर्दयी थी।
नहाने के बाद , सु कियानक्सुन अपने बिस्तर पर वापिस आई और सोने की तैयारी करने लगी। रात के बीच में, उसको दो मजबूत हाथो ने घेर लिया था।
लॉन्ग सिजु ने युवती को सोते हुए उसके छोटे से चेहरे को देखा। उसने याद किया कि उस ने उसे आज प्राइवेट लाउंज में क्या कहा था और उसे अपनी बाहों में जकड़ रखा।
अगले दिन, जब तक सु कियानक्सुन सो कर उठी , लॉन्ग सिजु वहाँ से जा चूका था। वो बिस्तर पर बैठ थी और अचंभे में कंबल को पकड़ रखा था।
हुआन हुआन ने हाथों में कपड़े का एक जोड़ा लिए कमरे में प्रवेश किया। "युवा मालकिन, यह तैयार होने का समय है।"
सु कियानक्सुन अपनी सपनों की दुनिया से बाहर निकली। वो हुआन को देखकर मुस्करायी और तुरंत मुँह हाथ धोने के लिए बिस्तर से उठी।
कियानक्सुन जब तैयार हो गयी तो भोजन कक्ष के लिए नीचे उतरी , उसने ध्यान दिया कि लॉन्ग सिजु वहाँ पर नहीं था। सु कियानक्सुन बल्कि थोड़ी उत्सुक थी। क्या वो अभी अभी व्यापार यात्रा से वापिस नहीं आया था ?'
जब वो नाश्ता कर रही थी , सु कियानक्सुन अपने उत्सुकता पर काबू नहीं रख सकी और नौकर से पूछा ," युवा मास्टर कहा है ?"
"मिस सु , मैने सुना है कि युवा मास्टर को एक महत्पूर्ण व्यवसाय में शामिल होना है। वो सुबह जल्दी चले गए थे ," नौकर ने प्यार से जवाब दिया।
"ओह ," कियानक्सुन ने मंद ध्वनी में जवाब दिया और खाना जारी रखा।
जब सु कियानक्सुन कैंपस पहुंची, गु मियां वहाँ पर नहीं थी। उसने गु मियां को फ़ोन लगाया , उसने फ़ोन नहीं उठाया। सु कियानक्सुन थोड़ी सी चिंतित हुई।
संयोग से किआओ येरन आज कक्षा में नहीं आई थी। लेकिन सु कियानक्सुन को कम से कम उस महिला की परवाह नहीं थी ।
"कियानक्सुन, तुम्हारी हाथ की घड़ी बहुत प्यारी है। तुम्हरी घड़ी पर कैसा डिज़ाइन है ? मुझे अहसास हुआ कि यह सब तुम्हारा है। " के रैन ने सु कियानक्सुन की घड़ी को हाथ में पकड़ा और घड़ी की जाँच करने लगा ।
"यह हमारी घाटी की कुमुद है। " सु कियानक्सुन ने अपने हाथ पर सफ़ेद घड़ी को देखा। वो नहीं जानती थी कि उसको आज सुबह क्या हो गया था। तैयार होने के बाद , उसने पलंग के पास के मेज़ पर हाथ की घड़ी को देखा। उसने फिर तुरंत उसको उठाया और पहन लिया।
"अच्छा तो तुम्हें घाटी की कुमुदनी पसंद है ? क्या यह तुम्हारे प्रेमी ने दी है ? वो कितना प्यारा है !"
"कियानक्सुन , तुम्हारा प्रेमी काफी अमीर लगता है। वो तुमको हर तरीके का पसंदीदा तोहफे देता है। "
बाई वेइमी ने सु कियानक्सुन के हाथ पर घड़ी को देखा और थोड़ी ईर्ष्या महसूस की ।
यहां तक कि उसके प्रेमी ने कभी उसे इतने प्यार से तोहफे नहीं दिए थे , लेकिन जब उसे याद आया कि सु कियानक्सुन का प्रेमी एक बूढ़ा आदमी था , उसे बेहतर महसूस हुआ। कम से कम उसका हर प्रेमी सभ्य और अमीर युवा था।
सु कियानक्सुन ने कुछ भी समझाने की परेशानी नहीं उठाई। वो जानती थी कि अभी यूनिवर्सिटी में सबने यह अंदाज़ा लगाया था कि उसका कोई प्रेमी है।
दोपहर में कक्षा ख़तम होने के बाद , सु कियानक्सुन लेक्चर हॉल से बाहर निकली और दोपहर का खाना खाने के लिए यूनिवर्सिटी के कैफेटेरिया की ओर बढ़ने ही वाली थी जब उसने लैन किंगचेंग को देखा।