सु कियानक्सुन ने थोड़ा संकोच किया और कहा ," युवा मास्टर, मेरा छोटा भाई अभी अभी हस्पताल से आया है | झांग आंटी हमारे लिए रात का खाना बना रही है। क्या मैं चलने से पहले खाना खा सकती हूँ ?"
"नहीं। तुम्हारे पास तीन मिनट है !" लॉन्ग सिजु ने यह कहते ही सीधा फ़ोन रख दिया।
सु कियानक्सुन ने गहरी साँस ली। जब आंटी झांग ने देखा कि कियानक्सुन कितनी दुखी दिख रही थी , उसने पूछा ," क्या हुआ ? क्या कोई मुश्किल है ?"
"आंटी झांग , मुझे माफ़ कर दो लेकिन मैं आपके साथ रात का खाना नहीं बना सकती। मुझे कुछ जरूरी काम से कही पर जाना हैइसलिए मुझे पहले निकलना होगा। " सु कियानक्सुन ने दुखी हो कर समझाया। उसने आंटी झांग के आँखों में देखने की हिम्मत नहीं की थी।
" अगर कुछ बहुत जरूरी है, तो तुम जा सकती हो। निश्चित रहो , में युवा मास्टर जीए का अच्छे से ख्याल रखूँगी। "
"ठीक है आंटी मैं चलती हूँ फिर। जब मेरे पास समय होगा तब में तुम दोनों से मिलने आऊँगी। "
सु कियानक्सुन तुरंत गई और अपने छोटे भाई को अलविदा कहा। वो यह यकीनन महसूस कर सकती थी कि उसका छोटा भाई खुश नहीं था , लेकिन, कियानक्सुन के पास वास्तव में कोई चारा नहीं था। लॉन्ग सिजु ने पहले हुकुम दे दिया था और वो उसकी आज्ञा को न मानने की हिम्मत नहीं कर सकती थी।
उसने अपने बैग से पहले निकाले गए सारे पैसे निकाल लिए और उन्हें कॉफी टेबल पर रख दिए ।तभी वो वहाँ से चली गई।सु जीए बैडरूम से बाहर आया। उसने अचानक से अपने सर को उठाया और सामने वाले दरवाज़े पर देखा ,उसकी मुट्ठी कसकर बंद हो गई थी।
जैसे ही कियानक्सुन सीढ़ियों से उतरी ये गु ने उसके लिए कार का दरवाज़ा पहले से ही खोल दिया था। वो मायूसी से कार में बैठी। इससे पहले की वो सीट लेती , लॉन्ग सिजु ने उसको गले लगाया और अपने गोदी में बिठा लिया।
लॉन्ग सिजु ने आगे बढ़ कर उसकी कलाई को पकड़ा। उसको गुस्सा आ गया जब उसने देखा कि उसकी उँगलियाँ जो अभी थोड़ी से ठीक हुई थी फिर से लाल हो गई थी। युवती आपत्ति दिखना चाहती थी ,लेकिन उसने लॉन्ग के गुस्से का कारण कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं की।
लॉन्ग सिजु ने अपने सर को नीचे कर लिया और कियानक्सुन को कुछ पल के लिए देखा। सु कियानक्सुन ने सर नीचे किया और उसकी आँखों में देखने की हिम्मत नहीं की। उसके सामने उसको एक बच्चे की तरह महसूस हो रहा था जिसने बुरा व्यवहार किया था।
लॉन्ग सिजु आगे बढ़ा , अपने बगल के दराज़ को खींचा और उस में से मरहम की ट्यूब निकाली। उसने मरहम को खोला और उसकी उँगलियों पर लगाना शरू कर दिया।
"युवा मास्टर, मेरे हाथ अब बहुत बेहतर है , यह पहले से ठीक है। ... "
"चुप रहो " लॉन्ग सिजु ने उसे नाराजगी में डांटा और युवती ने तुरंत ही चुप हो गई।
लॉन्ग सिजु ने ध्यान से उसकी उँगलियों पर मरहम लगाया और तभी उसने मरहम को नीचे रखा, अपना लैपटॉप को खोला और काम करना शरू कर दिया।
युवती जो लॉन्ग सिजु की बाहों में थी, उसे थोड़ा थका हुआ महसूस हो रहा था तो उसने उसके सीने पर सर रख कर आराम किया। लॉन्ग सिजु तेज़ तेज़ की बोर्ड पर लिख रहा था और वो केवल तभी रुका जब उसने अपनी बाहों से सांस लेने की आवाज़ सुनाई दी।
उसने अपना सर नीचे किया और देखा कि सोते हुए युवती कितनी शांत नज़र आ रही थी। उसकी लम्बी पलकें झुकी हुई थी और वो हमेशा की तरह और भी ज़्यादा पवित्र और नाजुक दिख रही थी।
लॉन्ग सिजु ने अपनी उंगलियों को उठाया और हलके से उसके आकर्षक चेहरे पर फेरने लगा। उसकी बाहों में उसके होने ने लॉन्ग के गुस्से और चिड़चिड़े पन को ठंडा कर दिया।
जब लॉन्ग सिजु ने उसे चूमा तब सु कियानक्सुन जाग गई। उसने एकाएक अपनी आंखे खोली और खुद को जानी पहचानी आँखों में देखता पाया। युवती को होश में आने में कुछ पल लगे जब वो लॉन्ग की पलकों को देख रही थी , जो उसकी पलकों से लम्बी थी।
तब तक उसकी ऊपर की टीशर्ट उतार दी गई , युवती का चेहरा टमाटर की तरह लाल हो गया था। लॉन्ग सिजु ने उसको अपने सीने के करीब पकड़ रखा था और जिस क्षण वह उसके साथ एक हो गया, उस आदमी ने खुशी में अपनी आँखें बंद कर लीं।
जब सु कियानक्सुन फिर से जागी , वह पहले से ही एक अपरिचित बेडरूम में थी, और वहाँ अंदर केवल वो अकेली इंसान थी।
पलंग के बगल में कपड़ों का जोड़ा पड़ा था और सु कियानक्सुन ने तुरंत उनको लिया और पहन लिया।
आसमान में पहले से अँधेरा हो गया था। सु कियानक्सुन ने रोशनी को जलाया यह देखने के लिए कि वो कौन से बैडरूम में है। बेडरूम ने उसे लांग सिजु की पूरी तरह से याद दिलाई , क्योंकि उसका आकार लॉन्ग की तरह गंभीर और ज़िद्दी था !
सु कियानक्सुन दरवाज़ा खोल कर कर देखने ही वाली थी यह जानने के लिए कि वो कहाँ थी, जब फ्रेंच खिड़कियों की तरफ से जोर से धमाका हुआ।इससे पहले कि युवती यह देख सकती कि अभी अभी क्या हुआ था , एक परछायी अचानक से उसके सर के ऊपर आई। अगले ही पल किसी ने उसे उठा लिया। ....