सु कियानक्सुन परेशान हो गई जब उसने देखा कि गु मियां कक्षा शुरू होने पर अभी अभी तक नहीं पहुंची थी , तो उसने गु मियां को फ़ोन मिलाया।
गु मियां पूरी तरह हैरान थी जब वो सो कर उठी। काफी देर तक असमंजस की स्थिति में रहने के बाद उसे अहसास हुआ कि उसका फ़ोन बज रहा था। उसने फ़ोन उठाया। "हेलो ?"
मियां मियां , तुम्हे क्या हुआ है ?क्या तुम बीमार हो ?" सु कियानक्सुन ने जब गु मियां की आवाज़ सुनी तो वो डर गई थी , जो बहुत ही रूखी सुनाई दे रही थी।
" खांसते हुए.. नहीं , मैं कल रात को बहुत देर से सोई थी और सुबह जल्दी उठ नहीं सकी। " जब गु मियां ने अपना हाथ उठाकर माथे को हाथ लगाया तब उसे यह अहसास हुआ कि उसको बुखार था।
ओह अच्छा। अगर तुम थकी हुई हो तो सो जाओ। अच्छे से आराम करने के बाद तुम कैंपस आ सकती हो। " जब सु कियानक्सुन को याद आया कि गु मियां की अभी अभी शादी हुई थी , उसने इस बात पर ध्यान किया कि गु मियां के पति ने उसके साथ कल देर रात कर गन्दा काम किया होगा।
"हम्म , फिर मैं सो जाती हूँ। " गु मियां ने जल्दी से फ़ोन रखा क्योकि वो नहीं चाहती थी कि सु कियानक्सुन को पता चले कि उसके साथ कुछ गलत हुआ था।
गु मियां जोश में उठ बैठी। उसने जैसे ही कंबल उठाया तो उसने अपने टूटे फूटे शरीर को देखा। पाप शब्द उसके पेट के नीचले हिस्से पर बहुत बड़ा था और उससे खून टपक रहा था। जब गु मियां ने यह देखा तो उसको रोने का मन किया।
गु मियां ने खुद को अपने पाजामे से ढका और फर्स्ट एड का डिब्बा लेने के लिए बिस्तर से रेंगते हुए दर्द को सहन किया। उसने दर्द को दूर करने के लिए दवा ली और फिर उन शब्दों पर मरहम लगाया जो तांग जुई ने उसके शरीर पर खोदे थे।
मरहम लगाने के बाद , वो सीधे जा कर सोफे पर लेट गई। उसमें थोड़ी सी भी ताक़त नहीं बची थी। मुमकिन था कि वो मर भी सकती थी। वो कुछ नहीं जानती थी और सब कुछ अपनी किस्मत पर छोड़ सकती थी।
…..
सुबह की कक्षा के ख़त्म होने के बाद , सु कियानक्सुन ने सामान इकठ्ठा किया और दोपहर का खाना खाने के लिए कैंटीन की ओर बढ़ने लगी।
आवाजों का शोर अचानक से कक्षा के हॉल से बाहर गूंजने लगा , और वो किआओ येरन की जगह से आ रहा था। किआओ येरन सु कियानक्सुन को सब जगह देखा होगा और उसके बाद वो बोली।
सु कियानक्सुन ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। उसने अपना बैग उठाया और के रान और बाई वेइमी के साथ दरवाजे की ओर बढ़ी।
जब वो तीनो किआओ येरन के पास से गुजरे और उसके आस पास लोगों के झुंड को देख कर किआओ येरन ने कहा ," वो अंगूंठी मेरे मगेंतर से मुझे तोहफे में मिली थी और उसकी कीमत शायद कुछ मिलियन आर एम् बी होगी।
मैने सु कियानक्सुन को कक्षा के दौरान तुम्हारी सीट के पास चलते हुए देखा था। क्या वो है जिसने उसे चुराया होगा ?" एक महिला सहपाठी ने सु कियानक्सुन को देखते हुए कहा।
"हे , तुम क्या बकवास कर रही हो ? कियानक्सुन किआओ येरन का सामान क्यों चुराएगी ? के रान ने युवतयो झुंड को देख कर अपने भौहो को ऊपर उठाया।
"किसे पता ? किसी इंसान के दिल के बारे में राय हम उसके दिखावट को देख नहीं तय कर सकते।क्या उसकी वजह से सु रान ने अपनी प्रतिष्ठा नहीं खो दी, भले ही वे सबसे अच्छे दोस्त थे? "
" यही नहीं। उसके साफ और मासूम रूप से धोखा मत खाना। क्या वो किसी की प्रेमिका नहीं बनी है ?"
"मैने सुना है कि वो किसी बूढ़े आदमी की प्रेमिका बन गई है , जिसके चेहरे पर मसे है और पैरो पर से मवाद से बूंद बूंद लार की तरह बहता है । "