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Chapter 112 - मुझे खुद के इस रूप से नफरत है

लॉन्ग सिजु के अध्ययन कक्ष का कमरा हमेशा खुला रहता था और वहां की रोशनी भी चौबीस घंटे चलती रहती थी। उस कमरेमें घुसने से पहले सु कियानक्सुन थोड़ा हिचकिचाई। फिर वो पढ़ने की मेज़ ओर बढ़ी और उसे देखा। 

सु कियानक्सुन ने अनुमान लगाया कि वॉयस रिकॉर्डर जैसी चीज़ शायद किसी एक दराज़ में रखा होगा। उसने पहला दराज़ खोला। वहाँ पर कोई वॉयस रिकॉर्डर नहीं था। वहाँ पर कुछ बॉल पेन और कुछ अन्य वस्तुएँ थी। 

उसने पहला दराज़ बंद किया और दूसरा दराज़ खोला। सु कियानक्सुन ने तय किया कि अगर किसी भी दराज़ में वॉयस रिकॉर्डर नहीं है , तो उसे ढूंढना बंद कर देना चाहिए। आखिर कर वो किसी की निजी जगह पर बिना पूछे घुसी थी। 

वो वास्तव में पहले से पछता रही थी कि इस बात से कि वो अध्ययन कक्ष में आई थी। एकाएक , दूसरे दराज़ में बहुत से वॉयस रिकॉर्डर थे। 

सु कियानक्सुन ख़ुशी से देखती ही रह गई। उसने वॉयस रिकॉर्डर को निकाल कर यह निश्चित किया कि वो काम भी कर रहा है के नहीं। जब उसने अपना सर को नीचे किया उसे अहसास हुआ कि वहाँ पर दराज़ में प्यारे बालो में लगाने वाले क्लिप थे। बालो वाले क्लिप पर बहुत सुन्दर स्नोफ्लेक लगा था। वो बहुत ही प्यारा लग रहा था , लेकिन वो शायद किसी दस साल की उम्र की लड़की के लिए था। 

सु कियानक्सुन ने केवल उत्सुकता में क्लिप को निकाल कर देखा। जैसे ही वो उसे उसकी जगह पर वापिस रखने वाली थी , लॉन्ग सिजु तब तक उसके पास आया और अपना हाथ बड़ा कर उस क्लिप को उससे वापिस छीन लिया! 

 लॉन्ग सिजु बहुत ही कठोर था। उस बालो वाले क्लिप पर लोहे की तारे थी और सु कियानक्सुन को अपनी हथेली पर चुभन महसूस हुई जिस जगह पर अभी अभी घाव भरा था। उसने तुरंत ही अपनी मुट्ठी को सख्ती से बंद कर दिया। 

युवा महिला ने अपने समाने खड़े आदमी के भयानक चेहरे को देखा। उसकी आँखों बेहद गुस्सा भरा था और वातावरण को बेहद निर्दय बना रही थी। सु कियानक्सुन सोच समझ कर कुछ कदम पीछे हटी। उसने अपने सीने में बुरी तरह से घुटन महसूस की। 

" सु कियानक्सुन , तुम वास्तव में अपनी सीमा से बाहर जा रही हो !तुमने किसकी अनुमति से मेरे अध्ययन कक्ष में प्रवेश किया और मेरे सामान को बिगाड़ा ? " लॉन्ग सीजु की नज़रे बेहद भयानक लग रही थी। उस समय , उसे इस बात पर कोई संदेह नहीं था कि वह उसकी गला दबाकर हत्या करना चाहता था।

"मुझे बहुत अफ़सोस है .....मैं केवल रिकॉर्डर थोड़े वक़्त के लिए लेना चाहती थी ...." सु कियानक्सुन ने समझाने की कोशिश की। 

बिना कोई रहम करे लोन सिजु ने वॉयस रिकॉर्डर उसके हाथ से छीन लिया। उसकी नज़रे अभी भी बहुत भयानक थी और साथ में उसका कद जिसमे एक बेरहम आभा झलक रही थी , सु कियानक्सुन की सांसे थम गई थी 

" यहाँ से बाहर निकलो !"

सु कियानक्सुन ने अपने नीचले होठ को जोर से कांटा और भाग निकली। उसकी मेज़ से टक्कर हो गयी क्योकि वो बहुत ही घबरा गई थी और उसका छोटा सा चेहरा दर्द से मुड़ गया। 

सु कियानक्सुन ने वहाँ रुकने की हिम्मत नहीं की और बिजली की तरह तेज़ गति में लॉन्ग सिजु के अध्ययन कक्ष से भागती रही। 

लॉन्ग सिजु लड़खड़ाने लगा। उसने अपना हाथ खोला और देखा कि बर्फ़ के आकार वाला क्लिप का आकार बदल गया था क्योकि उसने अपनी मुट्ठी को जोर से बंद कर दिया था। गुस्से में उसने बालो के क्लिप को दराज़ में वापिस रख दिया और कुर्सी पर बैठ गया। उसने अपने हाथ को उठाकर अपने भौहो के बीच की जगह को रगड़ा। 

उसका सरदर्द उसको बहुत तकलीफ दे रहा था !

सु कियानक्सुन लगभग ये गु से टकरा गई थी , जो उसकी ओर चला आ रहा था। जब ये गु ने देखा कि उसके सामने खड़ी सु कियानक्सुन कितनी घबराई हुई थी , उसने अपना हाथ बढ़ा कर उसको संभाला। 

" क्या हुआ ?" ये गु की खूबसूरत और बड़ी भौहे गुस्से में भींच गई। 

सु कियानक्सुन ने अपना सर उठाकर उसको देखा। इस समय उसका दिमाग बहुत परेशान था। वो अचानक से फूट -फूट के रोने लगी। मैने यह सब जानबूझकर के नहीं किया था , मैने वास्तव में जानबूझकर नहीं किया था। मैने उसे इसके बारे में बताने के लिए कॉल किया था। मैं जानबूझकर कर उसके सामान को नहीं छेड़ना चाहती थी। मुझे सच में वॉयस रिकॉर्डर चाहिए था। 

जैसे वो बेतुकी बात कह रही थी ये गु ने उसे घुरा। आँसू उसके गाल से बिना रुके बहते जा रहे थे और यह ऐसा था जैसे उसका छोटा, पीला चेहरा शीशे की तरह साफ़ लग रहा था। ये गु को महसूस हुआ जैसे कि बड़े से हाथ ने उसके दिल को बेरहमी से पकड़ लिया हो और उसका दम घुट गया हो। 

" तुम मेरे लिए और परेशान मत हो। मैं अपने इस तरह के स्वभाव से नफरत करती हूँ !" सु कियानक्सुन ने उसे जोर से धक्का देकर पलटी और वहाँ से भाग गई। उसने जोर से अपने गालों से आँसुओं को पोछा। 

' अरे ,तुम इतना रो क्यों रही हो ? सु कियानक्सुन , ने अपने मन में सोचा कि उसे खुद को कमजोर नहीं बनाना है !'

ये गु ने उसे ढिलमिल भागते हुए घूरा । उसकी भौंहों के बीच दरारें और भी गहरी हो गईं, और उसने अपनी घायल मुट्ठी को कसकर पकड़ लिया।

अपने कमरे में पहुँचते ही सु कियानक्सुन सीधा बाथरूम में घुसी। उसने अपने हाथों को बार बार धोया और उसके हाथ के घाव से धीरे धीरे खून निकलना बंद हो गया। 

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