जब भी बेहरम होने को बात आती है , उसमे तुम सब मुझे कही आगे हो !"
सु कियानक्सुन धीमे से उदास हो कर मुस्करायी। उसके चेहरे पर एक ताने भरा भाव थे।
जब ज़िया चक्सी ने देखा कि सु कियानक्सुन कितनी बेपरवाह और अपने में मग्न दिख रही थी, वो अचानक से क्रोधित हो गया। उसने उसके पतले और कमजोर कंधो को पकड़ा और गुस्से से घूरने लगा।
"क्या तुम जानती हो कितने लोगों को तुमने दिल दुखाया है !"
"मुझे पता नहीं है कि तुम किस बारे में मेरे लिए बात कर रहे हो ! मुझे जाने दो!"
"तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यह कहने की कि तुम कुछ नहीं जानती ? उस रात येरन और मेरी सगाई हो गई थी , किआओ की हवेली में विस्फोट हो गया और लगभग सब कुछ नष्ट हो गया था। कितने अंगिनत लोगों को नुकसान पहुंचा था। चाचा किआओ, येरन और आउंट मैन अभी भी हस्पताल में भर्ती है !सु कियानक्सुन ,तुम्हरी हिम्मत कैसे हुई यह कहने कि इसका तुमसे कोई लेना देना नहीं है !?"
"मैंने पहले ही कहा था कि मुझे इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है ! और अब जब मुझे तुमसे इस बारे में पता चल गया है , मैं सिर्फ यह कहना चाहूंगी कि जिसने भी यह विस्फोट किया है उसने बहुतअच्छा काम किया है। मुझे अफ़सोस है कि वो तीन निर्दय और बेरहम लोग अभी भी मरे नहीं है !" कियानक्सुन के चेहरे पर बहुत ही गुस्सा था।
" बहुत हुआ ! मुझे इस बारे में पहले पता होना चाहिए था। इस धरती पाए तुम्हारे जितना शातिर हो वो थोड़ा सा भी अपनी गलती का अहसास करे !" इस समय ज़िया चक्सी कियानक्सुन के कंधो को बुरी तरीके से कुचलना चाहता था।
"शातिर? ज़िया चक्सी , अँधा और बेफकूफ होना तुम्हारी मर्ज़ी है। अब मुझे जाने दो !" कियानक्सुन का दिल लोहे की तरह सख्त था।
"सु कियानक्सुन , तुम्हे नहीं लगता कि तुम जो चाहती हो वो कर सकती हो क्योकि कुछ ऐसा है जिसका तुम्हे सहारा है ! किआओ और ज़िया परिवार के लोग ऐसे है जिनके खिलाफ तुम लड़ सकती हो !"
ज़िया चक्सी ने उसके खूबसूरत चहरे को घूरा जिस पर पछतावे की एक भी झलक नहीं थी। यह ऐसा था कि उसे जो भी गंभीर घटना हुई थी उसकी परवाह बिलकुल भी नहीं थी।
ज़िया चक्सी को कियानक्सुन के इस तरह के चेहरे से सबसे ज़्यादा नफरत थी। वो कियानक्सुन के चेहरे को बुरी तरह से कुचलना चाहता था !
"मुझे जाने दो! तुम मुझे चोट पहुँचा रहे हो।"सु कियानक्सुन ने उसे लगातार गुस्से से घूरती रही।
"तुम भी दर्द महसूस कर सकती हो ? सु कियानक्सुन , मैं तुम्हे चेतावनी दे रहा हूं, कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका शुगर डैडी अभी कौन है, बेहतर होगा कि तुम उसको छोड़ दो और जल्दी से चाचा किआओ से माफ़ी मांगो। वह आदमी तुम्हे अपने बच्चे के रूप में कभी स्वीकार करेगा। तुम इंतज़ार करो जब वो तुमसे पूरी तरह से परेशान हो जायेगा - "
"तुम मेरे काम मेंदखल देने वाले कौन होते हो ? मैं किसी की भी लाडली बच्चा बन सकती हूँ। यह मेरा मामला है ! अगर तुम अभी भी मुझे जाने नहीं दोगे , मैं मदद के लिए चिल्लाऊंगी !"
"मैं तुम्हें चुनौती देता हूं!"
"बचाओ बचाओ!" सु कियानक्सुन ज़िया चक्सी की अब और बकवास नहीं सुनना चाहती थी। अब उसके पास अपने दम पर भागने की हिम्मत नहीं थी , वो अब सिर्फ अपनी मदद के लिए चिल्ला सकती थी।
ज़िया चक्सी ने जल्दी से सु कियानक्सुन का मुँह को ढकने की कोशिश की , लेकिन तभी किसी ने सीढ़ियों का दरवाज़ा खोला। सु कियानक्सुन ने दरवाज़े की ओर देखा। उसने वहां मु बाई के आने की उम्मीद नहीं की थी।
जब मु बाई ने देखा कि जिया चक्सी ने सु कियानक्सुन को पकड़ रखा है वो जल्दी से उनकी ओर दौड़ा। बिना एक भी शब्द कहे उसने जिया को एक घुसा मारा।
मु बाई से बचने के लिए , ज़िया चक्सी के पास सु कियानक्सुन को छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं था। उसी समय, उन्होंने उस व्यक्ति को लात मारने के लिए अपना पैर उठाया, जो एक व्यस्त व्यक्ति था।
सीढ़ियों पर वो दोनों लड़ने लगे जबकि कियानक्सुन दीवार से झुककर घबराते हुए दोनों को देख रही थी। उसे चिंता थी कि मु बाई मुसीबत में आ जायेगा , इसलिए वो गुस्से में चिल्लाई ," ज़िया चक्सी अभी के अभी रुक जाओ !"
जब ज़िया चुक्सी ने सुना कि सु कियानकसुन ने क्या चिल्लाया, न केवल वह नहीं रुका, बल्कि उसने मु बाई पर और भी सख्ती से हमला किया।
मु बाई ने भी कोई कमजोरी का लक्षण नहीं दिखाया था। वो यही उतना ही क्रोधित था। सु कियानक्सुन ने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मु बाई जो हमेशा से बहुत नरम स्वभाव का था इतना अच्छा योद्धा निकलेगा।
वो दोनों एक ही स्थिति में थे। दोनों ही घायल हुए थे , मु बाई के मुँह के कोना सुजा हुआ था। ज़िया चक्सी को भी कई बार लात मारी गई थी और थोड़ी थोड़ी देर में चीख रहा था।
जब सु कियानक्सुन ने देखा कि लड़ाई बहुत ज़्यादा जोशीली हो गयी थी, वो घबरा के चिल्लाई ," तुम दोनों ,लड़ाई बंद करो ! इसे बंद करो !"
वो दोनों लड़ाई में इतने लिप्त थे कि उन्होंने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। मु बै और ज़िया चक्सी ने एक दूसरे को लात मारी , पीछे हटे और एक ही समय पर एक दूसरे को मुक्का मारा।
सु कियानक्सुन ने इस मौके का फायदा उठाकर आगे बढ़ी। इससे पहले की वो दोनों एक दूसरे तक पहुँचते सु कियानक्सुन उन दोनो के बीच आकर खड़ी हो गयी।