जब ज़िया चक्सी ने देखा कि किआओ येरन कितनी गुस्से में थी , उसे याद आया कि की कैसे उसका चेहरा फूल गया था जब सु कियानक्सुन ने उसको थप्पड़ मारा था। उसके बाद भी, किआओ येरन ने सु कियानक्सुन के बारे में अच्छी बातें कहना बंद नहीं किया क्योंकि वह चिंतित थी कि ज़िया चक्सी उसकी ओर से बदला लेना चाहती है।
किआओ येरन हमेशा से मेहरबान रही है हमेशा इतने दयालु थे। इसके विपरीत, सु कियानक्सुन कभी भी अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थी , जैसे कि वह कभी भी किसी से हार नहीं मन सकती थी। ज़िया चक्सी ने सु कियानक्सुन को घूरा जैसे कि वो किसी बेकार चीज़ को देख रहा हो।
"चलो, रोना बंद करो। मैंने तुम्हें शुरू से ही प्यार किया है। मैं उसके साथ शादी कर रहा हूँ क्योकि मुझे मजबूर किया गया है। "'
"सु कियानक्सुन, मुझे पता है कि तुमको मेरी बेटी पसंद नहीं है और मैं। लेकिन , अपनी छोटी बहन की सगाई समारोह में शामिल होने के लिए यह कैसे पहन सकती हो ?"
"उसने मेरे मंगेतर को छीन लिया। ऐसा मत सोचना कि तुम लोग मुझसे यह उम्मीद लगा रहे हो कि मैं इस सगाई के समारोह में ख़ुशी खुशी पर उपस्थित रहूँगी।
तुम लोग मेरे लिए सब कुछ मुश्किल बना रहे हो ?"
तुमने खुद को काफी शर्मिंदा नहीं कर दिया है ? अब चलो !" किआओ बोनियन ने दूर खड़ी युवा महिला को रूखी नज़रो से देखा।
इसके साथ सु कियानक्सुन किआओ के परिवार के सदस्यों के साथ और बेकार की बात नहीं करना चाहती थी। बिना किसी की ओर देखते हुए वो हॉल के अंदर चली गयी।
जब सु कियानक्सुन ज़िया चक्सी और किआओ येरन के पास से गुजरी , तो ज़िया चक्सी को अपने सीने में एक अजीब सी हलचल महसूस हुई, जब उसने उसके छोटे से चेहरे पर बेपरवाह भाव देखे ।
उस दिन सगाई समारोह के लिए बहुत सारे मेहमान उपस्थित थे, और उनमें से बहुत सारे लोग पीढ़ियों से सु परिवार के अच्छे दोस्त थे। सु कियानक्सुन हॉल में प्रवेश करते ही दादजी के अध्ययन कक्ष में घुसने का मौका देखने लगी ताकि वह उस वस्तु को खोज सके जो उन्होंने उसके लिए छोड़ दी थी।
उसके लिए हॉल की सीढ़ियों से ऊपर जाना मुश्किल था क्योकि बहुत सारे मेहमान उसको जानते थे। सु कियानक्सुन ने दादाजी के अध्यन कक्ष की ओर चलने से पहले बाथरूम में जाकर नौकरो वाली सीढ़ियों का इस्तेमाल करने की योजना बनाई।
जैसे ही सु कियानक्सुन बाथरूम की ओर चलने ही वाली थी , पीछे से किआओ बोनियन की आवाज़ आई।
"कियानक्सुन, थोड़ी देर के लिए यहाँ आओ।" वो साफ़ साफ़ ऐसा आदेश था जिसे मना नहीं किया जा सकता था।
सु कियानक्सुन मुड़ी और देखा कि सु मन्नी ने किआओ बोनियन की बाहो में बाहे डाल रखी थी जब वो दोनों उसकी ओर चल कर आ रहे थे। उनके बगल में एक अधेड़ उम्र का आदमी था। वो आदमी साफ़ साफ़ सु कियानक्सुन को घूर रहा था ,अपनी घबराहट और वासना को छिपाने की जहमत भी नहीं उठा रहा।
सु कियानक्सुन ने किआओ बोनियन को चेहरे पर कोई भी भाव ना देते हुए घूरा । " कोई बात ?"
"मैं तुमको चेयरमैन ली से मिलवाता हूं। अध्यक्ष महोदय, यह मेरी बेटी कियानक्सुन
है।"
"मिस सु, मैंने तुम्हारे बारे में बहुत सुना है।" चेयरमैन ली ने हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया।
सु कियानक्सुन ने उस आदमी के हाथ मिलाने के लिए बढ़ाए हुए हाथ की परवाह ना करते हुए चुपचाप खड़ी रही। उसने अपने पिता किआओ बोनियन को एक तीव्र नज़रो से घूरा !
किआओ बोनियन बल्कि सु कियानक्सुन के इस तरह से देखने से शर्मिंदा हो गया।
किआओ बोनियन ने अपने गुस्से को दबाने की कोशिश की। " चेयरमैन ली तुमसे बात कर रहे है , तुम्हारे शिष्टाचार कहाँ हैं ?"
"हीही , कोई बात नहीं। मिस सु बहुत ही स्पष्टवादी इंसान है , और मुझे यह बात बहुत ही पसंद है। " चेयरमैन ली अपने लुभावनी नज़रे सु कियानक्सुन के शरीर से हटा नहीं पा रहा था।
उसे वास्तव में यह उम्मीद नहीं थी कि सिर्फ एक व्यवसाय के सौदे के पीछे किआओ बोनियन अपनी इतनी सुन्दर बेटी को उसके चंगुल में आने देगा।
कुछ दूरी पर, ज़िया चक्सी जो कि किआओ येरन के साथ खड़ा था , किआओ बोनियन , चेयरमैन ली और सु कियानक्सुन के बीच में हो रही बातचीत को ध्यान से देख रहा था।
किआओ येरन इस बात से गुस्सा हो रही थी , और उसने ज़िया चक्सी के हाथ को अपनी ओर खींचा। तब ज़िया चक्सी ने फिर से किआओ येरन की तरफ मुड़ कर देखा। उसकी नज़रे बेहद गहरी लग रही थी।
"मुझे क्षमा करें, लेकिन मुझे वास्तव में बाथरूम जाना है । मैं अभी के लिए यहाँ से जाना चाहूंगी । "
बेशक, सु कियानक्सुन जानती थी कि किआओ बोनियन क्या चाहता था। यह अभी तक बिलकुल साफ़ हो गया था ? हालाँकि , सु कियानक्सुन का सुन्न दिल पहले ही इस ख्याल से दुखी था। किआओ बोनियन , आखिरकार उसका पिता था , और एक बार की बात है , वो सु कियानक्सुन को पसंद भी करता था और प्यार भी करता था।
किआओ बोनियन का चेहरा तुरंत ही उदास हो गया। " चेयरमैन ली हमने अपनी बेटी को बहुत ही बिगाड़ दिया है। कृप्या इस पर इतना ध्यान ना दे ," सु मन्नी ने मुस्कारते हुए कहा।
"बेशक नहीं। चेयरमैन किआओ , हमे अपना सौदा आज पूरा करना चाहिए , ठीक है ?" चेयरमैन ली यह कहने के बाद, सु कियानक्सुन को देखने लगा जो बाथरूम की ओर जा रही थी। उसकी नज़रो में एक दृढ़ संकल्प था। "