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Chapter 7 - मेरे शब्दकोश में, रियायत जैसा कोई शब्द नहीं है

वे दोनों चीजें उसकी मां की यादगार थीं : एक वायलिन और एक ब्रोच।

उसकी मां जिंग रूयु एक वायलिन वादक हुआ करती थी, जो देश और विदेश में प्रसिद्ध थी। बाद में, उसने अपने संगीत करियर को त्याग दिया और जू जिनशान के एक प्रसिद्ध निर्देशक बनने के सपने को साकार करने में मदद करने के लिए मनोरंजन व्यवसाय से जुड़ गई।

लेकिन अंत में, उसे उम्मीद नहीं थी कि शादी के बाद जू जिनशान एक भयनक आदमी बन सकता है। रहस्यमय ब्रोच ही उनके बीच की दरार और उसके पति की घरेलू हिंसा का प्रारंभिक कारण था।

जू जिनशान को हमेशा ये लगता था कि उसका उस आदमी के साथ अफेयर चल रहा है जिसने उसे ब्रोच दिया था। हर बार उसने उसे पीटा, ये पता लगाने के लिए कि वो कौन था। हालांकि, जिंग रूयु सचाई बताने के बजाए उसकी पिटाई सहती रही।

यहां तक ​​कि मरते वक्त भी जिंग रूयु के हाथ में ब्रोच था, यही वजह है कि जू जिनशान हमेशा से जानने के लिए उत्सुक था कि ब्रोच किसने दिया।

वो कौन व्यक्ति था जिसे उसकी मां अपने जीवन को जोखिम में डाल कर बचाने की कोशिश कर रही थी?

सामान बांधने के बाद, जू जियान सूटकेस लेकर नीचे आ गई। जू जिनशान और सु रुई आसपास नहीं थे। केवल जू जिनरू ने कहा, "तुम इतनी जिद्दी क्यों हो, यानयान? तुम जानती हो कि यदि तुम थोड़ी रियायत से पेश आओगी, तो पापा तुम्हें माफ कर देंगे!"

"माफ करना, मेरे शब्दकोश में, रियायत जैसा कोई शब्द नहीं है!" जू जियान निकल गई।

"क्या तुम सच में जा रही हो?"

"यही तो तुम चाहती थीं?!" जू जियान की आंखे विडंबना से भरी थीं।

"..." जू जिनरू का दिल थर्रा गया, क्योंकि वो थोड़ा दोषी महसूस कर रही थी।

जू जियान दृढ़ संकल्प और गर्व के साथ जू हाउस के गेट से बाहर निकल गई, बिना पीछे देखे। वो जानती थी कि 12 वर्षों में ये सबसे सही और गरिमापूर्ण चुनाव था!

घर से निकाले जाने का इंतजार करने के बजाए, सिर ऊंचा करके दरवाजे से बाहर जाना बेहतर था।

बगीचे से गुजरते समय, जू जियान ने किसी को आवाज देते हुए सुना। ये उसके दादाजी थे।

चार पैरों वाली बैसाखी के साथ, बूढ़ा एक तरह की मुस्कान के साथ उसकी ओर लपका। "यानयान, तुम स्कूल जा रही हो?"

"हां, दादाजी!" जू जियान मुस्कराई। जू परिवार में, उसके दादाजी ही हो सकते हैं जो वास्तव में उससे प्यार करते थे।

ये अफसोस की बात है कि वो बूढ़ा था और आंखों की समस्याओं और अल्जाइमर से पीड़ित था। वो अब परिवार के मामलों का प्रबंधन नहीं कर सकता था और न ही पहले की तरह उसकी रक्षा कर सकता था।

"ओह, मेरी यानयान लंबी हो गई है! क्या तुम अगले साल मिडिल स्कूल जाओगी?" बूढ़े आदमी ने जू जियान के सिर को थपथपाया, जैसा कि वे हमेशा करते थे। उनकी याद में, जू जियान अभी भी एक बच्ची थी।

"हां, दादाजी, अगले साल मैं मिडिल स्कूल जाऊंगी। मैं स्कूल में व्यस्त रहूंगी, इसलिए मैं आपको ज्यादा मिलने नहीं आ पाऊंगी!" जब जू जियान ने ये कहा, तो उसे लगा कि उसकी नाक में खुजली हुई है और उसके आंसू गिरने से नहीं रूक सके।

उसने आज जू परिवार को छोड़ दिया और वो फिर कभी वापस नहीं आने वाली थी। क्या वो अपने जीवनकाल में फिर से दादाजी को देख पाएगी?

वो केवल ये उम्मीद करती थी कि ये आखिरी बार नहीं होगा जब वे मिलेंगे।

"स्कूल महत्वपूर्ण है। तुम्हारे दादा अब तुम्हारी मदद नहीं कर सकते! ये कुछ पॉकेट मनी है जो दादाजी ने बचाई है! इसे ले लो और कुछ खाने को खरीद लेना!" बूढ़े ने पैसे का एक रोल उसकी हथेली में डाला।

जू जियान ने अपने हाथों में एक नोट, एक युआन, पांच युआन, दस युआन, और सबसे बड़ा एक 50 का नोट देखा, शायद 100 से अधिक थे, जिनमें से सभी को दादाजी ने बचाया था।

पैसे पकड़े हुए, जू जियान ने अपने दिल पर एक अवर्णनीय वजन महसूस किया। अपने दुख और आंसुओं को रोकते हुए, उसने बूढ़े व्यक्ति को गले लगाया और उससे कहा, "दादाजी, आपको लंबे समय तक जीवित रहना है और अपनी यानयान का इंतजार करना है, जब तक वो आपको बेहतर जिंदगी देने के लायक नहीं हो जाती।"

"अच्छा, मैं इंतजार करूंगा!" बूढ़ा बहुत खुश था। यहां तक ​​कि उसकी झुर्रियां तक ​​खिंच गई थीं।

बूढ़े को अलविदा कहने के बाद, जू जियान ने जू परिवार को छोड़ दिया। वो पहले से ही अपने अगले कदम की योजना बना चुकी थी ...

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