वो उसका जवाब नहीं देना चाहती थी। उसने फलों की थाली को नीचे रखने के पहले, आदमी के उसकी कमर के चारों ओर लपेटे हाथों को देखा। उसने अपनी भौंहो को संकुचित किया, उसकी आवाज तेज थी और उसने उसके सवाल को नजर अंदाज कर दिया, "युवा मास्टर म्यू, मैं आपकी महिला नहीं बनूंगी!"
ठीक से संवाद करने की कोशिश करने के लिए उसने एक गहरी सांस ली। "मैं आपसे झूठ नहीं बोलूंगी, मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड है।"
अगर कोई और आदमी होता, तो ये सुनते ही कि वे संलग्न हैं, वो दूर हट जाता। हालांकि, उसके पीछे खड़े आत्मपूजक ने बड़ी सहजता के साथ केवल ठंड से आदेश दिया, "फिर उसके साथ अपना रिश्ता तोड़ दो।"
उसने उसकी कमर को छोड़ दिया और उसे मोड़ने के लिए अपनी बड़ी हथेलियों को उसके कंधों पर रखा। उसने अपनी काली आंखों से उसे गंभीरता से देखा। "मेरे पीछे आओ और मैं तुम्हें वो सब कुछ दूंगा जो तुम चाहती हो।"
वो एक व्यापारी था जो बातचीत करने में कुशल था। वो ये भी अच्छी तरह से जानता था कि महिलाओं को सबसे ज्यादा क्या चाहिए था। इस भौतिकवादी दुनिया में, कुछ ही ऐसे लोग थे जो व्यक्तिगत लाभ के प्रलोभन से खुद को अलग करने में सक्षम थे।
"मैं तुम्हें एक खाली चेक दे सकता हूं। तुम अपनी पसंद के अनुसार संख्याओं को भर सकती हो।"
नान जी की आवाज में गुस्सा था, "युवा मास्टर म्यू मेरा शुगर डैडी बनना चाहता है?"
"तुम ऐसा समझ लो।" वो उसे एक घमंडी राजा की तरह देख रहा था जो एक किसान महिला पर एहसान कर रहा हो, जैसे कि उसके लिए, उसके पंख के नीचे ले जाना एक सम्मान की बात थी।
नान जी ने उसे थप्पड़ मारने की अपनी इच्छा को दबाया। वो नकली मुस्कान के साथ बोली। "मुझे क्षमा करें। मैं वास्तव में अपने प्रेमी से प्यार करती हूं। मैं उसके साथ संबंध नहीं तोड़ूंगी, भले ही तुम मुझे सौ मिलियन डॉलर दे दो।"
उस आदमी ने ये नहीं सोचा था कि वो उसे बिना इसे दूसरा विचार दिए, एक सिरे से खारिज कर देगी। अपनी लंबी उंगलियों के साथ उनकी ठुड्डी को दबाते हुए उसकी अभिव्यक्ति गहरी और कठोर हो गई। उसकी काली आंखे खतरे से भर गईं। "लड़की, तुम्हारा ब्वॉयफ्रेंड है, फिर भी तुम्हारा भाई तुम्हारी सिफारिश करता है? तुम्हें अपनी मेहनत करवाने की चलें बंद कर देनी चाहिए। तुम्हारी चालें पुरानी और थकाऊं हो रही हैं।"
नान जी ने अपनी भौंहो पर हाथ फेरा। उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसका क्या मतलब है।
कौन सा छोटा भाई उसे बढ़ावा दे रहा है?
"तुम पागल हो। मेरा सुझाव है कि तुम अपने दिमाग की जांच के लिए डॉक्टर की तलाश करो।"
फल की थाली लेने के बाद नान जी वहां से जाना चाहती थी। हालांकि, उसके चलना शुरू करते ही फलों की थाली को पैर मार कर गिरा दिया गया था और उस आदमी ने उसकी पतली कलाई पकड़ ली और उसे जबरदस्ती किचन की स्लैब की तरफ घुमा दिया। वो स्लैब से जोर से टकराई और उसने दर्द में तेज सांस ली।
वो आदमी उसकी कलाई को कसकर पकड़ा रहा, जैसे वो बुरी तरह से उसकी सारी हड्डियों को कुचल देना चाहता था। उसने अपना चेहरा उसकी ओर खींचा, उसकी आवाज शिकारी थी और उसकी आंखों में एक कठोर धात्विक चमक थी। "क्या तुम मृत्यु की मांग कर रही हो?"
नान जी उसके दिल में रोई।
कयामत थी।
उसने उसे फिर से नाराज कर दिया था।
उसने उसे फिर से क्रोधित कर दिया, भले ही वो जानती थी कि उसे द्विध्रुवी विकार है और पर फिर भी वो अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकती।
उसने सभी हदें पार कर ली थीं। जब वो हर समय इस तरह की उल्टी-सीधी हरकतें करता रहता है, तो वो खुद को कैसे रोक सकती थी!
जैसे ही उसे लगा कि वो उसकी गला दबाकर हत्या कर देगा, उसने उसकी कलाई छोड़ दी और कमरे से बाहर निकल गया, उसने जोर से दरवाजा पटका, जिससे वो चरमराने लगा और दीवारें थरथराने लगीं।
...
जब बूढ़ी मैडम रसोई घर में दाखिल हुई तो नान जी फर्श पर फैले फल साफ कर रही थी। उसने रसोई में और जमीन पर घुटने के बल बैठी महिला की तरफ देखा।
"मिस जिआओजी, क्या सिहान ने आपको फिर से धमकाया?"
हालांकि वो बूढ़ी औरत बहुत अच्छी थी, फिर भी नान जी इस परिवार के साथ कोई और संपर्क नहीं रखना चाहती थी। वो बूढ़ी मैडम के पोते के बारे में भी कोई बुरी बात नहीं कहना चाहती थी इसीलिए उसने अपना सिर हिला दिया था। "मैंने इसे गलती से गिरा दिया। युवा मास्टर म्यू ने मुझे नहीं धमकाया है।"
बूढ़ी मैडम ने आगे कोई सवाल नहीं किया और नान जी रसोई घर साफ करने के बाद उनसे विदा लेकर चली गई। वो जाने का इंतजार नहीं कर सकती थी।
बूढ़ी मैडम अपने कमरे में लौट आईं और उन्होंने देखा कि म्यू सिहान ने कमरे को फैला दिया था, प्रतीत होता था कि वो उनकी अलमारी में कुछ खोज रहा था। वो हल्के से खांसी, "क्या आप मिस जिआओजी के लिए कुछ महसूस करते हैं?"
म्यू सिहान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसकी आवाज ठंडी और कठोर थी। "नहीं।"
"सच में नहीं? मैंने देखा कि उसकी आंखे लाल थीं। क्या तुमने उसे धमकाया था?"
उसकी आंखे लाल थीं?
म्यू सिहान ने अपनी सीधी भौंह को फहराया और उसकी गहरी अभिव्यक्ति कुछ हल्की हुई। "दादी, वो चोट पर लगाने वाली दवा की बोतल कहा है जो बूढ़े आदमी झोंग ने दी थी?"
"क्या बूढ़ा आदमी झोंग ? कुछ सम्मान दिखाओ, शरारती बच्चे ! वो प्रसिद्ध झोंग परिवार से है जो सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में काम कर रहे है। जो दवा उन्होंने खुद बनाईं है वो पैसे होने पर भी नहीं खरीदी नहीं जा सकती। तुम्हें दवा की क्या जरूरत है? "
"मांझी की औरत को उसने घायल कर दिया है। उसने मुझे आपसे इसे उधार लाने के लिए कहा है।"