जंगल में, नीलधारा ने अपनी आँखों से केवल गोब्लिन व्यापारी को देखा था। उसकी तशरीफ़ निकली हुई थी, भारी बस्ता लादे हुए और विकट देव के पात्र का पीछा करते हुए। भयावह महत्वाकांक्षा के बाकी खिलाड़ी आश्चर्यजनक रूप से जंगल मे बिखर गए थे और गुरिल्ला की तरह निशाना लगाए हुए थे।
ये गोब्लिन व्यापारी, जब आम खिलाड़ियों से भिड़ रहा था, तो क्या वो आराम से उछलेगा नहीं और अपने बस्ते से सामान नहीं फेंकेगा? उसे विकट देव का पीछा करने ने इतनी दिक्कत क्यो हो रही थी? जैसे ही उसने ग्रेनेड फेंका, विकट देव उससे सही में बीच हवा में टकराया, जिससे वह उसके सर से टकराकर फट गया। ये बहुत ही बेवकूफी भरा था। ग्रेनेड में समय किसने लगाया? तुम ट्रिगर इस्तेमाल कर रहे हो!
हालांकि ये ऐसा ही था, ग्रेनेड को बीच हवा से गोब्लिन व्यापारी के सर पर मारने के लिए, विकट देव को तेज ही नहीं होना था, उसका निशाना भी बेहद सटीक होना था।
नीलधारा पागलों की तरह भाग रहा था पर वो दुःख से आह भर रहा था।
आखिरकार, विकट देव हमला भी कर रहा था और गोब्लिन व्यापारी को दूर भी ले जा रहा था। वो उसकी तरह तेज रफ्तार से भाग नहीं पा रहा था। नीलधारा और अन्य तेजी से उसके पीछे हो लिए। नील नदी संघ के पीछे खिलाड़ियों का हुजूम भी धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रहा था, मानो जैसे वो भेड़िये हो।
नीलधारा कैसे नहीं जान पाया कि उसके पीठ पीछे खड़े लोग धोखेबाज थे? पर खूनी बन्दूकबाज की घटना के बाद उसके एक बात सीख ली थी। अगर वो आगे बढ़ने से झिझका तो भयावह महत्वाकांक्षा फायदा उठा लेगा।
"सहस्त्र रचना, आगे से जाकर रोको उन्हें" नीलधारा ने कहा।
"मैं क्यो?" सहस्त्र रचना ने दुखी आवाज में कहा।
"तुम मायावी योद्धा हो; तुम नहीं जाओगे तो कौन जाएगा?" अनुसरण के अतिरिक्त उपयोग से मायावी योद्धा एक दर्जा अधिक तेज थे।
"वहाँ अभी भी नन्हा सागर है" सहस्त्र रचना एक और मायावी योद्धा, नन्हे सागर की बात कर रहा था।
"तुम्हारी कुशलता बेहतर है" नीलधारा को नन्हे सागर को नुकसान पहुंचाने में दिक्कत नहीं थी। सहस्र रचना की कुशलता को सभी जानते थे।
"उस आदमी की नजर में, मेरी छोटी सी कुशलता कुछ भी नहीं" सहस्त्र रचना ने कहा।
"तुम कितनी बार उसके साथ लड़े हो?" नीलधारा ने कहा।
"मुझे विश्वास नहीं होता कि तुम्हे उसकी बेहतरीन कुशलता दिखाई नहीं पड़ती" सहस्त्र रचना ने कहा।
"ठीक! इसमे कुछ रोकने लायक नहीं है, हम पहले ही फंस गए है" चमकते विद्युत ने मजाक उड़ाया। जब तक ये दोनों लोग बहस कर रहे थे, गोब्लिन व्यापारी उनके दायरे में आ गया था। चमकता विद्युत आगे बढ़ा और भड़कती ज्वाला का इस्तेमाल किया।
इस मायावी के लिये वार करना आसान नहीं था। उसे पहले जादू के इस्तेमाल का समय देखना था, फिर लक्ष्य की हरकत की दिशा जाननी थी और भविष्य की रफ्तार पता करनी थी। चमकता विद्युत जानकार था और इस क्षेत्र में उसमे कोई कमी नहीं थी। भड़कती ज्वाला ने काफी जगह घेर रखी थी, इसलिए मारना और भी आसान था। उसने सही जगह चुनी जहाँ गोब्लिन व्यापारी के आगे तीन लोग खड़े थे और उसने वही जादू छोड़ा।
"आग उगलो" इसी समय, ये क्सिउ ने पार्टी को सन्देश भेजा।
पार्टी का चैनल पूरी तरह से साफ था। वे ये क्सिउ के नेतृत्व से डरे हुए थे। जब आग उगलने वाले ने ये सन्देश देखा, बिना एक शब्द कहे, उसने एक हल्की बिजली सी गोली चलाई, जिससे पा पा की आवाज हुई और तुरन्त ही गोब्लिन व्यापारी के शरीर से टकराई।
गोब्लिन व्यापारी के इर्द गिर्द रोशनी बिखर गई। वो सर से पांव तक काँपा। कुछ देर के भटकाव के बाद, वो अचानक ही जंगल की बायीं दिशा में भाग गया।
"चू*या" चमकता विद्युत चौंक गया। उसके जादू का असर पूरी तरह से फैल गया और उसने सोचा कि वो गोब्लिन व्यापारी को हवा में उड़ते हुए देखेगा। ये एकदम सही मौका होता उनके लिए, कम से कम 2 सेकंड तक उससे लड़ने का। कौन जानता था कि गोब्लिन व्यापारी अचानक दिशा बदल लेगा और एक दूसरी ही तरफ हमला शुरू कर देगा। दिशा बदलते ही, भड़कती ज्वाला ऊपर उठ गया और हवा से टकराया।
"क्या तुममे कोई कुशलता है? क्या तुम खेल सकते हो? मूर्ख आदमी तुमने ऐन मौके पर टैंक फटने दिया" चमकते विद्युत ने गुस्से से पैर पटके और पेड़ की ओर मुंह करके गुस्से में चिल्लाया।
"इतनी आवाजे" नील नदी संघ से एक झगड़ू ने ये कहा और गोब्लिन व्यापारी पर ईंट फेंकी। हालांकि एक फेंके हुए ईंट का प्रभाव आधा हो जाता था, पर ये गोब्लिन के सर के पीछे लगने पर होने वाली बेहोशी का असर भी आधा बढ़ जाता था। नतीजतन, बेहोश होने की उम्मीद काफी ज्यादा थी और वो कुछ देर और बढ़ गयी।
कौन जानता था कि एक बन्दूक आवाज आएगी जब ये उड़ती हुई ईंट बीच हवा में होगी। धड़ाम की आवाज से, ईंट टुकड़ों में टूट गयी और ईंट की बुरादा गिरने लगा। झगड़ू भी चौक गया।
"चू*या" झगड़ू चिल्लाया, "क्या मैं श्रापित हूँ? क्या मैं सपना देख रहा हूँ? भयावह महत्वाकांक्षा के पास इस तरह के जानकार थे?"
किसी ने उसे जवाब नहीं दिया। पारखी नजर वाले खिलाड़ियों ने विकट देव के हाथ मे अजीब सी चीज से धुआं निकलते देखा।
"विकट देव के हथियार पर ध्यान दो" नीलधारा ने सबसे कहा, "ये अजीब है"
"बनावट?"
"नहीं..." नीलधारा इस समय शब्द नहीं सोच पा रहा था।
"बात करने से पहले गोब्लिन व्यापारी को पकड़ो" किसी ने कहा।
हालांकि गोब्लिन व्यापारी को रोकने में दोनो ही लोग असफल हुए थे, फिर भी गोब्लिन व्यापारी और नील नदी संघ में दूरी कम थी। किसने सोचा था कि जब गोब्लिन व्यापारी पेड़ तक दौड़ेगा, तो आग उगलने वाले के बदले, एक पहलवान मिलेगा। पहलवान ने गोब्लिन व्यापारी को उठाया और विकट देव की ओर फेंका।
पहलवान पकड़ने में माहिर थे और हर पकड़ का अलग प्रभाव था। ये पटखनी, विकट देव की आम पटखनी से तेज फेंकती थी और दूर भी। नील नदी संघ एक बार फिर दिशाहीन थे और हर कोई गुस्से में था। दूसरी ओर, विकट देव ने पहले ही इसका स्वागत कर लिया था और दो से तीन हमले के बाद, गोब्लिन व्यापारी के हमले को अपने ऊपर केंद्रित कर लिया। उसने एक बार फिर गोल झूला और पटखनी का इस्तेमाल किया। पलक झपकते ही, नील नदी संघ और गोब्लिन व्यापारी मे दूरी फिर से बढ़ गयी थी।
"जरा रुकना तो" गोलू नाविक ने कुछ देखा।
"वो जो दूसरा टैंक फटा था, वो शायद दुर्घटना न हो। शायद उन्होंने ही उसका इंतजाम किया हो। शायद वो जानबूझकर किया गया हो" गोलू नाविक ने कहा।
"तुम क्या कह रहे हो?" सभी लोग डरे हुए थे।
"वो इस तरीके का इस्तेमाल करके खुद से ही गोब्लिन के रास्ते को नियंत्रित करना चाहते हो"
"क्या इस तरह का तरीका सम्भव है?" सभी ठगे हुए से थे।
"असल बात तुम्हारे सामने है" गोलू नविक ने कहा।
"ये विकट देव है। ये सब उसके नेतृत्व के कारण है" नीलधारा ने कहा।
"हमे क्या करना चाहिए?" किसी ने पूछा
"दो दल में बंट जाओ और सब पर हमला करो" नीलधारा ने कहा।
"इससे तो हम आसानी से पकड़े जाएंगे" गोलू नाविक अपने पीछे खड़े खिलाड़ियों के लिए थोड़ा परेशान था।
"उन कचरों से स्थिति नहीं बदली जाएगी" नीलधारा ने कहा
"हमने औषधि उद्यान से किसी को कैसे नहीं देखा?" गोलू नाविक ने कहा।
"वो कचरा, पेड़ का अंकुर कही छिपा होगा। हमे उससे बचकर रहना होगा। हमारे खिलाड़ी अब तक यहां क्यो नहीं आये" नीलधारा ने चिंता जताई। उनका नील नदी संघ, बस यही दर्जन भर लोगों से नहीं बना था।
"औषधि उद्यान के खिलाड़ी यहां है" गोलू नाविक ने अचानक ये शब्द कहे।
नीलधारा ने सामने देखा, जैसी उम्मीद थी, खिलाड़ियों का एक झुंड जंगल मे उनके सामने लेटा हुआ था। वैसे तो उनके सर पर उनका नाम साफ नहीं दिख रहा था, नीलधारा का उनसे बहुत से सौदे थे और उसने तुरन्त पता लगा लिया कि ये औषधि उद्यान से जुड़े नाम थे।
"वो उन्हें घेरने जा रहे है" गोलू नाविक ने कहा।
"उस कचरा, पेड़ के अंकुर को जरूर किसी गद्दार ने खबर दी है" नीलधारा दुखी था।
"जब वो विकट देव का रास्ता रोकेंगे, उसी समय मौके का फायदा उठाकर सरगना को वापस चुरा लेना" गोलू नाविक ने कहा।
"आगे बढ़ो" नीलधारा ने कहा।