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Chapter 9 - ये क्सिऊ के दो हाथ

चेन गुओ को रात भर जागने की आदत नहीं थी। केवल आज नए सर्वर के उद्घाटन के लिए वह यह महफिल देखने आई थी। इसे देखने के बाद, तुरंत ही सो गई और अब वह अपनी कुर्सी पर लगभग बेहोश थी।

इस तरह की सोने की आदत काफी बुरी होती है। चेन गुओ बहुत ज्यादा आलस में थी और उठ पाने की स्थिति में नहीं थी। आधी सोए और आधी बेहोशी की इस हालत में भी उसके कान कीबोर्ड पर होने वाली टप टप और माउस के क्लिक होने की आवाज से बज रहे थे। इंटरनेट कैफे के मालिक होने के नाते यह आवाज उसके लिए सुनी-सुनी सी थी। पर जो आवाज चेन गुओ ने सुनी वह काफी अलग थी। आवाज में कभी तेजी, कभी धीमापन, कभी हल्की, कभी भारीपन था। इस तरह की मशीनी धुन, चेन गुओ ने कभी उम्मीद नहीं की थी कि माउस और कीबोर्ड से भी ड्रम जैसे आवाजें सुनाई दे सकती है। क्या वो सपना देख रही थी? 

चेन गुओ अचानक से उठ बैठी और उसने ध्यान से सुना। उसे लगा कि वह सब सच था और वह सपना नहीं देख रही थी। यह आवाजें उसके बगल से ही आ रही थी, ये क्सिऊ, हाल में ही रखे गये नेटवर्क मैनेजर, के पास से।

चेन गुओ देखने की इच्छा से उठ बैठी और उसका जैकेट शरीर से फिसल गया। उसने ध्यान से उठाकर देखा तो पहचाना कि यह, ये क्सिऊ का जैकेट है। "ऐसा लगता है कि यह आदमी काफी देखभाल करने वाला है" चेन गुओ ने मन ही मन कहा। पर यह जैकेट कितने दिनों से नहीं धुला है? इससे अजीब किस्म की महक आ रही है। 

चेन गुओ ने जैकेट लिया और बैठ गयी। जैसे ही वह ये क्सिऊ से बात करने के लिए उसकी ओर मुड़ी वह अचानक ही शांत हो गई।

हाथों के वह दो जोड़े, जो लोगों के गाल पर आंसुओं की लड़ी लगा दे, वह उसकी आंखों के सामने थे- ये क्सिऊ के दो हाथ। 

यह दोनों हाथ बहुत पतले दिख रहे थे। उसकी उंगलियां लंबी और पतली थी और उसके जोड़ आम मर्दों की तरह बहुत मजबूत नहीं थे। उसके उंगली के पोर बहुत ही हल्के थे और उसके नाखून साफ-सुथरे से थे। यह उसके बाहरी दिखावे के एकदम उलट था। 

चेन गुओ कभी भी बहुत देखभाल करने वाले किस्म की महिला नहीं थी। पर एक औरत, जिसके बहुत ही खूबसूरत हाथ थे, वो इंटरनेट कैफे में आई और उससे प्रभावित होकर, धीरे-धीरे उसने ध्यान देना शुरू किया। अब वह ये क्सिऊ के दोनों हाथों से अचंभित थी। 

दोनों हाथ बहुत खूबसूरत थे। टप टप करने की आवाज किसी संगीत की तरह लग रही थी। पर उसके हाव-भाव... ये क्सिऊ का बायां हाथ कीबोर्ड पर उछल रहा था। चेन गुओ के मन में केवल एक भाव था, इसके हाथ बहुत धीरे चल रहे हैं।

हाथों की गति मतलब कुछ समय में हाथों के द्वारा की गई हलचल अक्सर मिनट में गिनी जाती थी जिसे एपीएम कहते थे। ग्लोरी कोई रणनीति का खेल नहीं था। खिलाड़ी केवल एक पात्र को अपने वश में रखते थे पर उनके कौशल का उपयोग काफी पेचीदा था। नतीजतन बहुत ज्यादा हरकत करने के लिए हाथों की गति को भी बहुत ज्यादा होना जरूरी था।

जो खिलाड़ी तेज हाथ चला सकता था वह बहुत ही तेज और बेहतरीन तरह की चालें चल सकता था। हर बटन के दबने की ताकत और समय के हिसाब से ही खेल के अंदर का पात्र उसी गति से चलता फिरता था। इस तरह के बदलाव खेल में और पेचीदगी ला देते थे। केवल इस तरह के अच्छे और बुरे बदलाव ही अंतर ला सकते थे। उदाहरण के लिए कुछ लोग अपने एपीएम को बहुत ज्यादा बढ़ा देते थे ताकि वह अच्छे दिख सकें और वह कभी भी हरकत करना बंद नहीं करते थे। पर हर हरकत का कुछ मतलब निकले और फिर भी एपीएम ज्यादा हो, यह केवल बड़े दर्जे के खिलाड़ियों के लिए ही संभव था। 

200 एपीएम। आम जनता के लिए कुशलता के दर्जो को ग्लोरी में इसी तरह से बांटा गया था। अगर कोई खिलाड़ी 200 एपीएम के ऊपर जाना चाहता है तो इसका मतलब है कि वह सिर्फ कुछ बटन दबाए जा रहा है। बड़े दर्जे के खिलाड़ी के लिए भी 200 एपीएम के ऊपर जाने के लिए कुछ खास युद्ध हालातों की जरूरत पड़ती थी। विपक्षी का दर्जा भी काफी कमजोर नहीं हो सकता था जिससे वह 200 एपीएम के ऊपर जाकर लड़ सकें। 

आम खिलाड़ियों में से 70 फ़ीसदी खिलाड़ी 80 से 120 एपीएम में रहते थे। 25 फ़ीसदी कभी भी 80 तक नहीं पहुंच पाते थे और बाकी पांच ही 120 को पार कर पाते थे। विद्वानों में आपस में कहा जाता था कि लोगों में कुशलता की कमी नहीं है जो उन्हें 200 एपीएम तक न पहुंचने दें। 

चेन गुओ के हाथों की गति भी 120 के आसपास थी पर वह कुछ हालातों में इससे आगे भी जा सकती थी। इसलिए चेन गुओ को लगता था कि वह उन 5% में से थी, साधारण खिलाड़ियों में जानकार। 

पर जहाँ तक ये क्सिऊ का सवाल था, चेन गुओ को शक था कि उसका एपीएम 80 भी नहीं पहुंच रहा है। जैसे ही उसने इस बात पर गौर किया अचानक चेन गुओ को एहसास हुआ कि टप टप की आवाज में अब संगीत भी गायब हो चुका है। वह आवाज जो वह दूर से सुन रही थी, वह शायद इसी धीमी गति की हलचल से आ रही थे। 

 "क्या मैं फिर से सपना देख रही हूँ" चेन गुओ ने अपना सर हिलाया। वह वापस वही सपने वाली आवाज सुनना चाहती थी पर तमाम कोशिशों के बाद भी अब सुनाई नहीं दे रही थी। वहाँ जो हाथ अब देख रही थी वह इस तरह हरकत कर रहे थे मानो टूटे हुए हो, पर फिर भी यह वह हाथ थे जो लोगों को जलने पर मजबूर कर देते थे। 

चेन गुओ इन दोनों हाथ में इतना उलझ गई थी कि वह स्क्रीन पर देखना भी भूल गई। पर जल्दी ही ये क्सिऊ के दोनों हाथ थम गए। तभी चेन गुओ ने प्रतिक्रिया व्यक्त की और स्क्रीन पर देखा। उसने आंखें फाड़ते हुए जल्दी से कहा "बागड़ बिल्ला?" 

जैसे उसने यह कहा, बागड़ बिल्ला ऊपर से गिरा और नीचे गिरते हुए कई सामान को भी साथ ले गिरा। 

और इसी लम्हे पर चेन गुओ ने वह देखा जिससे उसकी आंखें सिस्टम पर अटक गई: दसवां सर्वर, बागड़ बिल्ला: छिपा हुआ पहला सरगना मारा गया, विकट देव। 

"गजब" चेन गुओ ने अपने हाथों से ये क्सिऊ की पीठ थपथपाते हुए कहा "तुम सही में काफी कुशल हो" इस बात से फर्क नहीं पड़ता था उसके हाथ टूटे हुए हैं या नहीं। सबसे पहले मारने वाला जरूर कोई कुशल आदमी होगा क्योंकि चेन गुओ यह कभी हासिल नहीं कर सकी थी। जैसे ही ये क्सिऊ गिरे हुए सामानों को देखने वाला था उसी समय यह थपकी उसके लिए चौका देने वाली थी। इसके साथ ही झटके से उसने वह सिगरेट भी निगल ली जो उसके मुंह में थी। अंत में केवल धुएं का एक छल्ला कीबोर्ड पर गिरा। चेन गुओ जो पहले ये क्सिऊ कैसे काम कर रहा था यह देखने में परेशान थी, उसने यह दृश्य देखा। सबसे पहले सरगना को मार देने वाला, सभी भाव अब पूरी तरह से भूला जा चुका था। उसने ये क्सिऊ के हेडफोन को निकालते हुए उसके कान में कहा "तुम्हें यहाँ सिगरेट पीने की अनुमति किसने दी?"

"हुँह? ये क्सिऊ के मुंह की सिगरेट अभी पूरी तरह से गायब नहीं हुई थी । वह समझ नहीं पाया कि चेन गुओ क्या कहना चाह रही थी।

"सिगरेट पीना मना है, क्या तुमने उसे पढ़ा नहीं?" चेन गुओ ने दीवार की तरफ इशारा करते हुए कहा। 

ये क्सिऊ ने सर घूम आया और बड़े ध्यान से उन शब्दों को दीवार पर देखा "तुम मजाक तो नहीं कर रही हो? इंटरनेट कैफे में सिगरेट ना पिए?"

"इस जगह में सिगरेट पीना मना है। सिगरेट पीने के लिए जगह दूसरी तरफ है" चेन गुओ ने दिखाया 

"तो चलो फिर वहाँ चलते हैं" ये क्सिऊ ने कहा।

 "नहीं, धुंएँ की महक से मेरा सर दर्द देने लगता है" चेन गुओ ने कहा। 

"तो फिर हम क्या करें?" ये क्सिऊ ने यूँ पूछा मानो बहुत ही कठिन परिस्थिति में फंस गया हो। 

"क्या तुम एक सिगरेट कम नहीं पी सकते हो" " चेन गुओ ने गुस्से में कहा। 

"नहीं, नहीं तो मेरा सर दर्द देने लग जाता है" ये क्सिऊ ने कहा। 

"तुम, तुम, तुम..." चेन गुओ को लगा वह ये क्सिऊ को समझने लगी थी। यद्यपि उस छोटे से कमरे में रहने के लिए तैयार हो गया था फिर भी वह बहुत ही सरल व्यक्ति नहीं था। 

"तो फिर मैं उस दूसरी तरफ से होकर आता हूँ जहाँ सिगरेट पी जा सके। मैडम आप जाइए आराम करिए" ये क्सिऊ ने उस लम्हे पर कहा। 

"एक सेकंड रुको, तुमने बताया नहीं कि तुमने पहली हत्या कैसे की?" चेन गुओ ने कहा। 

"कुछ खास नहीं। दल के सभी सदस्य मारे गए थे। सरगना का जीवन रेखा काफी कम थी इसलिए उसे मारने में दिक्कत नहीं हुई" ये क्सिऊ ने बड़े आराम से कहा। 

"ओह, तो ऐसा है" चेन गुओ ने प्रशंसा भरे स्वर में कहा। निचले दर्जे के सरगना को सबसे पहले खत्म करना कोई बहुत खास तो नहीं था। ज्यादा से ज्यादा कुछ अनुभव और थोड़ा अधिक पैसा। कोई बहुत खास तरह का इक्विपमेंट भी नहीं था वहाँ। पर हाँ यह घटना हमेशा के लिए इतिहास में लिखी जा चुकी थी और इस सर्वर के लिए वह एक दिग्गज बन चुका था। बहुत से खिलाड़ी इस तरह की भावना को महसूस करना चाहते थे। वह साधारण खिलाड़ियों के एक जत्थे के लिए इस जगह खड़ा होना भी तभी संभव था जब वह शुरुआती दर्जे पर हों। जैसे-जैसे कोठरिया कठिन होती जाती हैं, फर्क नहीं पड़ता वह सामान्य सरगना हो या छुपा हुआ। उसे मारने के लिए एक खास दर्जे के कौशल की जरूरत पड़ती है। जब वह दिव्य द्वार की नजदीक होते हैं तब सबसे कुशल दलों के पास भी कोई मौका नहीं होता। सारे कीर्तिमान सिर्फ पेशेवर दलों द्वारा बनाए गए थे।

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