Chapter 84 - उसे मेरा अपना भाई समझो

जब वह सोच रही थी, उसको लगा कि शेन मेंगकी उसकी ओर ग़ुस्से से देख रही थी।

ये वानवान ने सहजता से अपनी भौंहें उठाईं और इत्मीनान से पूछा, "मेंगकी,मुझे नहीं पता था कि चीजें इस तरह से बदल जाएंगी! तुम मुझे दोष नहीं दोगी, दोगी क्या?"

शेन मेंगकी ने अपने आस-पास की फुसफुसाहटों से बेहद चिड़ी हुई थी पर अपने गुस्से को अपने भीतर रखने के लिए मजबूर थी और उसने सारा अन्धेरा अपनी आँखों में छुपा लिया। वह ज़बरदस्ती हँसी, "वानवान, मैं क्यों ... मैं तुम्हें क्यों दोष दूँगी ...? तुमने यह जान बूझकर नहीं किया.."

शेन मेंगकी दांत पीस कर बोली और उसकी आंखें,वहाँ बचे हुए लोगों पर पड़ी। फिर, उसने वानवान को तुरंत समझाया, "वास्तव में, यानरान ने मुझे गलत समझा। भला मैं उसके स्वीटहार्ट को क्यों चुराऊँगी?"

सोंग ज़िहांग तो बेशक मुझे चाहता था, वह वास्तव में प्यार का प्रस्ताव लेकर मेरे पीछे पड़ा था लेकिन मैंने कभी भी उसका जवाब नहीं दिया और यहां तक कि उसके साथ सब ठीक करने के लिए भी गई। जब मेरा ध्यान उधर नहीं था, तो उसने मौक़ा देखकर मुझे चूम लिया। मैंने पहल नहीं की, मुझे इसकी ज़रा भी उम्मीद नहीं थी ... "

मुझे डर था कि यानरान गलत समझेगी, इसलिए मैंने इसे छुपाया, लेकिन कौन सोच सकता था कि तुम ... "

चूँकि यानरान चली गई थी और सोंग ज़िहांग वहाँ नहीं था, इसलिए किसी को भी सच्चाई का पता नहीं था। शेन मेंगकी ने सब कुछ ठीक करने की कोशिश की और सारा दोष ये वानवान पर मढ़ दिया।

ये वानवान ने भी आसानी से हार नहीं मानी और उसने ऐसे दिखाया, जैसे उसे अभी-अभी समझ आया हो। "हाँ, यही मैंने कहा, जिस व्यक्ति को तुम पसंद करती हो वह मेरा भाई है!"

ये वानवान ने जो कहा, उससे शेन मेंगकी चौंक गई और फिर, उसे दृढ़ता से सुधारा, "वानवान बकवास मत करो, मैंने मुफ़ान को हमेशा अपना बड़ा भाई माना है। मैं उसे केवल एक बड़े भाई की तरह पसंद करती हूँ।"

अब जब, शेन परिवार की स्टार एंटरटेनमेंट कंपनी काफी तरक्की कर रही थी, और जल ही वह एक बड़ी स्टार बन जाएगी। उसका भविष्य उज्जवल होगा और कई लड़के उसके पीछे पड़े होंगे। उसे, इस बेकार से ये मुफ़ान से कुछ लेना-देना नहीं है।

वह इसलिए उसके साथ थी, क्योंकि उसमें कुछ गुण थे, जिनका वह इस्तेमाल करना चाहती थी।

शेन मेंगकी ने जो कहा कि वह, ये मुफा़न को अपना भाई मानती है, इससे ये वानवान घृणा से उल्टी करने का मन होने लगा।

जैसे तो वह नहीं जानती थी कि शेन मेंगकी वास्तव में क्या सोच रही थी। उसके हृदय में व्यंग था और उसने संदेह से पूछा, "सच में? मैंने खुद तुम्हारा लव-लेटर अपने भाई को मेल किया था। वह पत्र बहुत ही भावपूर्ण था, जैसे कि 'मुझे पहली नज़र में ही तुम से प्यार हो गया था, तुम्हीं मेरे मन-मंदिर के देवता हो....'

ऐसा लगता है कि तुम किसी को अपना भाई समझती हो मेरा यह मानना ग़लत था? मेरे पिताजी के साथ जो हुआ था, उसके कारण तुमने मेरे भाई को हमेशा नीचा समझा।

भीड़ ने अचानक एक लम्बी साँस ली, जिससे पता चला कि वे ठीक से सब समझ गए थे और उन्होंने शेन मेंगकी को ओर और अधिक घृणा से देखा।

जहां तक शेन मेंगकी के स्पष्टीकरण की बात थी तो उन्हें अभी भी उस पर संदेह था और अधिकतर लोग जियांग यानरान के पक्ष में थे।

ये वानवान ने अभी अभी जो कुछ भी कहा था, उसे सुनकर उन्हें अचानक लगा कि शेन मेंगकी वास्तव में गरीबों का तिरस्कार करने और अमीरों का एहसान लेने की दोषी थी। ये वानवान का बड़ा भाई, ये मुफ़ान, किंग हे में एक लोकप्रिय इंसान था और बहुत से लोगों को पता था कि शेन मेंगकी उनके पीछे पड़ी थी।

अब वह कह रही है कि वह उसे एक भाई के रूप में देखती है? कौन उस पर विश्वास करेगा?!

शेन मेंगकी दंग रह गई, "वानवान,ये बहुत पहले की बात है, मैं छोटी थी, नासमझ थी, मुझे तो, पता ही नहीं था कि प्यार क्या होता है!

इसके अलावा, मैं तुमसे और मुफ़ान से दूर कैसे रह सकती हूँ, जबकि मुझे पता है कि तुम्हारे परिवार के साथ क्या हुआ? अगर मेरे इरादे ऐसे थे, तो मैं तुम्हारे इतना करीब क्यों आती और क्या तुम्हारे भाई को अपने पिता की कंपनी में जाने में मदद करती?"

शेन मेंगकी में अचानक आत्मविश्वास जागा। उसने हंसते हुए कहा, "जुए के अपने शौक के अलावा, मुफ़ान काम में काफी मेहनती है - मेरे पिताजी ने भी कुछ दिनों पहले उसकी तारीफ की थी! जब तक मुफ़ान कड़ी मेहनत करता रहेगा, मेरे पिताजी कभी भी उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं करेंगे!"

Related Books

Popular novel hashtag