शिया ची ने देखा कि ,शी मुबाइ के नाम लेते ही उसकी बहन का चेहरा मुरझा गया,इसलिये उसने जल्दी से विषय को बदल दिया ,"चू तेंजिन के कंप्यूटर में ओर कुछ देखने लायक नहीं है….हूं ,ये क्या है, एक किताब की पांडुलिपि ?
" मुझे भी ऐसा ही लगता है । तेंजिन एक प्रसिद्ध लेखिका है , उसके अपने नाम से कुछ किताबें लिखी हैं ," जिंगे ने समझाया ।
शिया ची ने अविश्वास जताते हुये भौंहें उचकाईं, "उस जैसी औरत एक लेखिका हो ,तो मुझे अपने देश के साहित्यिक भविष्य की चिंता होगी ।
शिया ची ने पाण्डुलिपि खोलने के लिये क्लिक किया और पाया कि किताब अभी पूरा होनी बाकी थी।
"दीदी , तुम्हे क्या लगता है , उसने बैक-अप फाइल बनाई होगी?" शिया ची शरारत से मुस्कुराते हुये बोला ।
हालांकि,जिंगे ने तर्क दिया, " उसके कंप्यूटर में कुछ महत्वपूर्ण फाइल हैं । इस कंप्यूटर को क्रैश करना सही न होगा"।
शिया ची को लगा कि वो इस मामले में नही पड़ना चाहती इसलिये उसने कहा, " उसके कंपयूटर को क्रेश करना जरुरी इसीलिए है, कि इसमें महत्त्वपूर्ण फाइलें हैं ।दीदी , दया उसपर दिखानी चाहिये,जो इसके काबिल हो, और यह औरत निश्चित रुप से इसके काबिल नहीं है। हमें इसे सबक सिखाना होगा, वर्ना आज रात मैं चैन की नींद नहीं सो पाऊंगा"।
" तुमने गलत समझा है । मुझे करने दो"।
शिया ची आश्चर्यचकित हो गया । उसकी बहन खुद करना चाहती थी ?
उसने दूर से ही जिंगे को लैपटॉप दे दिया। शायद वह काफी उतावला था ----- ये देखने के लिये कि ,उसकी बहन क्या करेगी।
जिंगे ने लैपटॉप को सेट किया और अनुभवभरे कुछ क्लिक्स के साथ, तेंजिन के सभी ऑनलाइन संपर्कों को एक 'व्यायाम' कर रहे एक जोड़े का स्पष्ट तोहफ़ा भेज दिया।
संयोग से, जब ये सब हो रहा थ , तेंजिन ने ड्रिंक करने के लिये चैटिंग रोक दी थी । अचानक , उसका कंप्यूटर की स्क्रीन, मैसेज अलर्ट के साथ फ्लैश होने लगी।
तेंजिन, तुमने मुझे अभी- अभी क्या भेजा है????? जो सहेली उससे चैटिंग कर रही थी , उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हुआ ।
अपने खाते से खुद ब खुद भेजी गई ,एनिमेटड तस्वीर को देखते हुए , तेंजिन अवाक हो गई ।
क्या हुआ?
जैसे- जैसे संपर्क सूची में नीचे जाती गई , उसका डर बढ़ते चला गया। उनमें से हर किसी को यह संदेश मिला था ।
उनमें से कुछ संपर्कों के साथ उसके औपचारिक सबंध थे, और उनसे उसकी मेहनत से बनाई उसकी छवि बर्बाद हो सकती थी!
तेंजिन जल्दी से फोटो को वापस लाने अथवा स्पष्टीकरण देने की कोशिश की लेकिन अचानक उसकी स्क्रीन काली पड़ गई ।
उसने अपने कंप्यूटर को रिस्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन वह चालू नहीं हुआ ।
जिंगे के बगल में बैठे हुए शिया ची का चेहरा हंसी को रोकने की कोशिश में लाल हो गया था ।
वह अपने पिता के आराम में खलल डालने के डर से ज्यादा जोर से नहीं हंस सकता था।
दूसरी ओर, जिंगे तो जो मुख्य आरोपी थी, पर उसका चेहरा समुद्र के पानी की तरह शांत था ।
"दीदी ,तुम्हारा जवाब नहीं!तुम्हें कैसे सूझा , "शिया ची हंसते-हंसते झुक गया, "मेरी मदद करो,ज्यादा हंसने से मेरा पेट में दर्द हो गया है …"शिया ची अपना अंगूठा उसकी ओर ऊपर दिखाते हुये कहा ।
उसे नहीं पता था कि, उसकी बहन इतनी कुटिल होगी।
तेंजिन अपने छवि को अपने जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण मानती थी और उसकी बहन ने सीधा उसकी दुखती रग पर निशाना साधा था ।उसे तेंजिन के पीले पड़े चेहरे की कल्पना करके और हंसी आने लगी ।
"अब उसे असली सबक मिलेगा!दीदी, तुम तो खुद ही काफी भयानक हो, है न?"
जिंगे ने शांत स्वर में उत्तर दिया, " क्या वह इसी के लायक नहीं है"?
"बेशक है ! क्या तुम्हें लगता है कि मुबाइ को भी उसकी यह फोटो मिली होगी"?
जिंगे ने उसे ऐसे ऑंख मारी, मानो वो कह कह रही हो कि यकीनन उसे मिली होगी।
उन्हे पता नहीं था कि, सिर्फ मुबाइ ही नहीं ,मि. और श्रीमती शी भी तेंजिन की संपर्क सूची में थे….
मुबाइ अपनी स्टडी में काम कर रहा था,जब उसे तेंजिन का संदेश प्राप्त हुआ। जब उसने उसे खोला, तो आंखे फाड़ उसे देखता ही रह गया।
हर कोई ,जिसे भी यह संदेश मिला,जिनमें मुबाइ के माता-पिता भी शामिल थे, अवाक रह गया।
तेंजिन ने आखिर इस तरह का संदेश उन सबको क्यों भेजा होगा?
ज्यादातर लोगों ने यह अनुमान लगाया कि उसके कंप्यूटर में वायरस आ गया था, लेकिन फिर भी एक सवाल था कि तेंजिन के कंप्यूटर वायरस आया कहां से । आम तौर पर इस तरह के वायरस एडल्ट वेबसाइट में सर्फिंग करने से आते हैं न!