फाइटर 4 - डान रियल्म में इंसान की मांसपेशियां , हड्डियाँ और त्वचा सभी की प्रकृति बदल जाती है,इस से उसकी ताक़त में कई गुना बढ़ोतरी होती है !
इसमें और ज्हेंकी रियल्म में इतना ही अंतर है जितना स्वर्ग और धरती में |
फिर भी ज्हेंकी रियल्म के व्यक्ति ने पिगु रियल्म के विशेषज्ञ को एक थप्पड़ से खून की उल्टी करवा दी| सभी को यह बात अविश्वसनीय लगी |
[इसके अलावा यह वही व्यक्ति है जिसने गुरु योग्यता परीक्षा के मुक्केबाजी के मुकाबले में सबसे अंतिम स्थान प्राप्त किया था ? क्यों .... अब यह इतना ताकतवर हो गया है ?
"यह ज़रूर एक इत्तेफाक होगा, उससे मत डरो !"
कीं बिओं चिल्लाया |
एक अन्य गुरु भी कीं बीओ से सहमत होते हुए चिल्लाया |
ली युआन की तरह वह भी पिगु रियल्म के उन्नत चरण में था | उसकी मांसपेशियां धातु की पट्टियों की तरह थी और उसकी त्वचा भी धातु की चादर के समान थी, जो अभेद्य प्रतीत होती थी |
" तुम ज़मीन पर गिर पड़ोगे !"
आगे बढ़ते हुए , इस गुरु ने अपनी भौंहें उठाई और अपनी हथेली से मारने तो तत्पर हुआ |
पाह पाह !
हवा के दबाव से एक धमाकेदार ध्वनि गरजी |
दूसरे दल के क्रूर प्रहार झेलते समय जहाँग वान शांत रहा | अपनी तर्जनी और मध्यमिका अंगुली को मिलाते हुए उसने उपर की ओर थोड़े तिरछे कोण पर प्रहार किया |
पाडा!
वह गुरु जिसका शरीर अभी धातु की चादर के सामान प्रतीत हो रहा था, उसको अपनी बगल में हल्का सा दर्द हुआ और फिर उसकी आँखों के सामने अँधेरा छा गया और वह धरती पर धराशायी हो गया |
"क्या ?"
दो वार में ही दो फाइटर 4- डान गुरु हार गए थे | बाकी बचे दोनों गुरु, कीं बिओं भी, यह समझ गए कि जिस गुरु को वे तुच्छ समझ रहे थे वह उतना साधारण नहीं है !
" चलो मिलकर प्रहार करते हैं...."
तेज़ दहाड़ के साथ कीं बिओं ने अपनी मुट्ठी उठाई और धावा बोल दिया | लेकिन, उसके कोई हरकत करने से पहले ही जहाँग वान अचानक उसके सामने आया |उसके बांये हाथ ने उसका चेहरा पकड़ा और उसके दांयें हाथ ने की बिओं को हल्का सा कोचा|
पुटोंग!
कीं बिओं के पेट में दर्द हुआ और वह भी धरती पर गिर पड़ा |
जिस क्षण वह धरती पर गिरा उसी क्षण वो आखिरी गुरु जो कीं बिओं के साथ था, वह भी ऐसे भरभरा कर धरती पर गिरा मानो उसे मिर्गी का दौरा पड़ा हो |
" तुम, तुम्हें हम सबके मिंगमेन(गुप्तद्वार ) का ज्ञान कैसे हुआ ?"
ताज़े बहते खून से भरा कीं बिओं अपने सामने खड़े व्यक्ति को भयभीत होकर देख रहा था |
अब अंततः उसकी समझ में आ गया था कि सामने वाले की ताकत उनसे कम होते हुए भी नतीज़ा विपरीत क्यों निकला |
उनके विरोधी ने प्रहार करते ही उनके कल्टीवेशन का मिंगमेन(गुप्त द्वार ) ढूँढ लिया था, अब वे यह कैसे जान पाते और उस से अपना बचाव करते ?
सभी कल्टीवेटर्स की कमज़ोरी एक मिंगमेन(गुप्त द्वार ) होती है, और जैसे ही उस पर प्रहार होगा, फिर चाहे प्रहार करने वाला एक बालक ही क्यों न हो, वह उस को मार सकता है !
हालांकि मिंगमेन(गुप्तद्वार ) इन्सान का मूल होता है, इसलिए कल्टीवेटर्स उसको ध्यान से सम्हालते हैं| उनके करीबी रिश्तेदार को भी नहीं पता होता कि उनका मिंगमेन(गुप्तद्वार ) कहाँ है |
यद्यपि जहाँग वान के पास ताकतवर कल्टीवेशन नहीं था, ऐसा लगता है कि उसको पता था कि इनका कल्टीवेशन कहाँ है और इसलिए उसने सीधा उनके महत्वपूर्ण अंग पर हमला किया |
कैसे वे किसी ऐसे का प्रतिरोध कर सकते थे ?
कीं बिओं के ऐसे विस्मयकारी शब्द सुनकर जहाँग वान केवल मुस्कुरा दिया |
बेशक यह " लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ के द्वारा हुआ था |
लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ, न केवल उसे दूसरों के कल्टीवेशन की खामियां देखने देती है, वह उस कल्टीवेटर की निजी कमियां और उसका मिंगमेन (गुप्तद्वार )भी दिखाती है | यह सब विस्तार से उसमें लिखा होता है |
चाहे जहाँग वान इस दुनिया से ऊपर उठ चुका था और इस नयी दुनिया के कौशल से वाकिफ़ नहीं था, फिर भी अपने विरोधी का मिंगमेन(गुप्तद्वार ) और उसके कौशल की कमियां जानकर, उसके लिए उन चारों को काबू करना एक आसान काम था |
" चूँकि तुम सबने शर्त मंज़ूर की थी, तुम सबको शर्त हारने के परिणाम के बारे में अपने आपको तैयार रखना था | यदि तुम सबने आज्ञापूर्वक मुझे थप्पड़ मारने दिया होता , तो हम सबको इतनी तकलीफ़ नहीं उठानी पड़ती !" जहाँग वान हंसा |
जहाँग वान, तुम्हें इस बात पर अधिक खुश होने की आवश्यकता नहीं है, मुझे नहीं पता किस निकृष्ट तरीके से तुमने हमारे मिंगमेन(गुप्तद्वार ) की जानकारी लेकर हमें आहत किया है , लेकिन एक सबसे कम अनुभवी गुरु होकर भी तुमने अपने से अधिक अनुभवी गुरु पर सार्वजनिक रूप में हमला किया है, सिर्फ इसी कारण मैं अकादमी को एक शिकायती पत्र लिखकर तुम्हारी गुरु होने की अर्हता समाप्त करवा सकता हूँ |
कीं बिओं चीखा |
इस अकादमी में गुरुओं के मध्य साफ़ साफ़ स्तर थे | निचले स्तर के गुरु द्वारा ऊंचे स्तर के गुरु पर वार करना अनैतिक कृत्य माना जाता था |
जहाँग वान युवा था और गुरु योग्यता परीक्षा में उसको शून्य अंक प्राप्त हुए थे | इसलिए उसको अकादमी में सबसे कम काबिल गुरु माना जाता था| उसने अपने से अधिक काबिल चार लोगों को घायल किया |
यदि अकादमी में इस घटना की जानकारी दी गयी तो हाहाकार मच जायेगा| उसका गुरु होने का योग्यता लाइसेंस रद्द करना मामूली बात होगी, उसको सीधा निकाल दिया जायेगा !
क्यों? चूँकि तुम मुझे मार्शल आर्ट से नहीं हरा सकते, तुम नियम दिखाकर मुझे दबाना चाहते हो ? ऐसी धमकी के बावज़ूद जहाँग वान को कोई चिंता नहीं थी|
" बिलकुल!" ली युआन भी इसी बारे में सोच रहा था | जोश और क्रूरता उसकी आँखों के सामने चमकी | "यदि तुम आज्ञाकारी की तरह अभी हमारे सामने घुटने टेक दो तो और हमें तुमको पीटने दो, तो शायद हम लोगों का विचार बदल जाए और हम घटना की रिपोर्ट न करें | नहीं तो निकाले जाने के लिए तैयार हो जाओ !"
" तुम्हें निकाले जाने के बाद , और एक गुरु के रूप में तुम्हारी पहचान ख़त्म होने के बाद , यदि तुम मार भी दिए जाओगे तो कोई कुछ नहीं कहेगा!" दूसरा गुरु चीखा |
टिआन्वान राज्य में अकादमी के गुरुओं का सामाजिक स्तर बहुत ऊंचा था | जैसे ही उनकी नौकरी गयी, उनका सामाजिक स्तर भी तदानुसार गिर जाता था | यदि ऐसा हुआ तो इनमें से कुछ लोग निश्चय ही उसको मारने की कोशिश करेंगे .
" चूँकि तुम सब इसको नियम अनुसार सुलझाना चाहते हो , तो ठीक है मैं भी इसको नियमानुसार ही करता हूँ!" एक शांत दृष्टी से ताकते हुए वह कीं बिओं की तरफ़ गया और बोला, " कीं बिओं लाओशी , तुमने गुप्त रूप से बड़े चेन मिंग के खज़ाने का उपयोग अपनी रखैल को खुश करने के लिए किया, तीन महीने पहले तुमने स्कूल की निधि से पैसों का गबन करके उसके लिए एक घर खरीदा , एक महिना पहले जब तुमने बड़े लिऊ कुं का सबसे प्रिय मर्तबान तोडा, तुमने उसका दोष एक शिष्य पर लगा दिया, जिसकी वजह से उसको निकाल दिया गया .... क्या मुझे ये सभी मसले स्कूल के नेताओं के सामने लाने की ज़रुरत है ?"
" तुम .... तुम ...."
कीं बिओं की आँखें सिकुड़ गयी और उसका मोटा शारीर अनियंत्रित झटके खाने लगा | एक न समझ आने वाला डर उसके शरीर में बहने लगा | ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो उसने भूत देख लिया हो और वह पागल होने वाला हो |
उसने वह सब किया था, लेकिन कोई भी सबूत छोड़े बिना | और तो और उसके सहकर्मी ली युआन और दूसरों को भी नहीं पता था .... इसको कैसे पता चला ? और वह भी इतने विवरण के साथ ?
" ली युआन लाओशी, क्या वह महिला शिष्य, जिसकी मर्यादा तुमने तीन साल पहले भंग की थी, वह तुमसे बदला लेने एक आत्मा के रूप में आती है ? कुछ दिन पहले तुम्हारी पीठ पर एक फोड़ा उगा था, शायद यही उसके बदला लेने का तरीका हो !"
कीं बिओं के घबराए हुए चेहरे को नज़रंदाज़ करते हुए जहाँग वान ली युआन की तरफ़ मुड़ा |
" आह ...."
यह बात सुनकर, ली युआन जल्दी से पीछे हटा और उसके चेरे का सारा रंग ही उड़ गया |
तीन साल पहले, एक सुन्दर महिला शिष्य पर मुग्ध होकर उसने उसका अपमान किया था , जिसके कारण शर्म के मारे उसने आत्महत्या कर ली थी| यह एकदम गुप्त बात थी और उसके अलावा किसी को भी नहीं पता थी | अपने अंतर्मन के द्वन्द के कारण उसको इन तीनों सालों में ऐसा लगता रहता था कि उस महिला की आत्मा उससे बदला लेने आती है| और लगभग आधा महिना पहले, एक इंसान के हाथ के आकार का एक बड़ा सा फोड़ा उसकी पीठ पर उभर आया था, जिसके कारण वह बहुत ही डरा हुआ था |
जहाँग वान को इतने विस्तार से इस घटना का विवरण देते हुए सुनकर उसका पूरा शरीर कांपने लगा और वह अत्यधिक डर गया |
" पुटोंग"
उसके घुटनों ने जवाब दे दिया और उसने घुटने टेक दिए | एक तीख़ी बदबू कमरे में फ़ैल गयी | यह सोचना कि एक फाइटर ४- डान उन्नत श्रेणी का विशेषज्ञ इतना डर जायेगा कि सबके सामने पेशाब कर दे |
" डू चुन लाओशी, तुमने अपने अच्छे भाई का व्यापार चुरा लिया और उसको वाइन में विष मिलाकर पिला दिया | हालांकि उस समय यह बात साबित नहीं हो पायी थी,परन्तु यदि यह अब दोबारा उठी तो क्या तुम सोचते हो कि तुम गुरु रह पाओगे ?"
" बाई लीं लाओशी, तुम्हारी हरकतों में कोई बड़ी खामी नहीं है | लेकिन तुम्हारे पुरातात्विक प्रेम के कारण, तुम ने अपने शिष्यों से कई उपहार लिए हैं | यदि मैं गलत नहीं हूँ तो जो पुरानी जेड की अंगूठी तुमने पहनी है, वह उस शिष्य की भेंट है जिसने तुमसे कुछ आग्रह किया था | जहां तक यह सवाल है कि वह आग्रह क्या था और वह शिष्य कौन था, क्या तुम्हें अभी भी विवरण जानने की आवश्कता है ?"
बाकी बचे दोनों गुरुओं की तरफ़ देखते हुए जहाँग वान बोला |
" तुम.... तुम राक्षस हो !"
" तुम इंसान नहीं हो ..."
बाकी दोनों गुरु भी डर गए थे और घबराए हुए थे | अब उनकी निगाहें भी डरी हुई थी |
वह सभी काण्ड जो उन्होंने किये थे,बेशक ही त्रुटिपूर्ण नहीं थे परन्तु उनको विश्वास था कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को उनकी जानकारी नहीं है | फिर भी,इस व्यक्ति को उनकी पूरी जानकारी कैसे है, मानो इसके सामने ही वह घटना घटी हो !
जब उसने उनको अपने कौशल से हराया,तब उन्हें केवल शर्म महसूस हुई , परन्तु डरे नहीं थे | अब जब उसने इनकी सभी गुप्त बातें बतायी तो अब वे सच में अत्याधिक डर गए थे| ऐसा लगा मानो उनके कपडे किसी ने अचानक फाड़ दिए हों और वे सबके सामने नग्न खड़े हों |उन्होंने कल्पना कर ली थी कि यदि यह जानकारी बाहर चली गयी तो वे गुरु रह पायेंगे या नही,यह बहुत छोटी बात थी,सबसे बुरी स्थिति में उनको गुरुओं की अदालत में भेजा जायेगा और वहीं उनकी हत्या कर दी जाएगी !
" हम गलत थे !"
जहाँग वान लाओशी, एक महान व्यक्ति होने के नाते आप हम छोटे लोगों पर गुस्सा न दिखाएं | हमें माफ़ कर दें |
कांपते हुए उन्होंने न चाहते हुए भी क्षमा याचना की |
" मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुमने पहले क्या किया है, बस मुझे भविष्य में परेशान करना बंद कर दो ! और यदि तुम नहीं सुधरे और तुम अपने घिनौने कृत्य करते रहे , तो मैं सुनिश्चित करूँगा कि तुम्हें तुम्हारे जुर्म के अनुसार सज़ा मिले !"
जहाँग वान ने घृणा से अपना हाथ हिलाया |
असल में यदि ये लोग उसका दिमाग ख़राब नहीं करते , तो वह इन लोगों को कुछ नहीं कहता |
लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ , किसी की सभी कमियों को देख पाती थी | उसके अतीत और व्यक्तित्व की कमियाँ भी इसमें गिनाई गयी थी , और यह इस पूरी पुस्तक का एक छोटा सा भाग था |
हालांकि , उसने दुनिया का ठेका नहीं लिया था , तो उसे कोई फर्क पड़ता कि उन्होंने अतीत में क्या किया या भविष्य में क्या करेंगे, जब तक वे उसको परेशान नहीं करते, उसको उनसे कोई मतलब नहीं है !
जो इन लोगों को नहीं करना चाहिए था वो यह कि उसको परेशान करना और उसके लिए मुश्किलें खडी करना|
[ जब भी तुम मेरे लिए मुश्किलें खड़ी करोगे , मैं तुम्हें दिखा दूँगा कि मौत कैसी दिखती है ! ताकि तुम कभी भी दोबारा ऐसा करने के बारे में न सोचो ]
"हम नहीं करेंगे , हम कभी हिम्मत नहीं करेंगे ..."
" जहाँग वान लाओशी, यह रहे पहचान प्रतीक जो तुम्हें चाहिए थे | जितने चाहिए ले लो ..."
यह सुनकर कि वह उनके अतीत को उजागर नहीं करेगा, कीं बिओं और बाकी ने चैन की सांस ली|